तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में आयोजित एक सम्मेलन में तिब्बती विशेषता वाले सांस्कृतिक उद्योग की प्रतिस्पर्द्धा-शक्ति को बढाने और उसे एक स्तंभ वाले उद्योग के रूप में बनाने का निर्णय लिया गया है।
तिब्बती स्वायत्त प्रदेश के संबंधित अधिकारी ने सम्मेलन में कहा कि पांच वर्षों के विकास के बाद तिब्बत में सांस्कृतिक उद्योग का उत्पादन-मूल्य जीडीपी के 3 प्रतिशत से भी अधिक भाग बना है।
उन्होनें कहा कि 2-3 सालों के अथक प्रयासों के बाद तिब्बत में पुस्तकालय, डिजिटल सिनेमाघर, सांस्कृतिक स्थलों, सिनेमाघर, विभिन्न प्रिफेक्चरों में सांस्कृतिक केंद्र, सांस्कृतिक आयोजन-केंद्र, मंदिरों में सांस्कृतिक पुस्तक घर आदी के स्थापना को साकार किया गया है।
अगले पांच वर्षों में तिब्बत बड़े पैमाने पर सांस्कृतिक सृजन को बढ़ावा देगा, सांस्कृतिक पर्यटन, सिनेमा शूटिंग, पठारीय खेल आदी का विकास करेगा।