नाटो महासचिव एंडर्स फ़ोग रास्मुसेन ने 30 जनवरी को कहा कि नाटो अफ़गानिस्तान में पहले के रोड मैप पर कायम रहेगा।वर्ष 2014 के अंत से पूर्व अफ़गान बलों को सुरक्षा का काम पूरी तरह सौंप दिया जाएगा।
रास्मुसेन ने फ़्रांस द्वारा समय से पहले अफगानिस्तान से सेना हटाये जाने पर टिप्पणी करने से इनकार किया।लेकिन उनका कहना है कि वर्ष 2013 के मध्य से लेकर कुछ प्रांतों व क्षेत्रों से आखिरकार हस्तांतरण के बाद नाटो सेना का प्रभाव धीरे से लड़ाई से समर्थन तक बदलेगा।रास्मुसेन के अनुसार हस्तांतरण की गति और व्यापकता अफ़गानिस्तान की सुरक्षा स्थिति पर निर्भर रहेंगे।
फ़्रांस के राष्ट्रपति निकोलस सार्कोज़ी ने 27 जनवरी को वर्ष 2013 के अंत से पहले अफ़गानिस्तान स्थित सभी फ़्रांसीसी सैनिकों को हटाने की घोषणा की।साथ ही वे नाटो से सुनिश्चित योजना से एक साल पूर्व यानी कि 2013 में सभी लड़ाई अभियान अफ़गान सुरक्षा बलों को सौंपने की अपील करेंगे।सार्कोज़ी यह परियोजना फ़रवरी की 2 से 3 तारीख को आयोजित नाटो के रक्षा मंत्री सम्मेलन में पेश करेंगे।
कुछ मीडिया में जारी ख़बर के मुताबिक फ़्रांस की इस कार्रवाई के बाद नाटो के दूसरे देश भी ऐसा करेंगे। जिससे नाटो की सुनिश्चित हस्तांतरण परियोजना को झटका लगेगा।
(लिली)