अमरीका की यात्रा कर रहे चीनी रक्षा मंत्री ल्यांग क्वांग लय ने सात मई को पेंटाकन में अमरीकी रक्षा मंत्री पानेटा के साथ वार्ता में दोनों देशों के दिलचस्पी वाले मामलों पर विचारों का आदान प्रदान किया । ल्यांग क्वांग लय ने कहा कि चीन व अमरीका दोनों देशों के फौजी संबंध के विकास के लिये दोनों देशों के संबंध के विकास का अनुरुप होना और दोनों देशों के फौजी संबंध को व्यापक रुप से विस्तृत करना तथा आपसी समझदारी व सहयोग को मजबूत बनाना निहायत जरूरी है ।
चीन व अमरीका दोनों देशों की सेनाओं का संबंध इन दोनों देशों के संबंधों का अहम संगठनात्मक भाग ही है , इस संबंध को किस स्थान पर देना रक्षा मंत्री ल्यांग क्वांग लय की मौजूदा यात्रा का एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन गया है । वार्ता की समाप्ति पर हुई एक न्यूज ब्रीफिंग में ल्यांग क्वांग लय ने कहा कि उन्होंने पानेटा के साथ दोनों देशों के फौजी संबंध पर गहन रुप से विचार विमर्श किया है और यह मान लिया है कि समानता , पारस्परिक लाभ , सहयोग व उभय जीत वाले नये आकार वाले फौजी संबंध की स्थापना दोनों देशों के रक्षा विभागों का साझा दायित्व ही नहीं , विश्व और सभी क्षेत्रों के देशों की समान अभिलाषा भी है । उन का कहना है बेहद महत्वपूर्ण सवाल यह है कि हमारे दोनों देशों की सेनाओं का संबंध दोनों देशों के संबंधों के विकास का अनुरुप कैसे हो जाये । चीन व अमरीका दोनों देशों को नये आकार वाले बड़े देशों के संबंध की खोज करने , बड़े देशों की हैसियत से टकराने की परम्परागत विचारधारा को तोड़कर दोनों देशों की सेनाओं के संबंध को सुधारने की जरूरत है , इसे ध्यान में रखकर मैं ने समानता व पारस्परिक लाभ और सहयोग व उभय जीत वाले नये आकार वाला फौजी संबंध प्रस्तुत किया है , रक्षा मंत्री पानेटा ने इस की प्रतिक्रिया भी की है । यह दोनों देशों के भावी फौजी संबंध के विकास की एक महत्वपूर्ण मार्गदर्शक राय ही है । जब हम इसी राय के अनुसार फौजी संबंध का निपटारा करेंगे , तो दोनों देशों के फौजी संबंध और विभिन्न क्षेत्रों में दोनों देशों के फौजी सहयोग की मजबूती होगी ।
ल्यांग क्वांग लय ने कहा कि अमरीका में ठहरने के दौरान उन्होंने चीनी जनता व सेना के प्रति अमरीकी जनता और सैनिकों व अफसरों की मैत्रीपूर्ण भावना महसूस की है और पानेटा के साथ समान दिलचस्पी वाले सवालों पर व्यापक रुप से बातचीत की है । दोनों पक्षों ने वार्ता में दोनों देशों के फौजी संबंध को बढावा देने के लिये चार मतैक्य भी प्राप्त कर लिये हैं । ल्यांग क्वांग लय ने कहा कि चीन अमरीका के साथ संजीदगी के साथ प्राप्त सहमति को अमल में लायेगा , विभिन्न माध्यमों के जरिये दोनों देशों की सेनाओं की समझदारी व सम्पर्क को सुदृढ़ बना देगा , जिन में पानेटा को चीन यात्रा पर आमंत्रित करना भी शामिल है ।
चीन ने अमरीकी रक्षा मंत्री पानेटा को चालू वर्ष के उत्तरार्द्ध में चीन की यात्रा करने पर आमत्रित कर दिया है , यह खबर उन्होंने अभी अभी सार्वजनिक की है । दोनों पक्ष चीन व अमरीका के रक्षा मंत्रालयों के बीच प्रतिरक्षा सलाह मशविरा व कार्य वार्ता, समुद्री फौजी सुरक्षा सलाह मशविरा तंत्र और रक्षा मंत्रालयों के सीधे देलिफोन सम्पर्क की अहम भूमिका निभाएंगे , वार्तालाप व आदान प्रदान के जरिये समझदारी , सहमति व आपसी विश्वास को मजबूत बनायेंगे तथा मतभेदों को कम कर देंगे ।
अमरीकी रक्षा मंत्री पानेटा चीन व अमरीका दोनों देशों की सेनाओं के बीच सहयोग पर आशाप्रद हैं । उन्होंने कहा कि चीन व अमरीका दोनों देशों ने कुछ क्षेत्रों में सार्थक सहयोग किये हैं , आइंदे इस सहयोग को विस्तृत करना जारी रखा जायेगा । चालू वर्ष में दोनों देश अदन खाड़ी में समुद्री डाकू विरोधी संयुक्त फौजी अभ्यास करेंगे , यह चीन व अमरीका के फौजी सहयोग का और एक उदाहरण होगा ।
अमरीका व चीन ने सिलसिलेवार क्षेत्रों में सहयोग किये हैं , हम शांति स्थापन और मानवीय राहत व समुद्री डाकू विरोधी संधर्ष में सहयोग को वढावा देने में सक्रिय हैं । समुद्री डाकू विरोधी अभियान में चीन ने पिछले तीन साल में अदन खाड़ी में अपना मिशन पूरा कर लिया है और लाल सागर और हिन्द महा सागर के बीच वाणिज्यिक आवाजाहियों की सुरक्षा को अच्छी तरह सुनिश्चित कर दिया है । मैं चीन द्वारा किये गये प्रयासों पर ल्यांग क्वांग लय का आभारी हूं । वास्तव में चालू वर्ष के देर समय में चीन व अमरीका दोनों देश अदन खा़ड़ी में समुद्री डाकू विरोधी संयुक्त फौजी अभ्यास करेंगे ।
नकारा नहीं जा सकता कि चीन व अमरीका की दोनों सेनाओं के बीच रणनीतिक आपसी विश्वास का अभाव फिर भी मौजूद है । इस के मद्देनजर पानेटा ने कहा कि चीन व अमरीका दोनों देश प्रशांत महा सागरीय देश ही हैं , क्षेत्रीय सुरक्षा में सहयोग की मजबूती अत्यंत महत्वपूर्ण है । उन का कहना है आप जानते हैं कि अमरीकी रक्षा मंत्रालय ने हाल ही में जारी नयी प्रतिरक्षा सुरक्षा रणनीति में इस बात पर जोर दिया है कि एशिया प्रशांत क्षेत्र अमरीका की भावी शांति व समृद्धि के लिये निहायत जरूरी है । हमारा लक्ष्य है कि इसी क्षेत्र में सहयोग को मजबूत बनाने के चलते क्षेत्रीय शांति व स्थिरता के लिये चीन के साथ सहयोग को बढावा दिया जाये । दोनों देशों का सकारात्मक , सहयोगी और सर्वांगीर्ण संबंध एशिया प्रशांत क्षेत्र और दोनों देशों की भावी सुरक्षा के लिये अत्यावश्यक है ।
ल्यांग क्वांग लय की मौजूदा यात्रा दस मई तक जारी रहेगी । वे अपनी कामयाब यात्रा पर आश्वस्त हैं ।