नौ अगस्त को लंदन ओलंपिक में 22 स्वर्ण पदक जीते गए। चीनी खिलाड़ियों ने एक स्वर्ण और दो रजत पदक जीते ,जबकि अमेरिका ने पांच स्वर्ण पदक जीते ।इस तरह अमेरिका ने 39 स्वर्ण पदक जीतकर दोबारा पहले स्थान पर अपना दबदबा बनाए रखा। चीन 37 स्वर्ण पदकों से दूसरे स्थान पर रहा।
महिला एकल दस मीटर प्लेटफार्म गोताखोरी के फाइनल में चीनी खिलाड़ी चेन लिन लिन ने बड़ी बढ़त से खिताब हासिल किया। यह ग्रीष्म ओलंपिक के इतिहास में चीन का 200वां स्वर्ण पदक है। ऑस्ट्रेलिया और मलेशिया से आयी खिलाड़ियों ने अलग अलग तौर पर दूसरे और तीसरे स्थान पर अपना कब्ज़ा जमाया।
महिला ताईक्वांडो के 57 किलो वर्ग के फाइनल में ब्रिटिश खिलाड़ी जोंस जेड ने चीनी खिलाड़ी हो यू चुओ को हराकर पहला स्थान प्राप्त किया ,जबकि चीनी खिलाड़ी को दूसरे स्थान पर संतोष करना पड़ा।
महिला मुक्केबाजी के 51 किलो वर्ग के फाइनल में विश्व चैंपियन चीनी खिलाडी रन छेन छेन 7--16 से ब्रिटिश खिलाड़ी एडम्स निकोला से हार गयीं। एडम्स ओलंपिक में पहली महिला मुक्केबाजी स्वर्ण पदक विजेता बन गयीं। ध्यान रहे एडम्स निकोला ने सेमिफाइनल में मशहूर भारतीय मुक्केबाज मेरीकोम को हराया था।
महिला वाटर पोलो के फाइनल में अमेरिका ने स्पेन को 8--5 से पराजित कर स्वर्ण पदक जीता ।
ट्रैक फील्ड पर जमैका के खिलाड़ी यूसैन बोल्ट पुरुष 200 मीटर की दौड़ में 19.32 सेकेंड से खिताब बनाए ऱखने में सफल रहे। इस तरह बोल्ट ओलंपिक के इतिहास में लगातार दो ओलंपिक में 100 मीटर और 200 मीटर का खिताब जीतने वाले पहले एथलीट बन गये हैं ।निसंदेह बोल्ट विश्व में सब से महान धावक है ।इस के अलावा जमैका के अन्य दो खिलाडियों ने पुरुष 200 मीटर दौड़ का रजत और कांस्य पदक भी जीता।
9 अगस्त तक लंदन ओलंपिक में कुल 43 प्रतिनिधि मंडलों ने स्वर्ण पदक जीता और 80 खेल प्रतिनिधि मंडलों ने पदक प्राप्त किया। अब अमेरिका (39),चीन (37),ब्रिटेन (25),रूस (12),दक्षिण कोरिया (12)और जर्मनी (12) अलग अलग तौर पर पदक तालिका के पहले 6 स्थानों पर रहे।