15 बुद्धिमानी से जुड़ी कथा--थिआन ची की घुड़दौड़ प्रतियोगिता

2018-01-02 21:31:01 CRI

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15 बुद्धिमानी से जुड़ी कथा--थिआन ची की घुड़दौड़ प्रतियोगिता

छू लोंग और चाओ रानी माँ 触龙说赵太后

“छू लोंग और रानी माँ”बुद्धिमानी से जुड़ी एक कहानी है, इसे चीनी भाषा में“छू लोंग श्वेइ चाओ थाई होउ”(chù long shuì zhào tài hòu) कहा जाता है। इसमें छू लोंग व्यक्ति का नाम है, जबकि चाओ थाई होउ का अर्थ है चाओ राज्य की रानी माँ। प्राचीन काल में किसी राजा की मां को थाई होउ यानी राजमाता या रानी माँ कहा जाता था। इस वाक्य में तीसरे शब्द“श्वेइ”का अर्थ है समझाना।

ईसा पूर्व 5वीं शताब्दी में चीन के इतिहास में युद्धरत राज्य काल था। (युद्धरत राज्य काल ईसा पूर्व 475 से ईसा पूर्व 221 तक का समय था) इस दौरान छीन, छी, छू, हान, वेई, चाओ और यान सात राज्य दूसरे राज्यों की तुलना में अधिक शक्तिशाली थे।

उस समय चाओ राज्य पर रानी माँ का शासन चल रहा था। चाओ राज्य का पड़ोसी शक्तिशाली छिन राज्य था, जो चाओ राज्य पर हमला करने की ताक में था। अपनी सुरक्षा के लिए चाओ राज्य ने छी राज्य से सहायता मांगी, तो छी राज्य ने अपने हित के ख्याल से चाओ राज्य की रानी माँ से उसके अपने दुलारे छोटे पुत्र को छी राज्य में गठबंधन में ईमानदारी के साक्षी के रूप में भेजने की मांग की। इसके बाद वह चाओ राज्य को सहायता देने के लिए सेना भेजेगा। चाओ रानी मां को अपने छोटे पुत्र राजकुमार छांगआन से बहुत प्यार था, उसे डर था कि छी राज्य में उसके छोटे पुत्र को कहीं कोई खतरा तो नहीं होगा, इसलिए उसने इस मसले पर फैसला करने में बहुत समय लगाया।

राज्य की सुरक्षा के ख्याल से चाओ राज्य के सभी मंत्रियों ने रानी मां को उसके छोटे पुत्र राजकुमार छांगआन को छी राज्य में ईमानदारी के साक्षी के रूप में भेजने समझाया बुझाया, लेकिन रानी मां को बड़ा गुस्सा आया और कहा:“आगे यदि किसी ने पुनः राजकुमार छांगआन को भेजने का सवाल उठाया, तो मैं उसके मुंह पर थूक दूंगी।”

एक दिन, चाओ राज्य का वरिष्ठ मंत्री छू लोंग रानी मां से मिलने आया। रानी मां समझती थी कि वह भी राजकुमार छांगआन के मामले पर आया, तो उसे बड़ा आक्रोश आया। किन्तु जब छू लोंग आया, तो उसने रानी मां से केवल यह कहा:“रानी मां, मैं लम्बे समय से आप से मिलने नहीं आया हूं। पता नहीं कि आपका हालचाल कैसा है?इसलिए आज विशेष तौर पर आप से मुलाक़ात करने आया हूं।”

इसे सुन कर चाओ राज्य की रानी मां बोली:“इन दिनों मैं ज्यादा कार्य नहीं करना चाहती हूं और खाना भी कम हो गया है।”

तो छू लोगं ने कहा:“मेरा खाना भी ठीक नहीं है, पर मैं घूमना फिरना नहीं छोड़ता हूं। रोज़ दो तीन मील का रास्ता चलता हूं। खाना भी थोड़ा ज्यादा करता हूं। इससे स्वास्थ्य को लाभ मिलेगा।”

रानी मां बोली:“खेद है कि मैं ऐसा नहीं कर सकती हूं।”इस तरह की दिनचर्या पर बातचीत से रानी मां का गुस्सा धीरे-धीरे शांत हो गया।

आगे छू लोगं ने कहा:“मेरा एक लड़का शू छी(shū qí) है, मेरे पुत्रों में वह सबसे छोटा है, लेकिन वह योग्य व्यक्ति के रूप में विकसित नहीं हुआ। मैं उससे काफ़ी प्यार करता हूं। अब मैं बूढ़ा हो गया हूं, आप से चाहता हूं कि उसे राजमहल में सेवक का काम दें।”

रानी मां ने मंजूरी देते हुए कहा:“उसकी क्या उम्र है ? ”

छू लोंग ने जवाब देते हुए कहा:“15 साल का है। उम्र में छोटा तो अवश्य है, पर मैं अपने इस दुनिया से चल बसने से पहले उसका देखभाल आप के हवाले करना चाहता हूं।”

रानी मां ने कहा:“न जाने पुरुष भी अपने छोटे पुत्र से इतना प्यार करता है।”

छु लोंग ने कहा:“पुरुष कभी-कभी स्त्री से ज्यादा अपने छोटे पुत्र से प्यार करता है।”

तो रानी मां ने हंसते हुए कहा:“ऐसा नहीं, स्त्री अपने छोटे पुत्र से ज्यादा प्यार करती है।”

रानी मां का उत्साह बढ़ने पर छू लोंग ने आगे कहा:“मां-बाप अपनी संतान से प्यार करते हैं, तो उन्हें उनके भविष्य के बारे में ज्यादा सोच विचार करना चाहिए।” 

रानी मां ने हां में सिर हिलाया। तब जा कर छू लोंग ने बातचीत का मतलब बदल कर रानी मां से कहा:“मैं समझता हूं कि आप अपने पुत्रों के भविष्य पर ज्यादा नहीं सोचती हैं।”

15 बुद्धिमानी से जुड़ी कथा--थिआन ची की घुड़दौड़ प्रतियोगिता

छू लोंग और चाओ रानी माँ 触龙说赵太后

छू लोंग की बात को न समझने का नाटक कर रानी मां ने छु लोंग से कारण पूछा, तो छुलोंग ने कहा:“प्राचीन काल से लेकर अब तक बहुत कम राजा की संतानें पीढ़ी दर पीढ़ी राजा की गद्दी पर बैठ सकी हैं। क्या उनकी योग्यता और कार्य क्षमता नहीं थी? ऐसा नहीं। दरअसल राज्य में अपना स्थान बहुत ऊंचा होने पर भी उन्होंने राज्य के लिए कोई भी योगदान नहीं किया था। जब वे सत्ता पर आए, तो वे अपनी सत्ता बनाए रखने में असमर्थ साबित हुए। अब रानी मां आप ने राजकुमार छांगआन का स्थान तो बहुत ऊंचा किया है और उसे बड़ी जागीर और धन दौलत भी दी है, किन्तु उसे राज्य के लिए योगदान नहीं करने देती हैं। जब एक बार रानी मां आप चल बसी, तो वह चाओ राज्य में किस तरह हमेशा टिकेगा। इसलिए मैं कहता हूं कि आप राजकुमार छांगआन के भविष्य पर ज्यादा नहीं सोचती हैं।”

छू लोंग की बातों का मकसद रानी मां को समझ में आया कि वह भी उसे छांगआन को छी राज्य में गठबंधन की ईमानदारी के साक्षी के रूप में भेजने हेतु समझाने आया है। लेकिन बातचीत के दौरान अनजाने में उसने छू लोंग का तर्क स्वीकार कर लिया था। सो उसने अपने छोटे पुत्र छांगआन के लिए काफिला और सहकारी दल तैयार किए और उसे ईमानदारी के साक्षी के रूप में छी राज्य में भेजा। इसके बाद छी राज्य ने चाओ राज्य को आक्रमण के समय सहायता देने का वचन दिया।

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