इस साल जनवरी से चीन, भारत और जापान अदन की खाड़ी और सोमाली समुद्री क्षेत्र में समन्वय कर त्रैमासिक मार्गरक्षण सहयोग करेंगे। पहली तिमाही में चीन अपनी मार्गरक्षण अनुसूची बनाएगी और अन्य देश चीन की अनुसूची के आधार पर अपनी अनुसूची निश्चित करेंगे। चीनी रक्षा मंत्रालय ने 23 फरवरी को यह जानकारी दी।
चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कंग येनशंग ने कहा कि इस सहयोग से मार्गरक्षण की कार्यक्षमता बढ़ने के अलावा विभिन्न देशों के व्यापारिक जहाज़ों की सुरक्षा की गारंटी भी हो सकेगी।
उन्होंने कहा कि चीन अंतरराष्ट्रीय मार्गरक्षण सहयोग के बारे में सक्रिय कदम उठाते हुए संबंधित देशों व संगठनों के साथ सहयोग व आदान प्रदान कर रहा है। दिसंबर 2008 से चीनी नौसेना ने व्यापारिक जहाज़ों के मार्गरक्षण के लिए 10 बेड़े अदन की खाड़ी और सोमाली समुद्री क्षेत्र में भेजे हैं, जिनमें 25 जहाज़, 22 हेलीकॉप्टर और 8 हज़ार 4 सौ सैनिक शामिल हैं।
(दिनेश)