विदेशों के साथ मित्रता संबंधी चीनी जन संघ द्वारा 22 सितंबर को पेईचिंग में टैन युनशान नामक पुस्तक का विमोचन किया गया।
यह पुस्तक टैन युनशान के बेटे प्रो टैन च्युंग व शन्जन विश्वविद्यालय में भारतीय अनुसंधान केंद्र के निदेशक यु वन लोंग द्वारा संपादित की गई है। जिसमें कई ऐतिहासिक दस्तावेजों व सच्ची कहानियों के माध्यम से चीन-भारत सांस्कृतिक आदान प्रदान में व्यापक योगदान देने वाले टैन युन शान के महान जीवन पर प्रकाश डाला गया है।
गौरतलब है कि वर्ष 1928 में भारत के महान कवि रवींद्रनाथ टैगोर के आमंत्रण में टैन युनशान भारत के विश्वविद्यालयों में पढ़ाने गए। उनके नेतृत्व में चीनी संस्थान ने दशकों से शिक्षण व अकादमिक अनुसंधान के अध्ययन पर ज़ोर दिया। साथ ही चीन व भारत के विद्वानों को एक दूसरे देशों की भाषा.साहित्य,इतिहास,धर्म व दर्शन आदि विषयों के अध्ययन के लिये भी प्रेरित किया। इसके अलावा उन्होंने चीनी शास्त्रीय साहित्य,बौद्ध धर्म व भारतीय दर्शन के बारे में भी लेखन कार्य किया।