चीनी राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो के ताजा आंकड़ों के अनुसार 2011 के साल में चीन में सीपीआई यानी उपभोत्ता चीजों के दामों के सूचकांक में 2010 से 5.4 प्रतिशत बढ़ी है, किन्तु इस के दिसम्बर माह में सीपीआई तो 4.1 प्रतिशत रहा, जो पिछले 15 महीनों में सब से नीचा है। इसे देखते हुए कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि वर्ष 2012 में चीन में चीजों के दामों में गिरावट जारी रहेगी।
चीनी राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो की ताजा रिपोर्ट में कहा गया है कि गत दिसम्बर में चीन में सीपीआई में वृद्धि का रूझान खत्म हुआ है, नवम्बर माह की तुलना में दिसम्बर का सीपीआई सिर्फ 0.3 प्रतिशत अधिक था, यों दिसम्बर के माह में खाद्य दामों में 9.1 प्रतिशत की वृद्धि तो हुई, पर चीजों के कुल दामों के सूचकांक में गिरावट बनी रही है। इसे लेकर चीन के छिंगह्वा विश्वविद्यालय के चीनी व विश्व आर्थिक अनुसंधान केन्द्र के शोधकर्ता युन कांगमिंग ने कहाः
अभी अभी जारी की गयी रिपोर्ट से पता चला है कि पिछले साल नवम्बर की तुलना में दिसम्बर के खाद्य पदार्थों के दामों में जो वृद्धि हुई है, वह महज पिछले साल एक लम्बे समय तक बनी रही महंगाई पर आधारित है, अर्थात गत नवम्बर से चीजों के दामों की वास्तविक वृद्धि दर लगातार गिरती आयी है, न कि बढ़ती है। अब की स्थिति यह है कि चीन में महंगाई निरंतर घटती जा रही है, हालांकि गिरावट की गति आहिस्ते-आहिस्ते तो रही है, यह एक अच्छा परिवर्तन जान पड़ता है।
असल में चीन में पिछले कई महीनों में चीजों के दामों में गिरावट की प्रवृत्ति बनी है और सीपीआई लगातार नीचे आ रहा है। लेकिन फिलहाल चीन में नव वर्ष के बाद देश का सब से बड़ा परंपरागत त्योहार वसंतोत्सव नजदीक आ रहा है, इसलिए साल के पहले महीने में चीजों के दाम थोड़े बढ़ने की संभावना है। फिर भी समूची आर्थिक वृद्धि दर नीचे आने से प्रभावित होकर चीन में चीजों के दामों में वृद्धि अवश्य कम हो जाएगी। इसे स्पष्ट करते हुए शोधकर्ता युन कांगमिंग ने कहाः
उदाहरणार्थ, मौजूदा सर्दियों के मौसम में सब्जी उत्पादन पर असर पड़ा है, और तो और चीन के सब से बड़े त्योहार का भी आगमन हो रहा है, ऐसे समय पर बाजार में खाद्य पदार्थों और मांस व सब्जियों के दाम अवश्य बढ़ेंगे, पर यह बढ़ाई अस्थाई होगी, और महंगाई का प्रभाव ज्यादातर जनवरी पर पड़ रहा होगा, इसके बाद चीजों के दाम जरूर धीरे धीरे नीचे आएंगे यादि इजाफा हो, वह भी थोड़ा सा होगा। कहा जा सकता है कि इस साल चीन में दामों में वृद्धि की दर नीचे आना निश्चित है।
इस साल के लिए चीन में चीजों के दामों पर कंट्रोल का लक्ष्य अभी तक जारी नहीं किया गया है, ऐसे में यदि चीनी अर्थशास्त्रियों की राय मानी, तो इस साल चीन में सीपीआई अवश्य नीचे आएगा। चीनी अन्तरराष्ट्रीय आर्थिक आदान प्रदान केन्द्र के स्थाई उपाध्यक्ष, चीनी राजनीतिक सलाहकार सम्मेलन की राष्ट्रीय कमेटी की अर्थकार्य समिति के उपाघ्यक्ष जङ शिनली ने इस विषय पर कहा कि चीन सरकार की समग्र नियंत्रण नीति से प्रभावित होने से इस साल चीन में चीजों के दामों में वृद्धि की दर गिरती रहेगी। उन्होंने कहाः
पिछले साल, चीन सरकार ने समग्र नियंत्रण नीति के तहत महंगाई पर नियंत्रण के काम को प्राथमिक स्थान पर रखा है, जिस का अच्छा नदीजा निकला है। एक अच्छा परिणाम यह हुआ है कि बैंकिंग कर्जों की वास्तविक वृद्धि पर लगाम लगाया जा चुका है, साथ ही कम मिलने वाली चीजों की सप्लाई बढ़ाने के लिए अनेक कदम भी उठाए गये हैं, जैसाकि कृषि उत्पादों---मांस व सब्जियों की आपूर्ति बढ़ाने के लिए सरकार ने वित्तीय समर्थन दिया है, नदीजातः बाजार में इन चीजों की सप्लाई पर्याप्त हो गयी और दाम भी नीचे आये है। इसतरह वर्तमान चीन में सीपीआई नीचे आने की स्पष्ट प्रवृत्ति दिखी है।
चीनी विशेषज्ञों का कहना है कि वर्ष 2012 में चीन में उपभोक्ता चीजों के दामों में वृ्द्धि दर निश्चय ही 2011 से कम होगी। पर यह भी देखा जाना चाहिए कि वर्तमान स्थिति में महंगाई लम्बे समय बनी रहेगी और महंगाई पर काबू पाने का काम चीन सरकार का एक अहम कार्य होगा।