अमेरिकी न्यूयॉर्क टाइम्स द्वारा 25 मार्च को जारी रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी सेना ने फैसला किया कि वह नाटो के सैन्य विमानों के पाकिस्तानी सैनिकों को बम से मौत के घाट उतार देने वालों के खिलाफ अनुशासनात्मक दंड नहीं देगी।
रिपोर्ट में अज्ञात अमेरिकी वरिष्ठ अधिकारी के कहने के हवाले से कहा गया है कि अमेरिकी सेना ने गत वर्ष के नवंबर में नाटो के सैन्य विमानों के पाकिस्तानी सैनिकों को बम से मौत के घाट उतार देने की घटना के दूसरे चरण की जांच की। जांच परिणाम के मुताबिक अमेरिकी सैनिकों ने आत्मरक्ष के लिए पाकिस्तानी सैनिकों को गोलीबारी की और कोई भी आपराधिक कदाचार नहीं हुआ है।
गत वर्ष के दिसंबर में अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने पहले दौर का जांच परिणाम घोषित किया कि अमेरिकी सेना ने उचित जवाबी कार्रवाई की। अमेरिकी सेना ने इस घटना की जिम्मेदारी अमेरिकी व पाकिस्तानी सेनाओं के बीच अपर्याप्त समन्वय पर ठहराई। लेकिन पाकिस्तान ने इस जांच परिणाम से इन्कार कर दिया और कहा कि यह तथ्यों से मेल नहीं खाता है। पाकिस्तान इस घटना में किसी भी जिम्मेदारी नहीं लेगा।
गत वर्ष के 6 नवंबर को नाटो के सैन्य विमानों ने उत्तर-पश्चिम पाकिस्तान स्थित पाकिस्तानी सेना की दो जांच चौकियों पर हमला किया, जिससे दो अधिकारियों सहित पाकिस्तानी सुरक्षा बल के 24 व्यक्तियों की मौत हो गई और 15 लोग घायल हुए थे। इस घटना के बाद अमेरिका व पाकिस्तान के बीच संबंध बिगड़ गया।
(नीलम)