अगले चार वर्षों में चीन व भारत के बीच व्यापार करीब एक खरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है, वर्तमान में द्विपक्षीय व्यापार 63 अरब डॉलर है। समाचार पत्र टाइम्स ऑफ इंडिया ने आठ नवंबर को भारतीय उद्योग मंडल एसोचैम के हवाले से यह खबर जारी की।
एसोचैम द्वारा जारी बयान में कहा गया कि वर्तमान में अमेरिका, ब्रिटेन व जापान को पीछे छोड़कर चीन भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार बन चुका है। भारत के कुल व्यापार में चीन का दस प्रतिशत हिस्सा है। वर्ष 2010-2011 में चीन के प्रति भारत के निर्यात में 70 प्रतिशत इज़ाफ़ा दर्ज किया गया।
गौरतलब है कि भारत मुख्य तौर पर चीन को धातु, अयस्क व कपास आदि चीजें निर्यात करता है, जबकि चीन से इलेक्ट्रिकल मशीनरी व उपकरण, नाभिकीय रिएक्टर व रासायनिक खाद आदि आयात करता है।
(श्याओ थांग)