दो दिवसीय दूसरा नाभिकीय सुरक्षा शिखर सम्मेलन 27 मार्च को कोरिया गणराज्य की राजधानी सोल में समाप्त हुआ, जिस में पारित सोल-विज्ञप्ति में कहा गया है कि विभिन्न पक्ष नाभिकीय सुरक्षा बढाने और आतंकवादी खतरे को कम करने एवं परमाणु सामग्रियों की तस्करी को रोकने के लिये कदम उठाए।
सोल विज्ञप्ति के विषय वैश्विक नाभिकीय सुरक्षा व्यवस्था, अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा संस्था की भूमिका, नाभिकीय सामग्री आदी 11 क्षेत्रों से संबंधित है।
विज्ञप्ति में अपील की गयी है कि नाभिकीय आंतकी हमले की रोकथाम के लिये विभिन्न देशों को 2013 के अंत से पहले संवर्धित यूरेनियम के प्रयोग में कटौती के लिए ठोस लक्ष्य रखना चाहिये,अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को आंतकी हमले में काम आने वाले रेडियोधर्मी पदार्थों का प्रबंधन कड़ा करना चाहिये और विभिन्न देशों को इन पदार्थों व परमाणु सामग्रियों के अवैध व्यापार के कारगर निपटारे के लिए कारगर कदम उठाने चाहिये।(रूपा)