रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की चीन राजकीय यात्रा और शांगहाई सहयोग संगठन के पेइचिंग शिखर सम्मेलन में भाग लेने के पहले रूस स्थित चीनी राजदूत ली ह्वे ने एक लेख जारी कर कहा कि चीन व रूस के व्यापक सामरिक साझेदारी संबंधों के विकास को आगे बढ़ावा देना दोनों देशों के नागरिकों के बुनियादी हितों व समय की प्रवृत्ति से मेल खाता है, जिसकी व्यापक संभावना है।
ली ह्वे ने एक साथ आगे बढ़ें और एक साथ शानदार भविष्य बनाएं शीर्षक लेख में कहा कि चीन व रूस दोनों देशों के संबंधों के आगामी 10 वर्षों के लिए विकास परियोजना बना रहे हैं और एससीओ को अपने दूसरे दस वर्षीय विकास का मिला है। इसके तहत पुतिन की चीन यात्रा से द्विपक्षीय संबंध व एससीओ के विकास को बढ़ावा देने पर जरूर सकारात्मक प्रभाव डाल दिया जाएगा। उनकी चीन यात्रा के दौरान चीन व रूस के नेता द्विपक्षीय संबंध, समान रुचि वाले अंतरराष्ट्रीय व क्षेत्रीय मामलों और एससीओ के विकास आदि मुद्दों पर विचार-विमर्श करेंगे। साथ ही में संयुक्त बयान और सिलसिलेवार महत्वपूर्ण द्विपक्षीय एवं क्षेत्रीय सहयोगी समझौतों पर भी हस्ताक्षर किए जाएंगे।
एससीओ को लेकर ली ह्वे ने कहा कि आगामी 10 वर्षों में एससीओ व उसके सदस्य देश विकास की कूंजीमत घड़ी पर खड़े हैं। इस पेइचिंग शिखर सम्मेलन में आपसी विश्वास को मजबूत करने, सुरक्षा की रक्षा करने, विकास को बढ़ावा देने, लोगों की आजीविका में सुधार करने, आदान-प्रदान को मजबूत करने को भविष्य में सहयोग के लिए प्राथमिकता दी जाएगी।
ली ह्वे ने कहा कि अब अंतरराष्ट्रीय स्थिति का जटिल व गहरा परिवर्तन हो रहा है। चीन व रूस के संबंधों व एससीओ के विकास के समाने अवसर व चुनौतियाँ खड़े हैं। उन्हें विश्वास है कि पुतिन की इस चीन यात्रा के दौरान चीन व रूस द्विपक्षीय सामरिक साझेदारी संबंध को आगे बढ़ावा देने के साथ अन्य सदस्य देशों के साथ एससीओ को विकास के एक नए स्तर पर पहुँचाएंगे।
(नीलम)