ब्रिक्स देशों का चौथा शिखर सम्मेलन 28 से 29 मार्च को नई दिल्ली में आयोजित हो रहा है, जिसका प्रमुख विषय ब्रिक्स देशों में स्थिर, सुरक्षित व समृद्ध साझेदारी संबंध की मज़बूति है। विशेषज्ञों का विचार है कि करीब दस वर्षों के विकास से ब्रिक्स देश विश्व आर्थिक वृद्धि का इंजन और अंतरराष्ट्रीय आर्थिक स्थिति की पुनः स्थापना की अहम शक्ति बन गए।
मशहूर अर्थशास्त्री, ब्राजिली उद्योग व वाणिज्य संघ के सलाहकार कोर्लोस टावारेस ने हाल में हमारे संवाददाता के साथ हुए एक साक्षात्कार में कहा कि ब्रिक्स व्यवस्था न्यायपूर्ण व युक्तियुक्त अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक व आर्थिक नई स्थिति की स्थापना के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। क्योंकि यह विकासशील देशों के बीच सहयोग संबंध है, जो विकसित देशों से अलग नए राजनीतिक व आर्थिक विचार पेश करते हैं।
उन्होंने कहा कि ब्रिक्स व्यवस्था के प्रति लोगों को नया लगता है। दक्षिण अफ्रीका की भागीदारी से इस व्यवस्था की जीवनी शक्ति जाहिर हुई। चीन व ब्राज़िल के लिए इस व्यवस्था की स्थापना से अंतरराष्ट्रीय व्यापारिक संतुलन के लिए मददगार सिद्ध होगा। इस व्यवस्था के लगातार विकास के चलते विकसित देश विकासशील देशों की मांग पर ज्यादा से ज्यादा ध्यान दे सकेंगे।
(श्याओ थांग)