तिब्बत में दस लाख भूदास मुक्ति की 53वीं वर्षगांठ संबंधी संगोष्ठी 28 मार्च को ल्हासा में आयोजित हुई, जिस में उपस्थित छात्रों, पूर्व भूदासों, सेवानिवृत्त कार्यकर्ताओं व धार्मिक जगत के प्रतिनिधियों ने क्रमशः भाषण दिए।
पूर्व भूदास त्सेरन तची ने कहा कि 1959 में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के नेतृत्व में तिब्बत में सामंती भूदास व्यवस्था समाप्त की गई। दस लाख भूदासों को मुक्ति मिली और मकान, जमीन, पशु व उत्पादन साधन भी प्राप्त हुए। 53 सालों से तिब्बत में तेज़ आर्थिक व सामाजिक विकास हो रहा है, जिससे तिब्बती लोगों को बड़ा लाभ मिला है।
धार्मिक जगत के प्रतिनिधि, चीनी बौद्ध धर्म संघ की तिब्बती शाखा के अध्यक्ष, जीवित बुद्ध तुप्खांग थुप्डनकेदुप ने कहा कि लोकतांत्रिक सुधार के बाद से चीन की केंद्र सरकार व स्वायत्त प्रदेश की सरकार तिब्बत में धार्मिक से जुड़े काम पर बड़ा ध्यान दे रही हैं। स्थानीय लोगों के पास स्वतंत्र धार्मिक विश्वास का अधिकार होता है।
संगोष्ठी में तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के अध्यक्ष पेमा त्सेरन ने भाषण देते हुए तिब्बत में लोकतांत्रिक सुधार के महत्व की प्रशंसा करते हुए पिछले 53 सालों में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के नेतृत्व में तिब्बत में हासिल सभी उपलब्धियों का सारांश किया।
(ललिता)