पिछले सप्ताह मालदीव सरकार ने भारतीय कंपनी जीएमआर द्वारा किए जा रहे माले अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का प्रबंधन रद्द करने का फैसला किया। इस निर्णय के बाद भारत सरकार ने 3 दिसंबर को मालदीव को 2 करोड़ 50 लाख अमेरिकी डॉलर की वार्षिक सहायता रोकने की चेतावनी दी।
भारतीय समाचार पत्र हिंदुस्तान टाइम्स ने एक अधिकारी के हवाले से कहा कि भारत ने मालदीव के उक्त निर्णय पर असंतोष जताते हुए कहा कि इसका द्विपक्षीय संबंधों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।साथ ही उन्होंने कहा कि इस मामले के ठोस समाधान से पहले भारत सरकार मालदीव को 2 करोड़ 50 लाख अमेरिकी डॉलर की वार्षिक सहायता अगले साल के बजट में शामिल नहीं करेगी।
भारतीय बुनियादी निर्माण समूह ने भी बयान जारी कर कहा कि मालदीव का यह कदम बिल्कुल हास्यास्पद और अवैध है।
इससे पहले मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नाशीद ने भी कहा कि इस फैसले से मालदीव में विदेशी निवेशकों का उत्साह कम होगा और पर्यटन उद्योग में भी एक नकारात्मक असर पड़ेगा।
अंजली