दोस्तो , शांगहाई सहयोग संगठन के सदस्य देशों का दसवां प्रधान मंत्री सम्मेलन 7 नवम्बर को रुस के सेंट पीटर्सबर्ग में हुआ । सम्मेलन में उपस्थित विभिन्न देशों के नेताओं का आम विचार है कि हालांकि अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक उथल पुथल जैसे जटिल व परिवर्तनशील तत्वों की परीक्षा का सामना करना पड़ रहा है , पर शांगहाई सहयोग संगठन ठोस व सार्थक सहयोग को बढावा देने को फिर भी संकल्पबद्ध है । सम्मेलन के दौरान चीनी प्रधान मंत्री वन च्या पाओ ने शांगहाई सहयोग संगठन के सार्थक सहयोग की मजबूती के बारे नौ सुझाव पेश किये ।
मौजूदा प्रधान मंत्री सम्मेलन सेंट पीटर्सबर्ग के उपनगर स्थित खांगस्टांडिंग महल में आयोजित हुआ , हालांकि उसी दिन वर्षा का मौसम था और तापमान शुन्य डिग्री तक पहुंच गया था , लेकिन इस का प्रधान मंत्रियों के गरमागरम विचार विमर्श पर जरा सा असर नहीं पड़ा । सम्मेलन की समाप्ति पर मेजबान देश के प्रधान मंत्री पुतिन ने न्यूज केंद्र में सम्वाददाताओं से मुलाकात की । उन्होंने कहा आज हम ने भाईचारापूर्ण व रचनात्मक वातावरण में ठोस विषय वस्तु वाली वार्ता की । सम्मेलन में हिस्सेदार विभिन्न पक्षों ने बहुपक्षीय आर्थिक व व्यापारिक सहयोग और मानवीय क्षेत्र आदि संगठनों के विकास से जुड़े वास्तविक मामलों पर विचार विमर्श किया और आतंकवाद के खिलाफ व अवैध मादक पदार्थों की तस्करी पर रोक आदि सवालों पर रुखों का समन्वय किया । बिना अत्युक्ति के कहा जा सकता है कि शांगहाई सहयोग संगठन वर्तमान अंतर्राष्ट्रीय संबंध का अपरिहार्य और प्रभावशाली तत्व बन गया है ।
पुतिन के भाषण से आर्थिक व व्यापारिक आदि क्षेत्रों में सार्थक सहयोग पर मौजूदा प्रधान मंत्री सम्मेलन का महत्व प्रतिबिंब हो गया है । उसी दिन सम्मेलन में भाग लेने वाले विभिन्न देशों के नेताओं ने प्रधान मंत्री सम्मेलन की संयुक्त विज्ञप्ति पर हस्ताक्षर किये , विज्ञप्ति में विभिन्न देशों के प्रधान मंत्रियों ने जोर देते हुए कहा कि शक्तियों को केंद्रित कर यातायात , दूर संचार , ज्ञान विज्ञान , ईजाद , ऊर्जा की किफायत , कृषि , व्यापार और पर्यटन आदि क्षेत्रों में संयुक्त परियोजनाओं को तैयार करना और अमल में लाना आवश्यक है ।
सम्मेलन का दूसरा दस्तावेज विश्व और शांगहाई सहयोग संगठन क्षेत्रीय आर्थिक परिस्थिति के बारे में संयुक्त वक्तव्य ही है , यह शांगहाई सहयोग संगठन द्वारा पहली बार जारी इसी प्रकार वाला संयुक्त वक्तव्य है । वक्तव्य में कहा गया है कि शांगहाई सहयोग संगठन के ढांचे तले आर्थिक सहयोग का जोरदार विकास करने और मजबूत बनाने का भारी महत्व है । बैंकिंग व वित्तीय क्षेत्रों पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभाव को निम्नतम हद तक घटाना अत्यावश्यक है । इन विषय वस्तुओं से शांगहाई सहयोग संगठन की ठोस व सार्थक सहयोग बढाने की अभिलाषा और उठाये जाने वाले ठोस कदम प्रकट हुए हैं ।
शांगहाई सहयोग संगठन का महत्वपूर्ण सदस्य होने के नाते चीन इस संगठन के भीतर क्षेत्रीय आर्थिक सहयोग को बढावा देने में संलग्न है । उसी दिन के सम्मेलन में प्रधान मंत्री वन च्या पाओ ने संगठन के ठोस व सार्थक सहयोग को सुदृढ़ बनाने के बारे नौ सुझाव पेश किये हैं । वन च्या पाओ ने कहा 21वीं शताब्दी यूरोएशियाई क्षेत्र के सर्वांगीर्ण पुनरुत्थान और समान विकास की शताब्दी है , इस संगठन के अध्यक्ष देश की हैसियत से चीन विभिन्न पक्षों के साथ राजनीति , अर्थतंत्र , वित्त , यातायात , ऊर्जा , दूर संचार , कृषि , शिक्षा , विज्ञान , संस्कृति और राहत के क्षेत्रों में इस संगठन की दस वर्षीय योजना सकारात्मक रुप से निर्धारित करने और उन्हें मूर्त रुप देने को तैयार है ।
वन च्या पाओ द्वारा प्रस्तुत सुझावों में ये विषय शामिल हैं कि सकारात्मक कदम उठाकर सभी सदस्य देशों के बीच मालों , पूंजी , तकनीक और सेवा के मुक्त बहाव को बढावा दिया जाये , पूंजी जुटाने वाली बहुपक्षीय सहयोग प्रणाली स्थापित कर अपनी मुद्रा के विनिमय और बंदोबस्त सहयोग को विस्तृत किया जाये और सदस्य देशों के बीच समग्र आर्थिक व वित्तीय नीतियों के समन्वय को मजबूत बनाया जाये । यातायात , ऊर्जा , व दूर संचार के आधारभूत संस्थापनों को एक दूसरे के साथ जोड़ने में तेजी लायी जाये , न्यूक्लीयर ऊर्जा , सौर ऊर्जा और पवन ऊर्जा जैसे स्वच्छ ऊर्जाओं के प्रयोग को बढावा दिया जाये और सदस्य देशों के आर्थिक विकास के लिये बहुध्रुवीकरण ऊर्जा समाधान प्रस्ताव पेश किया जाये और कृषि , स्वास्थ्य , विज्ञान और युवा आदान प्रदान के बारे में सुझाव दिया जाये ।
चालू वर्ष शांगहाई सहयोग संगठन की स्थापना की दसवीं वर्षगांठ है , गत जून से चीन इस संगठन का अध्यक्ष देश बना । प्रधान वन च्या पाओ द्वारा प्रस्तुत उक्त सुझावों से शांगहाई सहयोग संगठन के सार्थक सहयोग बढाने की चीन की ठोस कोशिश प्रतिबिंब हो गयी है । प्रधान मंत्री वन च्या पाओ ने अपने भाषण के अंत में शांगहाई सहयोग संगठन के भावी विकास पर अपना संकल्प व्यक्त किया है । उन्होंने कहा विश्वास है कि पहले दशक के ठोस आधार पर सदस्य देशों के एकजट सहयोग व अथक प्रयास के माध्यम से शांगहाई सहयोग संगठन अपना भावी दस वर्षीय लक्ष्य और कार्य अवश्य ही साकार कर लेगा और विश्व शांति व विकास को बढावा देने में और बड़ा योगदान कर देगा ।