वर्ष 2012 एशियाई महिला वालिबाल चैंपियनशिप हाल ही में हासाकिस्तान में समाप्त हुई ।खिताबी मैच में थाइलैंड ने चीन को 3--1 से हराकर चैंपियनशिप हासिल की और चीन को दूसरे स्थान पर संतोष करना पडा ।
फाइनल मैच से पहले चीन ने इस चैंपियनिशिप में 17 मैच जीते थे।पर फाइनल में बड़ी कोशिश के बावजूद चीन 28--30,27--25,21--25,20--25 से हार गया ।मैच के बाद चीनी टीम के मुख्य कोच यु चुए मिन ने बताया ,इस मैच से पहले हमने खूब तैयारी की थी और मैच में खिलाडियों ने अपनी ओर से पूरी कोशिश की। लेकिन खेद की बात है कि हमने अपनी तकनीक पूरी तरह नहीं दिखाई। हमारे हमले ,ब्लॉक व रक्षा में कमी रही।
चीन टीम में युवा खिलाडी अधिक हैं।फाइनल में पहले दौर में पिछड़ने के बाद चीनी टीम ने कुछ पुराने खिलाडी कोर्ट पर उतारे ।लेकिन वे भी स्थिति पलटने में असफल रहीं ।चीन की कप्तान वेइ छ्यो युए ने बताया ,मुझे लगता है कि मैच में हम खुद के स्थिति के अनुसार नहीं ढाल सके, जो हमारी कमज़ोरी है।इसके अलावा हमारी टीम में अनुभव की भी कमी है।
मुख्य कोच यु च्यो मिन कहते हैं कि इन युवा खिलाडिय़ों को अधिक मैच खेने की जरूरत है ।उन्होंने कहा ,कुछ युवा खिलाडी अभी राष्ट्रीय टीम में शामिल हुईं हैं और उन्होंने कम मैच खेले हैं। ऐसे में उन्हें अधिक से अधिक उच्च स्तरीय मैच खेलने की ज़रूरत है।
यु च्यो मिन ने बताया कि इस चैंपियनशिप के बाद कुछ पुराने खिलाडी रिटायर हो जाएंगे, इसलिए फिर से शुरुआत करनी होगी। उन्होंने बताया ,एशियाई चैंपियनशिप के बाद मेरा अनुबंध समाप्त हो जाएगा। इसके बाद भी मैं वालिबाल से जुड़ा रहूंगा, शायद कुछ प्रशासनिक ज़िम्मेदारी संभालूंगा।
वैसे पूर्व में चीनी महिला वालिबाल टीम का रिकार्ड बेहतरीन रहा है। गत् 80 के दशक में टीम लगातार पांच बार विश्व चैंपियन बनी। खिलाड़ियों में कभी हार न मानने वाली भावना से सभी को प्रेरणा मिलती है। इसी कारण चीन में तमाम लोगों को महिला वालिबाल टीम से गहरा लगाव है। लेकिन लंदन ओलंपिक में चीनी टीम जापान से हार गयी और इस बार एशियाई चैंपिनयशिप पर फिर थाइलैंड से पराजित हुई है। महिला वालिबाल टीम की भावी रणनीति क्या होगी, इस पर यु च्यो मिन ने कहा कि टीम को बुनियादी तकनीक पर ध्यान देना होगा।उन्होंने कहा ,हमारे खिलाड़ी लंबे हैं, लेकिन उनकी बुनियादी तकनीक इतनी अच्छी नहीं है ,जैसे बॉल रिसीव की तकनीक ,रक्षा की तकनीक आदि। सीधे तौर पर कहें तो जापान ,थाइलैंड और दक्षिण कोरिया की तुलना में हमारी टीम कमज़ोर है।