ब्रिक्स देशों का चौथा शिखर सम्मेलन 28 से 29 मार्च को नई दिल्ली में आयोजित हो रहा है, जिसका प्रमुख विषय ब्रिक्स देशों में स्थिर, सुरक्षित व समृद्ध साझेदारी संबंध की मज़बूति है। मौजूदा सम्मेलन में पांच देश दक्षिण-दक्षिण व्यापारिक व बैंकिंग सहयोग विस्तार करेंगे। चीन के दूसरे ब्रिक्स देशों को आरएमबी कर्ज़ देने वाले कदम पर लोगों की नज़र केंद्रित हुई।
सूत्रों के अनुसार चीनी विकास बैंक ब्रिक्स देशों को आरएमबी ऋण देगा, इस के पूर्व मात्र अमरीकी डोलर की ऋण दी जाती थी। इसके प्रति मशहूर अर्थ शास्त्री, ब्राजिली उद्योग व वाणिज्य संघ के सलाहकार कार्लोस टावारेस के विचार में यह चीनी मुद्रा रनमिनबी के अंतरराष्ट्रीयकरण का महत्वपूर्ण कदम है।
उन्होंने कहा कि अब आरएमबी का अमरीकी डोलर के बराबर अंतरराष्ट्रीय मुद्रा बनने का समय आ गया है। यह ब्राजिल समेत ब्रिक्स सदस्य देशों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। आरएमबी कर्ज लेना चीन से बड़े व भारी आकार वाले उपकरणों के आयात से महत्व होता है। चीन से प्राप्त इस ऋण से ब्राज़िल समुद्री यातायात, तेल अन्वेषण, बंद्रगाह व मार्ग निर्माण आदि क्षेत्रों में बड़े आकार वाले उपकरण खरीद सकेगा।
(श्याओ थांग)