दोस्तो , इजराइली विदेश मंत्रालय ने 13 फरवरी को इस बात की पुष्टि की है कि भारत व जाँर्जिया स्थित इजराइली दूतावास अलग अलग तौर पर बम विस्फोटों का निशाना बने । भारत स्थित इजराइली दूतावास की कार में हुए बम विस्फोट में चार व्यक्ति घायल हुए हैं ।
भारतीय मीडिया के अनुसार भारत के स्थानीय समय के अनुसार 13 फरवरी को दोपहर के बाद सवा तीन बजे भारत स्थित इजराइली दूतावास की एक कार में बम का विस्फोट होने के बाद आग लग गयी । उस समय यह कार इजराइली दूतावास के बाहर खड़ी हुई थी , हमलावर ने एक मोटर साइकिल पर सवार होकर इस कार पर कुछ चीजें फेंकी , कार में आग लगने से पहले वम का विस्फोट हुआ । इजराइली दूतावास के अटैची विभाग में कार्यरत एक महिला राजनयिक विस्फोट में घायल हुईं, इस के अलावा इस महिला का ड्राइवर और अन्य दो भारतीय भी घायल हुए हैं ।
विस्फोट होने के बाद पुलिस ने तुरंत ही घटनास्थल पर पहुंचकर जांच पड़ताल शुरु की और सभी घायलों को इलाज के लिय़े अस्पताल में भर्ती करा दिया है । पुलिस के अनुसार घायलों की स्थिति गम्भीर है , पर हालत स्थिर है , जान का कोई खतरा नहीं है । पुलिस ने कहा कि वर्तमान बिस्फोट घटना की जांच पड़ताल की जा रही है , आतंकवादी घटना की संभावना को खारिज नहीं किया जा सकता ।
भारतीय विदेश मंत्री कृष्णा ने 13 फरवरी को कहा कि भारत इसी दिन नयी दिल्ली में हुई इजराइली दूतावास की कार पर हमला घटना की निन्दा करता है । उन्होंने कहा कि उन्होंने घटना घटित होने के बाद इजराइली विदेश मंत्री के साथ फोन पर बातचीत की और यह आश्वासन भी दिया है कि भारत संजीदगी के साथ इस घटना की जांच पड़ताल कर देगा और हमलावरों को कानूनी सजा सुनाएगा ।
इसी दिन जाँर्जिया स्थित इजराइली दूतावास की एक गाड़ी में विस्फोटक सामग्री का पता लगाया गया , लेकिन पुलिस ने इस के तुरंत बाद निस्फोटक सामग्री को निष्क्रिय कर दिया । इजराइली दूतावास के ड्राइवर ने कहा कि उसी दिन जब वह गाड़ी चलाने ही वाला है , तो उस की नजर गाड़ी के नीचे चिपके एक पैकेज पर पड़ी , फिर तुरंत ही पुलिस को सूचित किया । पुलिस ने पैकेज में एक हथगोले का पता लगाया और उसे हटा दिया ।
इजराइल सरकार ने विदेशों में स्थित दूतावासों की कारों पर हुई प्रहार घटनाओं के प्रति तीव्र प्रतिक्रियाएं कीं । इजराइली प्रधान मंत्री नेतान्याहू ने कहा कि इन घटनाओं के पीछे ईरान का हाथ है । उन्होंने कहा कि गत कई माहों में इजराइल ने कई देशों में इजराइली नागरिकों के खिलाफ कई प्रहार योजनाओं को विफल बना दिया , जबकि हाल ही में इजराइली राजनयिकों के खिलाफ प्रहार ईरान व लेबनानी हिज़ब्बलाह ने खड़ा कर दिया है । उन्होंने ईरान पर यह आरोप लगायाहै कि ईरान विश्व में आतंक का सब से बड़ा निर्यातक देश है , इजराइली सरकार व सेना समुद्रपारीय सुरक्षा शक्तियों के साथ सहयोग करना जारी रखेगी और ईरान से आने वाले आतंकवादी हमलों के साथ संघर्ष कर देगी । इजराइली विदेश मंत्री लिबेर्मान ने उसी दिन कहा कि इजराइल को पता है कि किस को प्रहार घटना की जिम्मेदारी लेगी होगी , यह भी मालूम है कि किस ने यह प्रहार घटना रच डाली है , इजराइल इस के प्रति हाथ पर हाथ धरे बैठा नहीं रहेगा । इजराइली राष्ट्रीय रक्षा सेना के चीफ आँफ जनरल स्टाफ ने सेना के उच्च स्तरीय अधिकारियों के साथ प्रत्युपायों पर विचार विमर्श करते हुए कहा कि हिज़ब्बलाह के निशाने पर प्रहार करने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता ।
वर्तमान में इजराइली विदेश मंत्रालय ने विभिन्न देशों में स्थित अपने दूतावासों से कड़ी सुरक्षा करने और अस्थायी तौर पर शहरी क्षेत्रों में कार न चलाने का अनुरोध पेश किया ।
ईरान ने इजराइल के आरोपों को एकदम ठुकरा दिया । ईरानी मीडिया के अनुसार ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मेहमानपारास्ट ने 13 फरवरी को कहा है कि ईरान ने भारत व जाँर्जिया स्थित इजराइली दूतावासों के राजनयिकों के खिलाफ प्रहार रचने में भाग नहीं लिया और संबंधित आरोपों को निराधार व झुठा भी करार दे दिया । उन्होंने कहा कि ईरान किसी भी रुप वाले आतंकवाद की निन्दा करता है । उसी दिन ईरानी संसद की राष्ट्रीय सुरक्षा और वैदेशिक मामलात कमेटी के सदस्य हैडरपुर ने कहा कि इजराइल इन आरोपों के जरिये ईरान के खिलाफ फौजी प्रकार करने के लिये अनुकूल स्थिति तैयार करना चाहता है ।
अमरीकी विदेश मंत्री क्लिंगटन ने 13 फरवरी को अपने वक्तव्य में भारत स्थित इजराइली दूतावास पर हुई प्रहार घटना की निन्दा की और कहा कि प्रहार घटना डरपोक हरकत है और समूचे अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का उल्लंघन भी है ।