वर्ष 2008 में चीनी राज्य परिषद ने राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा अधिकार रणनीति का कार्यक्रम जारी किया, पिछले तीन सालों में इस कार्यक्रम को अमली रूप देने में काफी उपलब्धियां हासिल की गयी है।
चीन के राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा अधिकार रणनीति कार्यक्रम में यह स्पष्ट किया गया है कि 2020 तक चीन को बौद्धिक संपदा के विकास, प्रयोग, रक्षा तथा प्रबंधन के स्तर पर एक समुन्नत देश के रूप में निर्मित किया जाएगा। पिछले पांच सालों में स्वतंत्र बौद्धिक संपदा अधिकार के विकास में चीन का स्तर बहुत उन्नत हो गया, कुछ संख्या में विश्व में प्रसिद्ध ब्रांडेड उत्पादों का विकास किया गया, बौद्धिक संपदा अधिकार के प्रयोग में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल हुईं और बौद्धिक संपदा अधिकार की रक्षा में बहुत सुधार आया है और सारे चीनी समाज में बौद्धिक संपदा अधिकार की रक्षा के बारे में चेतना और समझदारी व्यापक तौर पर उन्नत हुई है।
चीन में राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा अधिकार रणनीति पर अमल किए जाने के बाद विभिन्न स्थानों और विभागों ने इस रणनीतिक कार्यक्रम के कार्यान्वयन के लिए सक्रिय रूप से काम किए और बौद्धिक संपदा अधिकार संबंधी कानून कायदे बनाने, नीतिगत निर्देशन करने एवं बौद्धिक संपदा अधिकार की सेवा करने और न्यायिक काम करने पर बल दिया गया और विभिन्न क्षेत्रों में कामयाबियां हासिल की गयी हैं।
2010 के अक्तूबर माह में चीनी राज्य परिषद ने सारे देश में बौद्धिक संपदा अधिकार के उल्लंघन तथा नकली उत्पादों के उत्पादन व बिक्री पर प्रहार करने का विशेष अभियान चलाया, इस में एक लाख से अधिक मामलों का निपटारा किया गया और अच्छी उपलब्धियां प्राप्त हुईं।
नामी ट्रेड मार्कों की रक्षा के बारे में चर्चा करते हुए चीनी राष्ट्रीय वाणिज्य व उद्योग ब्यूरो के उप डायरेक्टर न्यु ची ह्वा ने कहा कि वाणिज्य व उद्योग ब्यूरो ने नामी ट्रेड मार्कों की रक्षा के काम को प्राथमिकता दे दी है और अच्छा परिणाम भी प्राप्त किया है। उन का कहना हैः
नकली ट्रेड मार्कों पर प्रहार करने के परिणामस्वरूप समाज में उचित स्पर्द्धा के लिए अच्छी स्थिति पैदा हुई है, इस तरह, हर साल ट्रेड मार्कों के पंजीकरण के लिए आवेदन की संख्या काफी बढ़ गयी। इस साल के अगस्त तक ट्रेड मार्क के पंजीकरण के लिए आवेदनों की संख्या 9 लाख 20 हजार तक बढ़ी, जो पिछले साल की इसी अवधि से 35 प्रतिशत अधिक है। इस से जाहिर है कि ट्रेड मार्क के पेटेंट की रक्षा चीन के आर्थिक विकास का एक अहम मुद्दा बन गया है।
कारोबारों में ट्रेड मार्क के पंजीकरण के लिए सक्रियता और सजगता भी लगातार बढ़ती गयी है। अखिल चीन ट्रेड मार्क संघ के उप महा सचिव ल्यू ई ने कहाः
इधर के सालों में चीन में ट्रेड मार्क के पंजीकरण के लिए आवेदन की संख्या बहुत बढ़ गयी है, वाणिज्य व उद्योग प्रशासन विभागों ने ट्रेड मार्कों की रक्षा करने पर भी जोर लगाया, अखिल चीन ट्रेड मार्क संघ भी ट्रेड मार्क के रणनीतिक विकास व संरक्षण में सक्रिय रहा है और उस ने इस के प्रचार प्रसार के लिए तरह तरह की गतिविधियां कीं और नामी ब्रांड का महत्व समझने में लोगों को प्रेरित किया। अब इस क्षेत्र में एक अच्छी शुरूआत हुई है और चीनी कारोबार भी अपने ब्रांड बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
बौद्धिक संपदा अधिकार के बारे में कानून कायदा बनाने में भी कामकाबी हासिल हुई है। तीसरी बार संशोधित की गयी चीन की पेटेंट नियमावली पहली फरवरी 2011 से प्रभावी हुई। इस के अलावा पेटेंट पर प्रशानिक व न्यायिक उपाये और पेटेंट जांच निर्देशन आदि अनेक कानून कायदे बनाये गए या उन में संशोधन किया गया है। इस से जाहिर है कि चीन में पेटेंट कानून परिपक्व हो गया है और पेटेंट रक्षा के काम को बढाया गया है।
पिछले तीन सालों में चीन के समाज में भी ऐसे बहुत से लोग प्रकाश में आए है, जो बौद्धिक संपदा अधिकार संरक्षण पर ध्यान देते हैं। चीनी पेटेंट संरक्षण संघ के अध्यक्ष वांग चिंगछ्वान ने कहा कि बहुत से मामलों से साबित हुआ है कि चीनी कारोबारों में पेटेंट की रक्षा के लिए जागरूकता बढ़ी है। श्री वांग ने उदाहरण देते हुए कहाः
च्यांगसू प्रांत की अच्छा बच्चा नामक बाल वस्तु कंपनी ने अमेरिका-चीन कंपनी पर पेटेंट के उल्लंघन का आरोप लगाया, इस मामले पर तीन सालों के भीतर अनेक अदालतों में सुनवाई की गयी और अंत में अच्छा बच्चा नामक कंपनी जीत गयी। इस से जाहिर है कि चीनी कारोबार अपने कानूनी अधिकार व हित की रक्षा करने में सचेत हो गए हैं और कानून का सहारा लेने की कोशिश भी कर रहे हैं। ऐसे अनेक मामलों से जाहिर है कि चीन में बौद्धिक संपदा अधिकार के विकास, प्रयोग, रक्षा तथा प्रबंधन में सकारात्मक परिवर्तन आ रहा है और कामयाबियां भी हासिल हुई है।