चीनी पर्यावरण व विकास अन्तरराष्ट्रीय सहयोग समिति का 2011 वार्षिक सम्मेलन पेइचिंग में हो रहा है। सम्मेलन की थीम है आर्थिक विकास के हरित तरीके की खोज। 15 नवम्बर के दोपहरबाद वार्षिक सम्मेलन की उद्घाटन रस्म में चीनी पर्यावरण व विकास अन्तरराष्ट्रीय सहयोग समिति के अध्यक्ष ली खछ्यांग ने अहम भाषण दिया।
चीनी पर्यावरण व विकास अन्तरराष्ट्रीय सहयोग समिति पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में चीनी व विदेशी वरिष्ठ अधिकारियों और विशेषज्ञों से गठित चीन सरकार को नीतिगत सुझाव देने वाली एक परामर्शता संस्था है। अब तक उसे स्थापित हुए बीस साल हो चुके हैं। मौजूदा वार्षिक सम्मेलन की उद्घाटन रस्म में समिति के अध्य़क्ष ली खछ्यांग ने समिति के उन सदस्यों को उन के योगदान की प्रशस्ति में समृति पदक प्रदान किए, जिन का कार्यकाल पूरा होने वाला है।
वार्षिक सम्मेलन में श्री ली खछ्यांग ने बोलते हुए कहा कि वर्तमान विश्व अर्थव्यवस्था के सामने संप्रभु कर्ज संकट, वित्तीय अस्थिरता और वृद्धि दर में गिरावट आने की गंभीर समस्याएं मौजूद हैं, साथ ही मानव जाति के सामने ऊर्जा व खाद्य सुरक्षा तथा मौसम परिवर्तन से उत्पन्न हुई विश्वव्यापी चुनौतियां उपस्थित हैं। ऐसी स्थिति में विश्व आर्थिक वृद्धि की प्राप्ति एक प्रथम कार्य है, जिसके लिए समायोजन, रूपांतर एवं परिवर्तन अत्यन्त जरूरी है। श्री ली ने कहाः
दीर्घकालीन तेज आर्थिक विकास के लिए विकास के दौरान आर्थिक परिवर्तन और नए आर्थिक ढांचे का सृजन बहुत अवश्यक है। आर्थिक विकास का नया ढंग विकसित करने से गुणवत्ता व लाभांश बढ़ेगा, संसाधनों के कारण होने वाला बंधन कम होगा, नए अवसर तैयार हो सकेगा और नए उद्योगों का विकास होगा एवं आर्थिक वृद्धि के लिए नया क्षेत्र खुलेगा।
विश्व आर्थिक अस्थिरता की स्थिति में पर्यावरण संरक्षण के काम को बेहतर करने के लिए चीनी राज्य परिषद ने हाल ही में पर्यावरण संरक्षण के मुख्य कार्यों के बारे में निर्देशन जारी किया, जिसमें 12वीं पंचवर्षीय योजना के दौरान पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रमुख कामों और उपायों को स्पष्ट कर दिया गया और पर्यावरण संरक्षण कार्य का इंतजाम किया गया है।
चीनी पर्यावरण संरक्षण मंत्री, चीनी पर्यावरण व विकास अन्तरराष्ट्रीय सहयोग समिति के उपाध्यक्ष चो शङश्यान ने वार्षिक सम्मेलन में कहा कि चीनी राज्य परिषद के इस निर्देशन में आर्थिक विकास के साथ साथ पर्यावरण का संरक्षण करने, पर्यावरण संरक्षण के जरिए विकास बढ़ाने, कानूनी, आर्थिक व तकनीकी तरीकों के बहुमुखी प्रयोग को मजबूत करने और चीन में सुधार व सृजन से पर्यावरण संरक्षण का नया व कारगर तरीका ढूंढने की मांग की गयी है। श्री चो शङश्य़ान ने कहाः
हम पर्यावरण संरक्षण के नए रास्ते की खोज करेंगे और विशुद्ध पर्यावरण संरक्षण के बजाए पर्यावरण संरक्षण केलिए लाभदायक राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था व सामाजिक व्यवस्था कायम करेंगे और आर्थिक, राजनीतिक, सामाजिक और सांस्कृतिक विभिन्न क्षेत्रों में पर्यावरण संरक्षण का लक्ष्य प्राप्त किया जाएगा।
श्री चो शङश्यान ने बलपूर्वक कहा कि 12वीं पंचवर्षीय योजना के काल में पर्यावरण संरक्षण के लिए चीन मुख्यतः चार अहम कामों को पूरा करेगा। इन चार अहम कामों के अन्तर्गत पर्यावरण संरक्षण के बारे में सैद्धांतिक सिस्टम को संपूर्ण बनाया जाएगा, पर्यावरण रक्षा के बारे में कानून तंत्र को सुधारा जाएगा, पर्यावरण संरक्षण केलिए कार्यकारी तंत्र को सुव्यवस्थित किया जाएगा एवं पर्यावरण की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार लाया जाएगा। श्री चो ने यह भी कहाः
चार अहम कामों के अलावा चीन अन्य तीन कामों को भी बेहतर पूरा करेगा, जिनमें पर्यावरण संरक्षण पर निगरानी व प्रबंधन का स्तर चौतराफा तौर पर उन्नत करना, वैज्ञानिक विकास व जन समुदाय के स्वास्थ्य पर असर डालने वाली पर्यावरण संबंधी समस्याओं को हल करना एवं पर्यावरण संरक्षण की कार्यकारी व्यवस्था को सुधारना शामिल हैं।
श्री चो शङश्यान ने यह भी कहा कि आर्थिक विकास के नए हरित तरीके अपनाने में तेजी लाने केलिए चीन इन पांच क्षेत्रों में कोशिश करेगा कि हरित अर्थतंत्र का जोरदार विकास किया जाए, प्रदूषण व प्रदूषित द्रव्यों की निकासी में कटौती के लिए जबरदस्ती बरती जाए, पर्यावरण आकलन प्रणाली को मजबूत किया जाए, पर्यावरण संरक्षण के बारे में कानून कायदों को सुव्यवस्थित किया जाए एवं पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में वैज्ञानिक सृजन व कार्यक्षमता समुन्नत की जाए व बाजार नियम के मुताबिक पर्यावरण संरक्षण उद्योगों का विकास किया जाए।