मुम्बई स्थित चीनी जनरल कौंसल न्यू छींग पाओ ने भारत के साथ विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग और मज़बूत किए जाने की बात पर ज़ोर दिया है। उन्होंने चीनी राजदूत चांग यान के प्रतिनिधि के रूप में भारत-चीन मैत्री संघ द्वारा वाराणसी में आयोजित भारत-चीन मैत्री संघ के राष्ट्रीय सम्मेलन में उक्त बात कही।
उन्होंने कहा कि इधर के वर्षों में चीन-भारत आर्थिक सहयोग तेज़ गति से बढ़ रहा है। वर्ष 2010 में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार 61 अरब 70 करोड़ डॉलर पहुंचा,जो दस वर्ष पहले के मुकाबले इक्कीस गुना अधिक है। इस वर्ष के पहले छह महीनों में द्विपक्षीय व्यापार में वृद्धि की स्थिति अच्छी रही, इस दौरान कुल व्यापार 35 अरब 27 करोड़ रहा, जिसमें पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 16.1 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी है। इसके साथ साथ दोनों देशों ने वित्तीय संकट और जलवायु परिवर्तन आदि महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर बेहतर समन्वय व सहयोग किया है। यह कहा जा सकता है कि चीन-भारत संबंध द्विपक्षीय संबंधों के दायरे से बढ़कर वैश्विक व रणनीतिक हो गए हैं। उन्होंने ज़ोर देते हुए कहा कि दोनों पक्षों को इस साल चीन-भारत आदान-प्रदान वर्ष के अवसर पर आपसी समझ और विश्वास को बढ़ाने के साथ साथ विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग और मज़बूत कर द्विपक्षीय संबंधों का स्वस्थ रूप से विकास करना चाहिये। इससे एशिया एवं विश्व की शांति और विकास में और अधिक महत्वपूर्ण योगदान दिया जा सकता है।
सम्मेलन में सभी भारतीय मेहमानों ने इधर के वर्षों में दोनों देशों के बीच सभी क्षेत्रों में आदान-प्रदान व सहयोग के चलते हासिल सफलताओं की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि चीन और भारत दो बड़े विकासशील देश हैं,दोनों देशों की स्थिति बराबर है,इसलिये सभी क्षेत्रों में सहयोग और मज़बूत कर एक साथ मिलकर आगे विकास करने की ज़रूरत है।
(रमेश)