क्षेत्रीय वायु गुणवत्ता प्रबंध के बारे में सातवीं अन्तरराष्ट्रीय अध्ययन बैठक हाल ही में पेइचिंग में हुई, बैठक में चीनी पर्यावरण संरक्षण उप मंत्री चांग ली चुन ने कहा कि आने वाले पांच सालों में यानी 2011 से 2015 तक चीन वायु प्रदूषण पर कंट्रोल के लिए इंजिनियरिंग, औद्योगिक ढांचे और प्रबंध काम तीनों क्षेत्र में प्रदूषण निकासी को कम करने के कदम उठाएगा और प्रदूषण नियंत्रण शक्ति बढ़ाने का सक्रिय प्रयास करेगा।
पिछले पांच सालों में चीन में प्रदूषण नियंत्रण व प्रदूषित वस्तुओं की निकासी में कटौती करने के काम में भारी प्रगति प्राप्त हुई है। वर्ष 2010 में सल्फर डाइआक्साइड की कुल निकासी मात्रा 2005 से 14.29 फीसदी घटी। चीन ने न सिर्फ शहरों में स्वच्छ ऊर्जा का इस्तेमाल बढ़ाते हुए बड़ी संख्या में ईंधन के रूप में कोयला जलाने वाली छोटी बायलरों को बन्द किया, बल्कि पेइचिंग ओलंपिक, शांगहाई विश्व मेले तथा क्वांगचो एशियाड के मौके पर सक्रिय रूप से क्षेत्रीय वायु गुणवत्ता गारंटी व्यवस्था का विकास करने की कोशिश भी की है। इन के अलावा चीन ने पुरानी मोटर गाड़ियों को हटाकर नयी मोटर गाड़ी देने की नीति लागू की, जिसके तहत देश भर में 2 लाख 88 हजार मोटर वाहनों को रद्द कर दिया गया और इससे हर साल 2 लाख 10 हजार टन प्रदूषित द्रव्यों की कम निकासी होगी। उप मंत्री चांग ली चुन ने कहा कि इधर के सालों में चीन में वायु क्वालिटी में काफी सुधार आया है, फिर भी देश में वायु पर्यावरण की हातल गंभीर है, वायु में प्रदूषित द्रव्यों की निकासी अत्यन्त अधिक है और शहरों में वायु की गुणवत्ता संतोषजनक नहीं है। इस पर उप मंत्री चांग ने कहाः
पहली, वर्ष 2010 में चीन में सल्फर डाइआक्साइड और नाइट्रोजन आक्साइड की निकासी मात्रा अलग अलग तौर पर 2 करोड़ 26 लाख 78 हजार टन और 2 करोड़ 27 लाख 36 हजार टन तक दर्ज हुई थी, जो दोनों विश्व के प्रथम स्थान पर है, यह चीन के लिए असह्य है। दूसरी, शहरों में वायु पर्यावरण की गुणवत्ता खराब है। असल में विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा निर्धारित मानदंड की तुलना में चीन में वर्तमान में लागू हो रहा वायु गुणवत्ता मापदंड नीचा है और कुछ प्रदूषण तत्वों को मानदंड में शामिल नहीं किया गया है, ऐसे नीचे मानदंड के मुताबिक भी चीन के जिन शहरों में वायु की क्वालिटी मानदंड पर पहुंची मानी जाती है, उन में से अधिकांश का मानदंड स्तर भी निम्न स्तर पर है।
उप मंत्री चांग ने यह भी कहा कि आने वाले पांच साल चीन में चौतरफा तौर पर खुशहाली वाला समाज के निर्माण के लिए कुंजीभूत पांच साल होगा, इस के दौरान औद्योगिकीरण और शहरीकरण तेज गति से चलेगा, इस के साथ ही साथ कोयले की खपत तथा मोटर वाहनों की संख्या भी अधिक बढेगी, इसलिए चीन में वायु पर्यावरण में प्रदूषण नियंत्रण के काम पर अभूतपूर्व बड़ा दबाव पड़ेगा। इस सवाल के समाधान के लिए चीन सक्रिय रूप से इंजिनियरिंग, औद्योगिक ढांचे तथा प्रबंध काम के क्षेत्र में कदम उठाएगा और वायु प्रदूषण नियंत्रण शक्ति बढ़ाने की भरसक कोशिश करेगा। इस के बारे में उप मंत्री चांग ली चुन ने कहाः
चीन ताप बिजली घर, लोहा इस्पात तथा सीमेंट की अधिक खपत व अधिक प्रदूषण देने वाले पिछड़े हुए उद्योगों को ज्यादा मात्रा में हटाएगा और उद्योगों के ढांचागत स्तर उन्नत करेगा, ईकाइ जीडीपी पर ऊर्जा की खपत तथा प्रदूषित द्रव्यों की निकासी को कम करेगा, स्वच्छ ऊर्जा के इस्तेमाल को बढाएगा और कोयले की खपत मात्रा को नियंत्रण में रखने की कोशिश करेगा। औद्योगिक क्षेत्रों में वायु प्रदूषण समस्या का समाधान करने के साथ साथ मोटर वाहनों की गैस निकासी पर कड़ा कंट्रोल करेगा। चीन निर्माण परियोजनाओं और सड़कों में धूल उड़ने के सवाल पर कंट्रोल
बढ़ाएगा, आसिड वर्षा, धूल व धूआं से पैदा होने वाले प्रदूषण पर काबू पाने का भरसक प्रयास करेगा और ठोस रूप से वायु पर्यावरण की गुणवत्ता उन्नत करेगा।
चीनी पर्यावरण संरक्षण के उप मंत्री चांग ली चुन ने कहा कि आने वाले पांच सालों में चीन वायु प्रदूषण नियंत्रण काम में अधिक से अधिक पूंजी लगाएगा, पर्यावरण पर कर वसूली प्रणाली में सुधार करेगा और ऊर्जा की खपत तथा प्रदूषण निकासी में कटौती करने की नीति के जरिए प्रदूषण पर अंकुश लगाने का लक्ष्य प्राप्त करेगा। चीन की आशा है कि 2015 तक चीन में वायु पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण की शक्ति चतुर्मुखी तौर पर उन्नत होगी, सारे देश में सल्फर डाइआक्साइड, नाइट्रोजन आक्साइड की निकासी मात्रा अलग अलग तौर पर 2010 से 8 एवं 10 प्रतिशत कम आएगी।