चीनी उप राष्ट्राध्यक्ष शि चिन-पिंग इन दिनों अमेरिका की यात्रा पर हैं, यात्रा के दूसरे पड़ाव में वे लाउवा स्टेट के मुस्काटिन कस्बे में वर्षों से बिदा हुए अपने अमेरिकी मित्रों से मिलने गए। विशेषज्ञों का कहना है कि चीनी उप राष्ट्राध्यक्ष की मौजूदा यात्रा से चीनी और अमेरिकी जनता के बीच आवाजाही और आदान-प्रदान बढ़ाने में बड़ी मदद मिलेगी।
अमेरिकी स्थानीय समय के अनुसार 15 फरवरी के तीसरे पहर, चीनी उप राष्ट्राध्यक्ष शि चिन-पिंग अमेरिका के लाउवा स्टेट के मुस्काटिन कस्बे की यात्रा पर गए, वहां वे उसी मकान को देखने भी पहुंचे, जिस में आज से 27 साल पहले अमेरिका में ठहरने के दौरान वे आवास कर चुके थे। इस छोटे से कस्बे में उन की वर्षों से बिदा हुए अमेरिकी मित्रों से मुलाकात हुई और वहां बीते हुए समय की याद की गयी है।
अमेरिका यात्रा में श्री शि चिन-पिंग के लिए इस प्रकार के बंदोबस्त की चर्चा में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी स्कूल के अन्तरराष्ट्रीय रणनीति अनुसंधान संस्थान के शौधकर्ता काओ जुक्वी ने कहा कि मुस्काटिन कस्बे में इस प्रकार की पारिवारिक पार्टी जैसी मुलाकात यों तो चीनी उप राष्ट्राध्यक्ष शि चिन-पिंग की अमेरिका यात्रा का एक छोटा अंग है, किन्तु इस प्रबंध में आत्मीयता और स्नेह का भरपूरा भाव महसूस होता है, वैसे ही यह एक ध्यानाकर्षक यात्रा है। श्री काओ ने कहाः
जनता से मिलना किस यात्रा पर जाने वाले राजनेता और मेजबान देश की जनता के बीच आपसी समझ बढ़ाने का एक अच्छा मौका है। इस प्रकार की गतिविधि राजनयिक कार्य से ऊपर उठ गयी है। श्री शि चिन-पिंग के तरफ से देखा जाए, तो ये पुराने अमेरिकी मित्र अमेरिका का प्रतिनिधित्व करते हैं और इन अमेरिकी मित्रों के लिए चीनी उप राष्ट्राध्यक्ष चीन का प्रतिनिधित्व करते हैं। इस तरह की आवाजाही से अमेरिकी मित्रों में चीन और चीनी जनता के प्रति और अधिक समझ मिलेगी।
श्री काओ जु क्वी के विचार में लाउवा स्टेट में हुई इस प्रकार की मुलाकात से चीनी और अमेरिकी लोगों को गैर सरकारी आवाजाही बढ़ाने के लिए नयी प्रेरणी शक्ति मिलेगी। उन्होंने यह भी कहा कि उप चीनी राष्ट्राध्यक्ष की मौजूदा यात्रा के सभी कार्यक्रम ध्यानाकर्षक हैं । वाशिंगटन में उन्होंने चीन अमेरिका संबंधों के विकास में योगदान कर चुके पूर्व अमेरिकी राजनेताओं से मुलाकात की जो इस बात का परिचायक है कि चीन दोनों देशों के संबंधों को बढ़ाने में काम कर चुके पुराने मित्रों को बहुत महत्व देता है। जबकि शि चिन-पिंग और ओबामा के बीच भेंट वार्ता में जो नयी सहमति प्राप्त हुई है, वह दोनों देशों के विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। अपनी यात्रा के अंतिम पड़ाव में चीनी उप राष्ट्राध्यक्ष शि चिन-पिंग लोस एजेंल्स जाएंगे, वहां आर्थिक व व्यापारिक सहयोग पर ज्यादा चर्चा होगी, यह भी दोनों देशों के संबंधों के भावी विकास में एक अहम पहलु है।
शि चिन पिंग की मौजूदा अमेरिका यात्रा के महत्व के बारे में इन शब्दों में सारांश निकाला जा सकता हैः सर्वप्रथम यह एक निष्कपटतापूर्ण और व्यावहारिक यात्रा है, जिसमें चीनी उप राष्ट्राध्यक्ष शि चिन-पिंग ने खुलकर और व्यावहारिक तौर पर चीन अमेरिका संबंधों में मौजूद समस्याओं का जिक्र किया है। साथ ही मौजूदा यात्रा को विश्वसनीय और सकारात्मक जैसे शब्दों से भी करार किया जा सकता है।
चीनी उप राष्ट्राध्यक्ष शि चिन-पिंग की यात्रा को लेकर चीनी अखबार शिन चिंग बो की समीक्षा में कहा गया है कि चीन अमेरिका संबंध कब से ही अकेले आर्थिक व व्यापारिक दायरे से आगे निकल गये हैं और सख्त शक्ति वाले राजनय को पार कर गये हैं, अब वह संस्कृति व व्यवस्था से जुड़ी सोफ्ट शक्ति के स्तर पर पहुंचे हैं। अब सोच विचार यह किया जा रहा है कि किस प्रकार के राजनयिक तरीके से आम लोगों की पसंद और रौचकता बढ़ सकती हो। चीनी अखबारों में यह माना गया है कि चीनी उप राष्ट्राध्यक्ष शि चिन-पिंग की मौजूदा अमेरिका यात्रा फिलहाल अमेरिकी लोगों के लिए सब से अधिक सुनने व देखने काबिल समाचार होंगे। क्योंकि इन समाचारों में बड़े देशों की छवि और विकास के लिए दोनों देशों की इच्छा व संभावना देखने को मिल सकती है।