चीन की राजधानी पेइचिंग में तीसरे चीन-भारत साझा चिकित्सा अभियान का उदघाटन समारोह 25 जून 2012 को आयोजित किया गया। इस अभियान में चीन और भारत दोनों के चिकित्सा दलों ने हिस्सा लिया। उद्घाटन समारोह में चीन-भारत मैत्री संगठन के चीनी अध्यक्ष ज़ियांग झेंग हुआ भी मौजूद थे। इसके अलावा भारतीय दूतावास के काउंसिलर श्री अरुण कुमार साहू ने भी हिस्सा लिया। यह चिकित्सा-अभियान डॉक्टर कोटनिस की याद में आयोजित किया जाता है।इस के तहत इस बार भारत और चीन के डॉक्टरों की एक टीम होबेई में जाकर चिकित्सा सेवा लोगों को देगी। आपको बता दें कि हबेई में ही डॉक्टर द्वारकानाथ कोटनिस का निधन हुआ था। जिसके बाद से भारत-चीन मैत्री कार्यक्रम के तहत कई तरह के कार्यक्रम चलाए जाते हैं। जिनमें से चिकित्सा सेवा भी एक है। इस चिकित्सा अभियान का उद्देश्य भारत और चीन के ग्रामीण इलाकों में जाकर लोगों को चिकित्सा सेवा देना है। भारत और चीन दोनों ही देशों की भारी आबादी आज भी गावों और छोटे कस्बों में रह रही है। भारतीय दल के अध्यक्ष श्री सरबजीत सिंह संधू ने बताया कि ग्रामीण आबादी को मुफ्त चिकित्सा सेवा देने के साथ ही उनके दल का उद्देश्य चीन के डॉक्टरों और चिकित्सा व्यवस्था को समझना और इसका भारत में सदउपयोग करना होगा। भारत और चीन ने पिछले 20 से 30 वर्षों में काफी प्रगति की है और दोनों ही देशों में इस समय में भारी बदलाव भी आए हैं। भारत और चीन विश्व के लिये मेडिकल टूरिज़्म का केन्द्र बनते जा रहे हैं। आपसी समन्वय और मैत्रीपूर्ण सहयोग दोनों ही देशों की प्रगति और उन्नति के लिये सहायक सिद्ध होगा। (पंकज श्रीवास्तव )