चीनी जन राजनीतिक सलाहकार सम्मेलन की राष्ट्रीय जनसंख्या व पर्यावरण समिति के उपाध्यक्ष वांग य्वी-छिंग ने 10 तारीख को सुझाव दिया कि चीन सरकार अंतर्राष्ट्रीय अनुभवों को ध्यान में रखते हुए देश की वस्तुस्थिति के अनुसार राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्य-योजना बनाकर जल्द ही उसे लागू करे।
उन्होंने पेइचिंग में हो रहे राष्ट्रीय जन राजनीतिक सलाहकार सम्मेलन के वार्षिक सत्र के तीसरे पूर्णाधिवेशन में सुझाव पेश करते हुए यह भी कहा कि सरकार विज्ञान-तकनीकी विकास की मध्यम व दीर्धाकालिक परियोजना में वायु-प्रदूषण की रोकथाम को प्राथमिकता देने के रूप में अंतर्राष्ट्रीय मानकों से मेल खाने वाले मापदंड जारी करे,पीएम2.5 की निगरानी करवाए और राष्ट्रीय स्तर पर क्षेत्रीय वायु-प्रदूषण की रोकथाम के लिए विशेष तकनीकों का विकास करवाए।
उन का कहना है कि वाहनों में पैदा होने वाले उत्सर्जन का और अधिक सख्त मापदंड लागू करना चाहिए,वाहनों के लिए उपयु्क्त बतौर ईंधन तेल का उत्पादन करना चाहिए,मझौले व बड़े शहरों को ऐसे सार्वजनिक तंत्र के निर्माण में तेजी लानी चाहिए,जिसके तहत सुविधाएं जल्द ही मिलेगी,कम कार्बन डाइआँक्साइट होने पर भी कार्यक्षमता बड़ी होगी और मानवीय पहलुओं पर ज्यादा ध्यान दिया जाएगा।श्री वांग के सुझाव में यह भी कहा गया है कि वायु-प्रदूषण में कमी लाने की व्यवस्था को परिपूर्ण बनाया जाए,क्षेत्रीय वायु-प्रदूषण पर संयुक्त रूप से काबू पाया जाए और इस काम की निरीक्षण व समीक्षा के लिए एक विशेष प्रणाली बनाई जाए।
2011 में विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जारी दुनिया के शहरों के वायु-प्रदूषण संबंधी एक रिपोर्ट में 91 देशों के 1083 शहरों के नाम लिए गए है,जिनमें चीन के 28 शहर न0.900 के बाद रखे गए है।वायु-प्रदूषण के क्षेत्र में चीन का स्थान बहुत से विकासशील के तुलना में पिछड़ाहै।