दोस्तो , गत वर्ष पाकिस्तान में अभूतपूर्व भयंकर बाढ आयी थी , जिस से दक्षिण पाकिस्तान के सिंध प्रांत के बहुत से क्षेत्र अभी भी बाढ़ के प्रभाव से मुक्त नहीं हो पाये हैं , पर इस वर्ष पाकिस्तान को फिर बाढ़ का सामना करना पड़ा है । अभी तक सिंध प्रांत में कुल 80 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं । पाकिस्तानी सूचना मंत्री सुश्री अवान ने हाल ही में हैलिकोप्टर द्वारा जलमग्न संगर और मिरपुर्खस का निरीक्षण दौरा किया और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से पाक ग्रस्तों को और अधिक सहायता देने की अपील की ।
दक्षिण पाकिस्तान में आयी वर्तमान गम्भीर बाढ़ के मद्देनजर पाकिस्तानी सूचना मंत्री सुश्री अवान ने हाल ही में हैलिकोप्टर से दक्षिण सिंध प्रांत के जलमग्न संगर व मिरपुर्खस क्षेत्रों का निरीक्षण दौरा किया ।
बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र पहुंचने के बाद सुश्री अवान सब से पहले संगर क्षेत्र के एक मीडिल स्कूल गयीं । इस स्कूल का एक कलासरुम अभी एक हजार से ज्यादा बाढ़ ग्रस्तों का अस्थायी निवास स्थान बन गया है । मौके पर सूचना मंत्री की अगवानी के लिये महिलाएं सिंध प्रांत के रंगील जातीय पोषाकें पहनने हुए खड़ी हुईं , जब सूचना मंत्री उन के पास पहुंचीं , तो उन्होंने सूचना मंत्री के साथ हाथ मिलाने में होड़ सी लगायी । अबाखांटू नामक एक स्थानीय महिला ने कहा कि अब उस के घर में सभी चीजों का अभाव है । मेरा घर पानी में डूबा हुआ है , मेरे पास कुछ भी नहीं रहा है , कृपया हमारी मदद करें ।
अभी कुछ स्वयंसेवक बाढ़ ग्रस्तों की मदद के लिये आ पहुचे हैं । एक गैर सरकारी स्थानीय संगठन के स्वयंसेवक अली ने परिचय देते हुए कहा कि उन्हें राहत सहायता के लिये यहां आये हुए एक महीना हो गया है , अब बहुत ज्यादा गैर सरकारी संगठन बाढ़ ग्रस्तों को राहत सहायता देने के लिये लगातार यहां आते हैं ।
हम राहत बचाव के लिये एक महीने से पहले यहां आये हैं । हमारे संगठन ने सब से पहले यहां आकर स्थानीय बाढ़ ग्रस्तों को सुरक्षित स्थल पर स्थानांतरित कर दिया । अब अन्य कुछ परोपकार संस्थाओं ने हमारे साथ सम्पर्क भी कर लिया , हम उन की ओर से समूचे बाढ़ ग्रस्त संगर के राहत बचाव में लगे हुए हैं । प्रथम दिन हम ने बाढ़ ग्रस्तों को तंबू दे दिये , क्योंकि बाढ़ से वे बेघरबार हुए हैं , अब उन के लिये रहने और खाने पीने का सही ढंग से बंदोबस्त करना अत्यावश्यक तो है , पर स्वास्थ्य स्थिति बेहद चिन्ताजनक भी है । यहां पर मच्छरों का बोलबाला है , बाल बच्चों को आक्रामक रोग आसानी से लग जाते हैं । इसलिये उन के लिय चिकित्सा , दवादारु और चलते फिरते चिकित्सा केंद्र प्रदान करना भी अत्यंत जरूरी है ।
मिरपुर्खस एक दूसरा गम्भीर बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र है , सड़कों पर अभी भी पानी जमा हुआ है । स्थानीय ऊंचे स्थल पर एक प्लास्टिक तंबू खड़ा किया गया है , करीब पांच हजार स्थानीय लोग इस तंबू में रहते हैं । सूचना मंत्री अवान ने मिरपुर्खस में बाढ़ ग्रस्तों के सम्मुख भाषण देते हुए कहा कि सिंध प्रांत के कुछ क्षेत्र गत वर्ष में हुए बाढ़ संकट से उबर नहीं पाये हैं , लेकिन इस वर्ष फिर बाढ़ की नौबत आयी । पाक सरकार बाढ़ ग्रस्तों को राहत सहायता देने के लिये सभी कदम उठाने को संकल्पबद्ध है , पर भयंकर बाढ़ के मद्देनजर उन्होंने पाकिस्तान को राहत सहायता देने के लिये अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से अपील की ।
करीब 80 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं , उन की हालत बहुत खराब है , कृषि फसलें बरबाद हुई हैं , सामान्य जीवन भी अस्तव्यस्त हुआ है । इसलिये हम अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से पाक सरकार के साथ बाढ़ ग्रस्तों को राहत सहायता देने की अपील करते हैं । हम राहत कार्य करने की भरसक कोशिश कर रहे हैं , पर इतनी भयंकर बाढ़ का पूरी तरह सामना करने में हम बिलकुल असमर्थ हैं , जिस से हम मजबूर होकर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से समर्थन देने की अपील करते हैं ।
इस बार पाकिस्तान में गम्भीय बाढ आने के बाद चीन सरकार ने सब से पहले पाकिस्तान को तीन करोड़ य्वान मूल्य वाले फौरी मानवीय सामग्री सहायता देने की घोषणा की । फिर पाकिस्तान के अनुरोध पर चीन ने सात हजार पनरोक तंबू क्रमशः 23 व 24 सितम्बर को सिंध प्रांत की राजधानी कराची में पहुंचा दिये । सूचना मंत्री अवान ने बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों के निरीक्षण दौरे में चीन की निस्वार्थ सहायता के प्रति आभार व्यक्त किया ।
चीन हमारा महान दोस्त है , हमें चीन से काफी ज्यादा मिल गये हैं , हमें मालूम है कि आप हमारी मदद करने के लिये हर वक्त तैयार हैं ।