चीनी प्रधानमंत्री वन च्यापाओ ने 22 सितंबर को पेइचिंग में कहा कि दुनिया के सबसे अधिक जनसंख्या वाले विकासशील देशों के रूप में चीन व भारत का मिलजुल कर विकास करना व घनिष्ठ सहयोग दोनों देशों की जनता के कल्याण के लिए ही नहीं, बल्कि एशिया व दुनिया की जनता का आशीर्वाद भी है।
वन च्यापाओ ने चीन-भारत पारंपरिक सांस्कृतिक आवाजाही मंच में भाग लेने वाले चीनी व भारतीय युवाओं के प्रतिनिधियों से भेंट की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि चीन व भारत की सभ्यता से मानव की सभ्यता के विकास पर प्रभाव पड़ा है। उम्मीद है कि दोनों देशों के युवा परंपरा, संस्कृति के आदान प्रदान के दौरान एक दूसरे से सीख सकेंगे और अच्छे दोस्त व अच्छे साझेदार बन सकेंगे।
उन्होंने कहा कि मौके का लाभ उठाकर विकास करना व चुनौतियों का समान मुकाबला करना चीन व भारत के सामने एक अहम मिशन है। दोनों देशों के युवा चीन-भारत संबंधों के रणनीतिक मतलब को सही ढंग से समझकर अपने देश का अच्छी तरह निर्माण कर सकेंगे।
(रूपा)