Web  hindi.cri.cn
चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के शिष्ट मंडल की भारत यात्रा
2012-11-29 15:58:17

चीनी जन राजनीतिक सलाहकार सम्मेलन की राष्ट्रीय कमेटी की स्थाई समिति के सदस्य और चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के केन्द्रीय स्कूल के पूर्व उप कुलपति श्री ली च्युन रूई के नेतृत्व में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के शिष्ट मंडल ने 24 से 28 नवम्बर तक भारत की यात्रा की, यात्रा के दौरान शिष्ट मंडल ने भारतीय मित्रों को चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की 18वीं कांग्रेस के बारे में अवगत कराया तथा चीन के भावी विकास, चीन भारत संबंध एवं क्षेत्रीय सवालों पर मैत्रीपूर्वक रायों का आदान प्रदान किया और विशेष अध्ययन किया जिसपर भारत के विभिन्न तबकों के लोगों का बड़ा ध्यान हुआ।

28 नवम्बर को चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के शिष्ट मंडल ने अपनी भारत यात्रा के अंतिम चरण में इंडियन ऑब्जर्वर रिसर्च फांडेशन और भारतीय मीडिया के साथ विचार विनिमय की सभा की, जिसमें भारतीय विद्वानों ने अनेकों प्रश्न पूछे। चीनी शिष्ट मंडल के नेता ली च्युन रुई ने सभा के अंत में भाषण देते हुए भारतीय मित्रों को धन्यवाद दिया कि उन्हें इतने अधिक मामलों में दिलचस्पी है और दोनों पक्षों के बीच विस्तार से रायों का आदान प्रदान हुआ। उन्होंने कहा कि उन्हें महसूस हुआ है कि शिष्ट मंडल की मौजूदा यात्रा का समय बहुत कम साबित हुआ है जो विभिन्न सवालों पर विचार विनिमय के लिए अपर्याप्त है। उनका कहना हैः

हमने गहरा विचार विनिमय किया है, मुझे बड़ा अच्छा अनुभव प्राप्त हुआ है, भारतीय मित्रों को भी जरूर बहुत सी जानकारी मिली होगी । मेरी आशा है कि भविष्य में इस प्रकार का आयोजन अधिक किया जाएगा, ताकि चीन और भारत को एक दूसरे से ज्यादा जानकारी व समझ हासिल हो सके और समझदारी के आधार पर आपसी विश्वास कायम हो, और आपसी विश्वास पर सहयोग व आदान प्रदान ज्यादा हो।

भारत के मशहूर रणनीतिक समीक्षाकार और ऑब्जर्वर रिसर्च कोष के रणनीति अनुसंधान विभाग के अध्यक्ष राजा मोहन ने बैठक के बाद मीडिया से कहा कि जैसा कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के महा सचिव शि चिनफिंग ने पत्राकारों से मुलाकात के वक्त कहा था कि चीन को दुनिया समझने की आवश्यकता है, दुनिया को भी चीन जानने की आवश्यकता। भारत के लोग चीन को जानना समझना चाहते हैं, खासकर चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की 18वीं कांग्रेस से जुड़े विषयों तथा चीन के भावी विकास के बारे में अहम सवालों पर जानकारी चाहते हैं, चीनी शिष्ट मंडल ने हमारे प्रश्नों को हल करने में अच्छी भूमिका अदा की है। श्री मोहन का कहना हैः

भारत को चीन जानना समझना चाहिए, इसबार चीनी शिष्ट मंडल का यहां आना हमारे लिए प्रत्यक्ष संदर्भ सामग्री पाने के लिए एक बहुत अच्छा मौका है। यह समझना बहुत जरूरी है कि चीन के राजनीतिक विकास रास्ते से भारत लाभ प्राप्त कर सकता है, क्योंकि हम दोनों देशों की बहुतसी समस्याएं मिलती जुलती है, भारत चीन के नीति निर्णय से बहुत सीख सकता है।

चीनी शिष्ट मंडल के नेता ली च्युन रुई ने कहा कि मौजूदा आदान प्रदान गतिविधि से उन्हें महसूस हुआ कि भारत में राजनीतिक दलों, संसद के नेताओं तथा विद्वानों समेत विभिन्न तबकों के लोगों को चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की 18वीं कांग्रेस के बारे में गहरी रूचि हुई है और 18वीं कांग्रेस के बाद चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के विकास रास्ते तथा चीन के भावी विकास के रास्ते को जानने के बहुत उत्सुक हैं। श्री ली ने कहाः

मुझे गहरा अनुभव हुआ है कि मुलाकात का नदीजा मुलाकात न होने से अलग है और रायों के आदान प्रदान का परिणाम आदान प्रदान न होने से भिन्न है। केवल लेखों से और मीडिया से चीन को पूर्ण रूप से नहीं जान सकता और नहीं समझ सकता। सीधे मिलने पर विचारों का विनिमय करने से लोगों को अपने प्रश्नों का सही उत्तर मिल सकेगा।

विशेषज्ञों व विद्वानों के साथ मुलाकात के अलावा चीनी शिष्ट मंडल ने अलग अलग तौर पर भारतीय कांग्रेस पार्टी, बीजीपी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ( मार्क्सवादी) और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी आदि प्रमुख राजनीतिक दलों के नेताओं से भी मुलाकातें कीं और उन्हें चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की 18वीं कांग्रेस की हालतों से अवगत कराया एवं पार्टियों के बीच सहयोग व आवाजाही, चीन भारत संबंध तथा क्षेत्रीय मामलों पर गहराई से रायों का आदान प्रदान किया। पार्टियों के बीच आवाजाही की चर्चा में श्री ली च्युन रूई ने एक बात की याद करते हुए कहा कि इस यात्रा के दौरान मुझ पर इस बात की गहरी छाप छोड़ी गयी है कि सभी भारतीय पार्टियां चाहती हैं कि चीन और भारत दोनों मैत्रीपूर्वक रह रहें, सभी पार्टियों ने यह कहा है कि किसी देश से चीन भारत संबंध में फूट का बीज डालने की कोशिश से सचेक रहना चाहिए। मुझे अनुभव हुआ है कि भारत इस सहमति पर पहुंचा है कि चीन भारत संबंध का विकास न केवल दोनों देशों के हित में है, साथ ही समूचे दक्षिण एशिया एवं सारी दुनिया में शांति के लिए हितकारी है।

आप की राय लिखें
Radio
Play
सूचनापट्ट
मत सर्वेक्षण
© China Radio International.CRI. All Rights Reserved.
16A Shijingshan Road, Beijing, China. 100040