चीन सरकार द्वारा कई बार नीतिगत नियंत्रण किए जाने के बाद अब चीन के आवास बाजार में महंगाई की गति धीमी होने लगी और मकानों के मूल्य में वृद्धि की दर नीची आ गयी। विशेषज्ञों का कहना है कि मकानों के दामों में आयी गिरावट सरकार की सकल नियंत्रण नीति का नतीजा है।
चीनी राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो द्वारा जारी आवास मूल्य संबंधी आंकड़ों से जाहिर है कि अगस्त महीने में चीन के 70 बड़े व मझोले शहरों में से 16 में मकानों के भाव जुलाई से कम हो गए और बराबरी वाले शहरों की संख्या 30 हो गयी। जुलाई महीने की तुलना में जिन शहरों में मकानों के मूल्य गिरे या बराबर दर्ज हुए है, उन की संख्या बहुत बढ़ी है। यह हालत 2009 से लेकर अब तक पहली बार हुई है।
इस साल के अगस्त माह में पेइचिंग के नए व सैकंड हैंड वाले आवासों की बिक्री 13 हजार फ्लेटों में हुई, जो जुलाई से 26.4 प्रतिशत कम पड़ी है। लेकिन मकानों के दामों में गिरावट आयी, यानी नए मकानों के दामों में 2.7 प्रतिशत और सैकंड हैंड मकानों के दामों में 0.9 प्रतिशत की गिरावट आयी है। सरकार की नियंत्रण नीति के चलते शांगहाई व शनजन शहरों में भी तिजारती मकानों के दाम नीचे आए।
चीनी जन विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र कालेज के उप कुलपति ल्यू युनछुन ने कहा कि 2010 के बाद मकानों के दामों में तेज वृद्धि पर लगाम लगाने के लिए चीन सरकार ने सिलसिलेवार नीति लागू की, जिनमें खरीद केलिए मकानों की संख्या सीमित करना, होम लोन की ब्याज बढ़ाना, मकानों पर कर वसूलना तथा जीवन गारंटी के लिए मकानों की संख्या बढ़ाना आदि उपाये शामिल हैं। श्री ल्यू युनछुन ने कहाः
पूर्वानुमान, मांग व सप्लाई और पूंजी-स्रोत के नजारे से चीन का वर्तमान आवास व्यवसाय सिकुड़ने की स्थिति में आया है और नया परिवर्तन आने की संभावना भी है।
लेकिन अन्य कुछ विशेषज्ञों की आशंका है कि आवास पर नियंत्रण करने में सफलता के लिए यह कठिनाई मौजूद है कि मुद्रा वितरण की मात्रा में तेजी आ रही है, और सरकार की भूमि वितरण नीति व भूमि पर उस की वित्तीय निर्भरता के कारण आवासी मकानों की महंगाई लगातार बढ़ती जाएगी।
चीनी स्टेट आवास व शहरी-ग्रामीण निर्माण मंत्रालय के नीति अध्ययन केन्द्र के उप प्रधान छिन होंग ने कहा कि मकान दामों को स्थिर बनाने के लिए भूमि की सप्लाई बढ़ाना जरूरी है। उन का कहना हैः
अगर अगले दो सालों में चीन में आवास निर्माण के लिए भूमि की सप्लाई बढ़ायी जाए और नए मकानों के क्षेत्रफल का विस्तार किया जाए, तो मकानों के दामों के स्थिर होने की आशा है।
मध्य चीन आवास विकास कंपनी के महा निदेशक ली वुनच्ये के विचार में चीन सरकार को आगे अपनी नियंत्रण नीति मजबूत करनी चाहिए, यह बाजार में मकानों की मांग-सप्लाई को संतुलित करने की कुंजी है। उन्होंने कहाः
ऊंचे दामों में आवास के लिए भूमि बेचने की कार्यवाही बन्द करने या उस पर नियंत्रण करने से अल्पकाल में मकानों के दामों में तेज वृद्धि की रोकथाम होगी और इस का जरूर स्पष्ट परिणाम निकलेगा। मेरे विचार में एक अवधि में जीवन गारंटी के लिए जो मकान बनाये जा रहे हैं, उस के लिए भूमि की सप्लाई बढ़ाना चाहिए, जिस से बाजार में सप्लाई की कमी की हालत हल होगी।
आवासी मकान बाजार के स्वस्थ विकास के लिए चीन सरकार ने इस साल के शुरू में भावी पांच सालों में जीवन गारंटी के लिए 3 करोड़ 60 लाख नए मकानों के निर्माण की योजना बनायी। इस योजना का लक्ष्य है कि आगामी पांच सालों में चीन के 20 फीसदी शहरी व कस्बी नागरिक परिवारों को यह सुविधा मिलेगी।
चीनी आवास व भूमि सोसाइटी के उपाध्यक्ष छन क्वोछ्यांग ने कहा कि पिछले साल, चीन के आवास बाजार में नयी आवास नीति लागू होने के बाद सब से अधिक मकानों की बिक्री हुई थी, यानी 90 लाख तिजारती मकानों की बिक्री हुई। इस साल और अगले साल में एक एक करोड़ के गारंटी वाले मकानों का निर्माण किया जाएगा, इस से चीन में मकान बाजार में मौजूद विभिन्न प्रकार के अन्तर्विरोधों को हल करने में मदद मिलेगी।
अन्य विशेषज्ञों का भी मानना है कि चीन सरकार की नियंत्रण नीति में उल्लेखनीय उपलब्धियां प्राप्त हुई हैं और बाजार में मकानों के दाम धीरे धीरे नीचे आ रहे हैं।