चीन हमेशा चीन-अफ़गानिस्तान मैत्रीपूर्ण संबंधों के विकास के लिये प्रयास करता है। साथ ही अफ़गानिस्तान की पुनःनिर्माण की प्रगति के महत्व को देखते हुए इसमें सक्रिय भागीदारी करता है। साथ ही अपनी क्षमता के दायरे में रहकर उसे मदद देना जारी रखेगा। और अफ़गानिस्तान में ज़ल्दी से शांति,स्थिरता और विकास हासिल करने के लिये अतर्राष्ट्रीय समुदाय के साथ योगदान देगा। संयुक्त राष्ट्र स्थित स्थायी चीनी प्रतिनिधि ली पाओ त्योंग ने 19 दिसंबर को अफ़गान मुद्दे के बारे में सुरक्षा पारिषद में आयेजित सार्वजनिक सम्मेलन में भाषण देते हुए यह बात कही।
उन्होंने ज़ोर देते हुए कहा कि चीन "अफ़गान जनता द्वारा स्वयं प्रशासन करने और स्वामित्व"वाले शांतिपूर्ण पुनःनिर्माण प्रगति का समर्थन करता है। साथ ही अफ़गान सरकार के नेतृत्व वाली शांति व पुनः एकीकरण प्रक्रिया का भी समर्थन करता है। उम्मीद है कि अफ़गानिस्तान स्वयं राष्ट्रीय सुलह को आगे बढ़ाते हुए शांति सुलह के लिये अच्छा माहौल तैयार करेगा। जिससे शांति व पुनःएकीकरण प्रक्रिया में और ज़्यादा सफ़लता हासिल हो सके। वहीं चीन अफ़गानिस्तान में काबुल प्रगति का विकास जारी रखने के लिए अपनी सहमति देता है। संबंधित पक्षों को अफ़गानिस्तान को सहायता देने वाले वादे को वास्तविक रूप से लागू करना चाहिये।
इसके अलावा उन्होंने अफ़गानिस्तान की पुनःनिर्माण की प्रगति में संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा किए गए सकारात्मक प्रयासों की प्रशंसा की। उन्होंने उम्मीद जताई है कि अफ़गानिस्तान स्थित संयुक्त राष्ट्र के सहायता बलों को अधिकार देने वाली कार्रवाई का मूल्यांकन करने से संयुक्त राष्ट्र अतर्राष्ट्रीय समुदाय के अफ़गानिस्तान को सहायता देने के प्रयासों के समन्वय में केंद्रीय भूमिका निभा सकेगा। साथ ही उम्मीद है कि इस दौरान संयुक्त राष्ट्र अफ़गानिस्तान के साथ समन्वय मज़बूत करते हुए उसके विचारों को ध्यान में रखकर सम्मान करे।
(रमेश)