रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने 3 जून को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पतिन की हाल की चीन यात्रा की कार्यसूची का खुलासा किया। उन्होंने कहा कि पुतिन की इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य चीन व रूस के विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग मजबूत करना है। दोनों पक्ष एक संयुक्त बयान पर हस्ताक्षर करेंगे और चीन व रूस की ऊर्जा, आधुनिकीकरण एवं नवीनता सहयोग, आपसी निवेश का विस्तार करने, औद्योगिक सहयोग, क्षेत्रीय संबंधों को गहराने आदि मामलों पर चर्चा भी करेंगे।
लावरोव ने कहा कि इस यात्रा के दौरान दोनों देश द्विपक्षीय व्यापार संरचना को अनुकूलित करने के तरीकों पर चर्चा करेंगे। इसके अलावा दोनों पक्ष पर्यावरण संरक्षण, सीमा-पार जल के उपयोग व संरक्षण में सहयोग पर भी विचार-विमर्श करेंगे।
लावरोव ने कहा कि यह साल चीन की "रूसी पर्यटन वर्ष" है। दोनों पक्ष दोनों देशों के युवाओं के बीच आदान-प्रदान को बढावा देने, आगामी 10 वर्षों में चीन-रूस सांस्कृतिक सहयोग अभियान पर भी वार्ता होगी।
रूसी राष्ट्रपति पुतिन पांच से 7 जून तक चीन की राजकीय यात्रा करेंगे। साथ ही वे पेइचिंग में होने वाले शांगहाई सहयोग संगठन के सदस्य देशों के प्रमुखों की परिषद की 12वीं बैठक में भी हिस्सा लेंगे। लावरोव ने कहा कि इस शिखर सम्मेलन में एससीओ के मध्यम अवधि के विकास की रणनीति की योजना आदि दस्तावेज़ों पर विचार किया जाएगा। उनके मुताबिक इन सालों में एससीओ की क्षेत्रीय सुरक्षा व स्थिरता के लिए मुख्य भूमिका निश्चित की गई है।
(नीलम)