• चौथे अंतर्राष्ट्रीय उपभोग वस्तुएं एक्सपो से ज़ाहिर हुई विदेशी कंपनियों के

    चौथे अंतर्राष्ट्रीय उपभोग वस्तुएं एक्सपो से ज़ाहिर हुई विदेशी कंपनियों के "दिल की इच्छा"

    हाल ही में समाप्त हुए चौथे चीन अंतर्राष्ट्रीय उपभोग वस्तुएं एक्सपो में 71 देशों और क्षेत्रों के 4,000 से अधिक ब्रांड्स ने प्रदर्शनी में भाग लिया, और विदेशी प्रदर्शकों और ब्रांड्स की संख्या पिछले वर्षों से अधिक हो गई। पहली बार 1,462 से अधिक नए उत्पाद और 84 नए घरेलू और विदेशी ब्रांड लॉन्च किए गए।

  • चीन-जर्मन सर्वसम्मति: पश्चिमी शोर के प्रति एक शक्तिशाली प्रतिक्रिया

    चीन-जर्मन सर्वसम्मति: पश्चिमी शोर के प्रति एक शक्तिशाली प्रतिक्रिया

    जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ की चीन यात्रा न केवल एक भव्य राजनीतिक और कूटनीतिक घटना है, बल्कि पश्चिमी जनमत का केंद्र भी बन गई है। तीन दिनों में स्कोल्ज़ ने अपने तीन मंत्रियों के साथ चीन के तीन शहरों का दौरा किया। कई दिग्गज जर्मन कंपनियों के प्रमुखों ने भी सक्रिय भागीदारी की। सभी ने इस यात्रा के महत्व और दूरगामी प्रभाव को प्रदर्शित किया।

  • चीन की अर्थव्यवस्था के असली चेहरे पर एक त्रि-आयामी परिप्रेक्ष्य

    चीन की अर्थव्यवस्था के असली चेहरे पर एक त्रि-आयामी परिप्रेक्ष्य

    हाल ही में चीन में आयरिश दूतावास के ट्रेड काउंसलर जोसेफ कीटिंग ने दक्षिण चीन के हाईनान में चीन अंतर्राष्ट्रीय उपभोग वस्तु एक्सपो में भाग लेने के दौरान चीन की अर्थव्यवस्था की निरंतर वृद्धि पर विश्वास व्यक्त किया। साथ ही, आकर्षक आर्थिक आंकड़ों की एक श्रृंखला भी चीन की अर्थव्यवस्था की बहाली के लिए मजबूत समर्थन प्रदान करती है।

  • जापान की खतरनाक कार्रवाइयों की श्रृंखला का उद्देश्य क्या है?

    जापान की खतरनाक कार्रवाइयों की श्रृंखला का उद्देश्य क्या है?

    हाल में जापान ने अमेरिका-जापान सुरक्षा संधि को बड़े पैमाने पर उन्नत किया है, दक्षिण चीन सागर में अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और फिलीपींस के साथ संयुक्त सैन्याभ्यास किया है और "औकस" में शामिल होने की मांग की है... जापान लगातार ऐसे खतरनाक कदम उठा रहा है, जिससे सभी क्षेत्रों से विरोध मजबूत हो गया है। जापान में कुछ विश्लेषकों ने बताया कि जापान सरकार सैन्य गठबंधनों की मदद से अपनी सैन्य शक्ति का विस्तार करने की कोशिश कर रही है और "युद्ध की ओर खतरनाक रास्ते" पर चल रही है। क्षेत्रीय देशों को अत्यधिक सतर्क रहना चाहिए।

  • अमेरिका, जापान और फिलीपींस का

    अमेरिका, जापान और फिलीपींस का "छोटा वृत्त" दक्षिण चीन सागर की स्थिति में उथल-पुथल चाहता है

    स्थानीय समय के अनुसार, 11 अप्रैल को अमेरिका, जापान और फिलीपींस के नेताओं ने वाशिंगटन में पहला त्रिपक्षीय शिखर सम्मेलन आयोजित किया। तीनों पक्षों ने बैठक के बाद एक संयुक्त बयान जारी कर दावा किया कि वे तथाकथित "इंडो-पैसिफिक क्षेत्र और दुनिया की सुरक्षा और समृद्धि" को बढ़ावा देने के लिए रक्षा सहयोग को मजबूत करेंगे। बयान में चीन पर "बल का उपयोग कर यथास्थिति को एकतरफा बदलने" की आलोचना की गई, और दक्षिण चीन सागर, पूर्वी चीन सागर आदि क्षेत्रों में अपनी राष्ट्रीय संप्रभुता की रक्षा के लिए चीन की कार्रवाइयों को लेकर तथाकथित "चिंता" व्यक्त की गई।

  • जापान को

    जापान को "औकस" में शामिल करना निस्संदेह एक गलत निर्णय है

    हाल के दिनों में अमेरिका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया ने जापान को "औकस" में शामिल करने का ऐलान किया। इस खबर ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में बड़ी हलचल मचा दी है। इससे जाहिर है कि उक्त तीन देश न केवल क्षेत्रीय सुरक्षा की उपेक्षा करते हैं, बल्कि वैश्विक शांति और स्थिरता को भी चुनौती पेश करते हैं। हालांकि जापान सरकार ने इसे "स्वीकार" करने की घोषणा की, फिर भी लोगों ने चिंता प्रकट की कि इस कदम से गठबंधनों में टकराव बढ़ सकता है, प्रमाणु प्रसार का खतरा बढ़ सकता है, जिससे एशिया प्रशांत क्षेत्र की शांति और स्थिरता प्रभावित हो सकती है।

  • उम्मीद है कि येलेन की चीन यात्रा के बाद अमेरिका

    उम्मीद है कि येलेन की चीन यात्रा के बाद अमेरिका "जिम्मेदार" बनेगा

    अमेरिकी वित्त मंत्री जेनेट येलेन 9 अप्रैल को अपनी चीन यात्रा समाप्त करेंगी। वह इस साल चीन का दौरा करने वाली पहली अमेरिकी कैबिनेट सदस्य हैं। इस दौरान, दोनों पक्षों ने बहु-स्तरीय और बहु-क्षेत्रीय वार्ता और आदान-प्रदान किया।

  • दक्षिण चीन सागर में स्थिति को बाधित करने के लिए एक मोहरा न बने फिलीपींस

    दक्षिण चीन सागर में स्थिति को बाधित करने के लिए एक मोहरा न बने फिलीपींस

    7 अप्रैल को अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया और फिलीपींस ने दक्षिण चीन सागर में पहला संयुक्त समुद्री सैन्याभ्यास आयोजित किया। फिलीपीन मीडिया ने बताया कि चार देशों के संयुक्त सैन्य शक्ति प्रदर्शन का उद्देश्य चीन पर अंकुश लगाना है।

  • महिलाओं व शिशुओं की देखभाल पर ध्यान दे रहा है चीन

    महिलाओं व शिशुओं की देखभाल पर ध्यान दे रहा है चीन

    चीन में होते तेज विकास के साथ ही जीवन के हर क्षेत्र में बदलाव देखने में आया है। शिक्षा, स्वास्थ्य व रहन-सहन के मामले में चीन ने काफी तरक्की की है। करोड़ों लोगों को गरीबी के चंगुल से बाहर निकाला जा चुका है। स्वास्थ्य की बात करें तो चीन के हर इलाके में लोगों की जीवन प्रत्याशा में इजाफा हुआ है। इसके साथ ही महिलाओं और बच्चों का जीवन स्तर और स्वास्थ्य काफी अच्छा हो गया है। इसके बावजूद एक बड़ी आबादी वाले देश के सामने कई चुनौतियां भी मौजूद हैं, जिन्हें दूर करने के लिए सरकार निरंतर कोशिश कर रही है।

  • आंकड़े बताते हैं कि चीन की आर्थिक सुधार गति पकड़ रही है!

    आंकड़े बताते हैं कि चीन की आर्थिक सुधार गति पकड़ रही है!

    पिछले दो दिनों में, चीन के तीन प्रमुख आर्थिक संकेतकों में एक साथ सुधार की खबर ने दुनिया भर में महत्वपूर्ण ध्यान आकर्षित किया है। ये डेटा चीन की तेज़ होती आर्थिक रिकवरी के नवीनतम साक्ष्य का प्रतिनिधित्व करते हैं, जिससे वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए नई गति उत्पन्न होने की उम्मीद है।