उन्होंने कहा कि 53 साल पूर्व दस लाख भू-दासों को मुक्ति देने के उद्देश्य से किए गए लोकतांत्रिक सुधार से तिब्बत में एक नया अध्याय जुड़ा हुआ है। पिछले 53 सालों में केन्द्रीय सरकार और भीतरी इलाके के विभिन्न प्रांतों की सहायता तथा तिब्बत की विभिन्न जातियों के लोगों की समान कोशिशों से तिब्बत में तेज आर्थिक व सामाजिक विकास हा रहा है। सभी लोग सुधार की उपलब्धियों व संविधान से प्रदत्त बुनियादी अधिकारों का लाभ उठाते हैं।
पेमा त्सेलिन ने कहा कि 2011 में तिब्बत में जीडीपी 60 अरब 58 करोड़ 30 लाख युआन है, विश्वविद्यालय स्नातकों की रोजगार दर 99 प्रतिशत है और स्कूलों में बच्चों की दाखिला दर 99.4 फीसदी है। तिब्बत में जनसंख्या वर्ष 1959 की 12 लाख 28 हजार से बढ़कर वर्ष 2011 की 30 लाख 30 हजार तक पहुंच गई है, जिसमें तिब्बती जातीय लोगों की संख्या 90.48 प्रतिशत है।
(ललिता)