दोस्तो , चीनी विदेश मंत्री यांग च्ये छी ने 26 सितम्बर को न्युयार्क स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में 66वीं संयुक्त राष्ट्र महा सभा के आम बहस मुबाहिसे में चुनौति का समान मुकाबला करो और समान विकास करो शीर्षक भाषण दिया । अपने भाषण में यांग च्ये छी ने कहा कि चीन अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के साथ हाथ मिलाकर मौके से समान फायदा उठाने में सहयोग को गहराई में ले जाने , चुनौति का समान मुकाबला करने , विकास को मूर्त रुप देने और चिर शांतिपूर्ण , समान समृद्धिशाली और सामंजस्यपूर्ण दुनिया का निर्माण करने को तैयार है ।
चीनी विदेश मंत्री यांग च्ये छी ने आम बहस मुबाहिसे में भाषण देते हुए कहा कि विश्व नयी सदी के दूसरे दशक में प्रविष्ट कर रहा है , अंतर्राष्ट्रीय परिस्थिति में गहरा व चटिल बदलाव आ रहा है । आम शांति की पृष्ठभूमि में विविधतापूर्ण अस्थिर व अनिश्चित तत्व बढ़ते गये हैं और विकास का मामला और गम्भीर रुप ले रहा है ।
विश्व आर्थिक पुनरुत्थान कमजोर है , अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय बाजार डावांडोल है , अनवरत विकास का कार्य कठोर है और विश्व अर्थतंत्र वृद्धि के दर्रे का सामना कर रहा है । पश्चिम एशिया और उत्तर अफ्रीका के कुछ देशों की उथल पुथल राजनीतिक परिस्थिति बरकरार है , आतंकवाद का विस्तार हो रहा है , पृथ्वीव्यापी चुनौति का दर्जा लगातार बढ़ता गया है , अंतर्राष्ट्रीय परिस्थिति स्थिरता के दर्रे के सामुने खड़ी हुई है । उत्तर व दक्षिण के विकास में असंतुलन फिर भी बना रहा है , संयुक्त राष्ट्र सहस्राब्दी विकास लक्ष्य को साकार बनाने का कार्य फौरी है , विभिन्न पक्षों के लिये सहयोग मजबूत बनाकर अति अविकसित देशों को भर पेट खाने के दर्रें को पार करने में मदद देना अत्यावश्यक है ।
यांग च्ये छी ने कहा कि चुनौति के सामने समान विकास साकार बनाने का हमारा मिशन भारी ही नहीं , दुर्लभ नया मौका भी सामने मौजूद है । आपसी लाभ , उभय जीत और समान विकास के लिये सभी पक्षों को निम्न चार कार्य पूरा करना चाहिये ।
हमारे लिये यह जरुरी है कि विश्व आर्थिक पुनरुत्थान की बेहतर प्रवृति तैयार की जाये , सहयोग व विकास का राजनीतिक आधार बनाया जाये , स्थिर विकास की सुरक्षा पर्यावरण की कोशिश की जाये और उत्तर व दक्षिण के संतुलित विकास को बढावा दिया जाये ।
यांग च्ये छी ने फिलिस्तीन व इजराइल की मुठभेड़ , उत्तर व दक्षिण सूडान , पश्चिम एशिया व उत्तर अफ्रीका की परिस्थिति , कोरियाई प्रायद्वीप की स्थिति आदि भारी अंतर्राष्ट्रीय व क्षेत्रीय सवालों को लेकर चीन के दृष्टिकोण , रुख और विचार पर प्रकाश डाला । फिलिस्तीन व इजराइल की मुठभेड़ की चर्चा में यांग च्ये छी ने फिलिस्तीन के स्वतंत्र देश की स्थापना के न्यायपूर्ण कार्य के प्रति चीन का बराबर समर्थन व्यक्त किया और संयुक्त राष्ट्र संघ में भाग लेने की फिलिस्तीन की कोशिश का समर्थन भी कहा और यह आशा भी जतायी है कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय व सभी संबंधित पक्ष मध्य पूर्व की शांति प्रक्रिया को बढावा देने के लिये अथक प्रयास करेंगे ।
चीन इस बात का पक्षधर है कि राजनीतिक वार्ता के जरिये दो देशी प्रस्ताव पारित किया जाये , 1967 वर्ष की सीमा के आधार पर पूर्वी यरुशलम को राजधानी बनाकर पूर्ण प्रभुसत्ता संपन्न स्वाधीन फिलिस्तीन देश की स्थापना करने दिया जाये , संतुलित रुप से सीरिया इजराइल व लेबनान इजराइल की शांति वार्ता को गति दी जाये और अंत में मध्य पूर्व में सर्वांगीर्ण , युक्तिसंगत और चिरस्थायी शांति और अरब इजराइल शांतिपूर्ण सहअस्तित्व को मूर्त रुप दिया जाये ।
यांग च्ये छी ने 21वीं सदी के प्रथम दशक में चीन के विकास की उपलब्धियों का परिचय देते हुए कहा कि चीन के विकास ने चीनी जनता के लिये ठोस लाभ पहुंचाने के साथ साथ विश्व के विकास व समृद्धि के लिये सकारात्मक योगदान भी दिया है और विश्व आर्थिक वृद्धि में बढावा भूमिका भी निभाई है ।
चीन ने विकासशील देशों के साथ समानता व पारस्परिक लाभ वाले सहयोग बढाने में नाना प्रकार के समर्थन व सहायता देने की भरसक कोशिश की है, साथ ही संयुक्त राष्ट्र सहस्राब्दी विकास लक्ष्य को साकार बनाने की जो कोशिश की है , वह सर्वविदित है । चीन अपने विकास के साथ साथ अवश्य ही विश्व शांति , विकास व सहयोग के लिये और अधिक मौका ला देगा ।
यांग च्ये छी ने अंत में कहा कि भावी एक दशक में शांति , विकास व सहयोग की युग धारा अपरिवर्तनीय है , चीन अविचल रुप से शांति व विकास के रास्ते पर कायम रहकर स्वाधीन व स्वतंत्र शांतिपूर्ण कुटनीतिक नीति अपनता रहेगा , अविचल रुप से आपसी लाभ व उभय जीत की खुली रणनीति का कार्यांवयन करता रहेगा और चीनी जनता व सारी मानव जाति के विकास व प्रगति के लिये प्रयास करता रहेगा । उन्होंने जोर देकर कहा कि एक समृद्धिशाली व विकसित और सामंजस्यपूर्ण व स्थिर चीन अवश्य ही विश्व की समृद्धि व स्थिरता तथा मानव जाति के समान विकास के लिये और बड़ा योगदान कर देगा । चीन अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के साथ मौके से फायदा उठाते समय सहयोग को गहराई में ले जाने , चुनौति के समान मुकाबले में विकास को साकार बनाने और चिर शांतिपूर्ण व समान समृद्धिशाली और सामंजस्यपूर्ण दुनिया के निर्माण को बढावा देने को संकल्पबद्ध है ।