10 जुलाई को चीन के उप वाणिज्य मंत्री वांग छाओ ने पेइचिंग में आयोजित न्यूज ब्रिफींग में कहा कि वर्तमान में विदेशी पूंजी को आकृष्ट करने के लिए चीन के सामने काफी जटिल स्थिति आ गयी है। लेकिन मध्य दीर्घकालीन दृष्टि से देखा जाए, तो चीन में विदेशी पूंजी के निवेश के लिए कई श्रेष्ठताएं मौजूद हैं। अनुमान है कि इस साल चीन में विदेशी पूंजी के निवेश में वृद्धि होगी।
इस साल, जनवरी से मई तक विश्व आर्थिक वृद्धि में धीमी गति बनी रहने तथा यूरोपीय कर्ज संकट के लगातार बिगड़ने से प्रभावित होने से चीन में विदेशी पूंजी के निवेश की कुल राशि पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 1.91 प्रतिशत घट गयी। फिर भी चीन के विदेशी निवेश में कुछ अनुकूल रूझान दिखा है। आंकड़ों के मुताबिक इस साल के पहले पांच महीनों में चीन में 47 अरब अमेरिकी डालर की विदेशी पूंजी का प्रयोग किया गया था। मई के महीने में प्रयोग में लायी गयी विदेशी पूंजी की रकम 920 करोड़ डालर से अधिक दर्ज हुई है, जो पिछले साल के मई महीने से थोड़ी बढ़ गयी है, इस तरह पिछले 6 महीनों में पैदा हुई मासिक गिरावट की स्थिति समाप्त हो गयी है और मासिक वृद्धि दर बढ़ने लगी है। इस सवाल को लेकर उप मंत्री वांग छाओ ने कहाः
वर्तमान स्थिति को ध्यान में रखकर चीन सरकार सक्रिय रूप से खुले द्वार की नीति जारी रखते हुए विदेशी पूंजी को आकृष्ट करने की निरंतर कोशिश करेगी, विदेशी निवेश के पैमाने को बनाए रखने, निवेश के ढांचे को श्रेष्ठ बनाने तथा निवेश नीति का स्तर उन्नत करने का लक्ष्य प्राप्त करेगी और विदेशी पूंजी के निवेश के तरीकों व माध्यमों का विस्तार करेगी और खुलेपन के क्षेत्रों को और विस्तृत कर देगी।
उप मंत्री ने बलपूर्वक कहा कि चीन विदेशी निवेशकों को चीन के नवोदित कारोबारों, आधुनिक कृषि, आधुनिक सेवा उद्योग तथा ऊर्जा व पर्यावरण संरक्षण उद्योग में पूंजी लगाने के लिए प्रोत्साहित करेगा, पश्चिम चीन में विदेशी निवेश के लिए श्रेष्ठ कारोबारों को सूचीबद्ध करने में तेजी लाएगा और विदेशी निवेश को वहां आकर्षित करने की कोशिश करेगा. चीन विदेशी निवेश को अधिक सुविधा देने के लिए प्रबंध व्यवस्था का नवीनीकरण करेगा, सेवा का स्तर उन्नत करेगा और विदेशी पूंजी के निवेश के लिए अच्छे सुव्यवस्थित वातावरण तैयार करेगा।
उप मंत्री वांग ने कहा, इस साल चीन सरकार ने देश में भीतरी मांगों का विस्तार करने तथा आर्थिक वृद्धि को बनाए रखने के लिए सिलसिलेवार कदम उठाए हैं, जिससे धीरे धीरे उपलब्धि हासिल हो रही है। इन कदमों से विदेशी निवेशकों का विश्वास बढ़ गया। अनुमान है कि इस साल चीन में विदेशी पूंजी के निवेश में स्थिर इजाफा होगा ।
उप वाणिज्य मंत्री वांग छाओ ने कहा कि हालांकि चीन के भीतर कारोबारों में उत्पादन लागत बढ़ने के कारण विदेशी निवेश पर थोड़ा असर पड़ा है, किन्तु समग्र स्थिति के अनुसार विश्व में अन्तरराष्ट्रीय आर्थिक पुनरूत्थान आहिस्ते आहिस्ते हो रहा है, विकसित देशों में औद्योगिक बहाली होने लगी है, नवोदित बाजार वाले देशों में विदेशी पूंजी को खींच लेने की शक्ति बढ़ने का भी चीन में विदेशी पूंजी के निवेश पर प्रभाव पड़ेगा।
संयुक्त राष्ट्र व्यापार व विकास सम्मेलन की ताजा रिपोर्ट के अनुसार बहुराष्ट्रीय कंपनियां पूंजी निवेश के लिए जो सब से पसंदीदा देश चुनती हैं, उन में चीन प्रथम स्थान पर है। इस से जाहिर है कि विदेशी निवेशक अभी भी चीन के बाजार और चीन में पूंजी के निवेश पर विश्वस्त हैं।
उप वाणिज्य मंत्री वांग ने कहा कि चीन सरकार ने विदेशी निवेश केलिए वातावरण सुधारने में ढेर सारे काम किए हैं, चीन में कारोबार खोले अधिकांश विदेशी उद्यमी चीन के बाजार एवं चीन में निवेश के प्रति पूर्ण विश्वास रखते हैं। आगे विकास के लिए चीन और अधिक क्षेत्रों को विदेशी निवेशकों के लिए खोलेगा, विशेषकर सेवा उद्योग को खोल देगा और विदेशी निवेशकों को चीन के उच्च स्तरीय निर्माण उद्योग, हाई टेक व आधुनिक सेवा उद्योग में पूंजी लगाने, चीन के पश्चिमी भाग में निवेश करने के लिए प्रेरित करेगा। साथ ही चीनी वाणिज्य मंत्रालय कानून कायदे को और अधिक बेहतर बनाएगा, पारदर्शिता बढ़ाएगा तथा विदेशी निवेश मामलों की जांच व अनुमोदन की प्रक्रिया तथा संबंधित कामकाजों को सरल बनाएगा।