दोस्तो , पूर्वी अमरीका के स्थानीय समय के अनुसार 15 फरवरी के दोपहर को वाशिंगटन मरीओट वार्डमान पार्क होटल मीडिया का ध्यानाकर्षक केंद्र रहा । अमरीका की यात्रा पर गये चीनी उप राष्ट्राध्यक्ष शी चिन फिंग ने यहां पर चीन अमरीका संबंध पर प्रकाश डाल दिया । उन्होंने कहा कि चीन व अमरीका के लिये यह जरुरी है कि दोनों देशों के हितों के संगम और पारस्परिक लाभप्रद सहयोग को विस्तृत किया जाय़े और दोनों देशों के संबंध को 21वीं शताब्दी के नये आकार वाले बड़े देशों के संबंधों का रुप दिया जाये ।
उसी दिन अमरीक चीन व्यापार कमेटी और अमरीका चीन संबंध की राष्ट्रीय कमेटी आदि अमरीका के मैत्रीपूर्ण संगठनों ने शी चिन फिंग के सम्मान में एक लंच दिया । लंच पर उप राष्ट्राध्यक्ष शी चिन फिंग ने चीन अमरीकी सहयोग व साझेदार संबंध के सुंदर भविष्य का समान रुप से निर्माण करो शीर्षक व्याख्यान दिया । उन्होंने अपने व्याख्यान में कहा मौजूदा सदी के दूसरे दशक में प्रविष्ट होकर चीन अमरीका संबंध नये ऐतिहासिक प्रस्थान बिंदु पर खड़ा हुआ है , हमारे लिये यह जरूरी है कि गत वर्ष के जनवरी में चीन अमरीका सहयोग व साझेदारी के निर्माण के बारे में राष्ट्राध्यक्ष हू चिन थाओ व राष्ट्रपति ओबामा के बीच संपन्न महत्वपूर्ण सहमति को संजीदगी के साथ अमल में लाया जाये , दोनों देशों के हितों के संगम व पारस्परिक लाभप्रद सहयोग को विस्तृत किया जाये और चीन अमरीका सहयोग व साझेदारी में नयी प्रगति की जाये तथा दोनों देशों के सहयोग साझेदार संबंध को 21वीं शताब्दी के नये आकार वाले बड़े देशों के संबंधों का रुप दिया जाये ।
अमरीका के पूर्व राष्ट्रपति निक्सोन की चीन यात्रा की ठीक चालीसवीं वर्षगांठ पर शी चिन फिंग अमरीका की यात्रा पर गये हैं । पिछले चालीस सालों में चीन व अमरीका की आवाजाही से जाहिर है कि हालांकि दोनों देशों के संबंध के विकास में कुछ न कुछ समस्याएं प्रकाश में आयी हैं , लेकिन सामान्य प्रवृति फिर भी आगे बढ़ती रही है । चीनी व अमरीकी मैत्री व सहयोग इतिहास की मुख्य आबाध्य व अपरिवर्तनीय धारा है । वर्तमान अंतर्राष्ट्रीय परिस्थिति में गहरा जटिल बदलाव आ रहा है , चीन अमरीका संबंध चुनौति व मौके का सामना भी कर रहा है । चीन अमरीका संबंध के विकास का उल्लेख करते हुए शी चिन फिंग ने कहा चीन व अमरीका दोनों देशों के हित महत्वपूर्ण हैं , रणनीतिक आपसी विश्वास पारस्परिक लाभप्रद सहयोग का आधार है , आपसी विश्वास जितना गहरा है , सहयोग की गुंजाइश उतनी ही विशाल है । दोनों पक्षों को चाहिये कि शीत युद्ध की विचारधारा को छोड़ दिया जाये , आपसी समझ व विश्वास बढाया जाये और खाइयों व शंकाओं को कम किया जाये ।
शी चिन फिंग ने कहा कि चीन व अमरीका को चीन अमरीका सामरिक व आर्थिक वार्तालाप , मानवीय आदान प्रदान व फौजी आवाजाही आदि विविधतापूर्ण माध्यमों के जरिये वार्तालाप , आदान प्रदान और सम्पर्क को मजबूत बनाना और एक दूसरे के सामरिक आशय व विकासक्रम को समझना और गलतफेहमियों व गलत फैसलों से बचाने की कोशिश करनी चाहिये , ताकि आपसी समझ व सामरिक विश्वास के सहारे चीन व अमरीका के पारस्परिक लाभप्रद सहयोग की भारी निहित शक्तियों को प्रदर्शित किया जा सके ।
शी चिन फिंग को आशा है कि दोनों पक्ष ठोस रुप से एक दूसरे के केंद्रीय हितों व भारी चिन्ताओं का सम्मान करेंगे ।
हमें आशा है कि अमरीका हमेशा से चीन व अमरीका की तीन संयुक्त विज्ञप्तियों की भावना का पालन कर एक चीन की नीति पर कायम रहेगा और असली कार्यवाही से थाईवान की स्वाधीनता का विरोध करेगा और दोनों तटों के संबंध के शांतिपूर्ण विकास का समर्थन करेगा । हमारी यह आशा भी है कि अमरीका तिब्बत को चीन के एक भाग के रुप में मान्यता देने और तिब्बत की स्वतंत्रता का विरोध करने के अपने वचनों का पालन करेगा और तिब्बत से जुड़ने वाले सवालों का सावधानता से निपटारा करेगा ।
शी चिन फिंग ने चीन व अमरीका दोनों पक्षों से यह अपील की है कि मानवाधिकार वार्तालाप का आदान प्रदान जारी रखा जाये , दोनों देशों के राज्य़ाध्यक्षों के बीच अपने अपने विकास रास्त के विकल्प पर संपन्न सहमति को मूर्त रुप दिया जाये। ताकि दोनों देशों के मानवाधिकार कार्यों को और अधिक संपूर्ण बनाया जा सके ।
एशियाई प्रशांत क्षेत्र की चर्चा में शी चिन फिंग ने कहा एशियाई प्रशांत क्षेत्र चीन व अमरीका के हितों के संगम का सब से केंद्रित क्षेत्र है , उसे चीन व अमरीका के बेहतर इंटरएक्टिव और सहयोग व उभय जीत का अहम मंच बनाना चाहिये । चीन अमरीका को एशियाई प्रशांत क्षेत्र की शांति , स्थिरता और समृद्धि के लिये रचनात्मक भूमिका निभाने में स्वागत करता है , साथ ही यह उम्मीद भी है कि अमरीका चीन समेत इसी क्षेत्रीय देशों के हितों व चिन्ताओं का ठोस सम्मान करेगा ।
शी चिन फिंग की व्याख्यान की समाप्ति पर हमारे संवाददाता ने डाक्टर किसिंगर ने कहा शी चिन फिंग ने चीन व अमरीका के विभिन्न क्षेत्रीय संबंधों पर तफसील से प्रकाश डाल दिया है , मैं चीन अमरीका संबंध के भविष्य के प्रति आश्वस्त हूं ।
अमरीका चीन संबंध की राषट्रीय कमेटी की अध्याक्षा हिल्लस का मानना है उन का व्याख्यान बहुत सफल है , उन्होंने अमरीकी जनता को चीन व अमरीका के बीच सहयोग के जरिये द्विपक्षीय संबंधों में उत्पन्न काटेदार मुद्दों के समाधान की जरूरत पर जो प्रकाश डाल दिया है , हमारे विचार में यह अत्यंत महत्वपूर्ण है ।
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