चीनी प्रधानमंत्री वन चापाओ ने 14 मार्च को पेइचिंग में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में संबंधित सवाल का जवाब देते हुए कहा कि हम तिब्बती बंधुओं के धार्मिक विश्वास की स्वतंत्रता का सम्मान करते हैं और उन के विश्वास को कानूनी रक्षा प्रदान की जाती है।
वन चापाओ ने कहा कि तिब्बत में जातीय स्वायत्त स्वशासन व्यवस्था लागू की जाती है। इधर के वर्षों में तिब्बत के आर्थिक व सामाजिक क्षेत्र में बड़ा विकास हुआ, फिर भी वह भीतरी इलाके की तुलना में थोड़ा पिछड़ा रहा है। इसलिए चीन की केंद्र सरकार ने अनेक सक्रिय कदम उठाए और तिब्बत के विकास को बढ़ाने वाली नई योजना बनाई। इन कदमों का प्रमुख लक्ष्य तिब्बती किसानों व चरवाहों के जीवन स्तर को उन्नत करना है।
प्रधानमंत्री वन च्यापाओ ने यह भी कहा कि तिब्बत में आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के साथ साथ वहां की पारिस्थितिकी व सांस्कृतिक परम्परा का भी संरक्षण किया जाना चाहिए। हम तिब्बती बंधुओं के धार्मिक विश्वास की स्वतंत्रता का सम्मान करते हैं और उनके विश्वास को कानूनी रक्षा दी जाती है।
(श्याओ थांग)