025 कान को हाथ से बन्द करके घंटी की चोरी

हथौड़ा खोने के बाद 疑人偷斧
"हथौड़ा खोने के बाद"नाम की नीति कथा को चीनी भाषा में"यी रन थोउ फ़ू"(yí rén tōu fǔ) कहा जाता है। इसमें"यी"का अर्थ है शंका होना और"रन"का अर्थ है व्यक्ति या लोग, जबकि"थोउ"का अर्थ है चुराना, यह शब्द हमारे आज के कार्यक्रम में पहली नीति कथा"यान अर ताओ लिंग"में तीसरे शब्द"ताओ"का समान अर्थ है चुराना। कहानी"यी रन थोउ फ़ू"में चौथा शब्"फ़ू"का अर्थ है हथौड़ा।
बहुत पहले की बात है कि किसी घर में एक हथौड़ा गायब हो गया। घर के मालिक को अपने पड़ोसी घर के बच्चे पर संदेह हुआ। वह छिपकर उस बच्चे की हरकत पर नज़र रखने लगा। उसे पड़ोसी के उस बच्चे के चलने, बोलने के अंदाज और चेहरे के हाव भाव से लगा कि बच्चा चोर है। उसकी नज़र में पड़ोसी के उस बच्चे की हर हरकत हथौड़ा चुराने वाले की तरह लगती थी।
कुछ दिन यूं गूजरे। एक दिन, हथौड़ा खोने वाला व्यक्ति अपने खेत में काम करने गया। वहां उसने अपना हथौड़ा ज़मीन पर पड़ा पाया। तब उसे ध्यान आया कि वह किसी दिन जुताई के समय हथौड़ा यहां भूल गया था। हथौड़ा मिलने के बाद वह जब कभी पड़ोसी के बच्चे से मिले, तो उसे लगता कि उस बच्चे की कोई भी हरकत चोर की तरह नहीं लगती।
हथौड़ा खोने वाले व्यक्ति को पड़ोसी के बच्चे पर शंका होने के कारण उसकी हर हरकत चोर जैसी लगती थी, यह पूर्वाग्रह होता है, जो सोचने विचार करने का एक गलत तरीका है।
लोमड़ी से चमड़े की मांग 与狐谋皮
"लोमड़ी से चमड़े की मांग"नाम की नीति कथा को चीनी भाषा में"यू हू मोउ फी"(yǔ hú móu pí) कहा जात है, इसमें"यू"के अर्थ है से या के साथ, "हू"जानवर लोमड़ी है, जबकि"मोउ"का अर्थ है मांगना और"फी"का अर्थ है चमड़ा।
प्राचीन काल में चाओ राजवंश के एक व्यक्ति को मूल्यवान चमड़ा और स्वादिष्ट खाना बहुत पसंद था। वह एक हजार सोने के सिक्कों से कीमती चमड़े का वस्त्र बनाना चाहता था, तो उसने लोमड़ी के पास जाकर उससे सलाह मांगी:"लोमड़ियों में जो सबसे बड़ी है और जिसके बाल सबसे मुलायम और लम्बे हो, वह मेरे सामने आत्मसमर्पण कर दे, मैं उसके चमड़े से कपड़े बनाऊंगा।"
उसकी मांग सुनकर सभी लोमड़ियां घने जंगल में भाग कर छिप गई। एक दिन, चाओ राजवंश का वह व्यक्ति पूजा के लिए एक शानदार भोज देना चाहता था, तो उसने बकरी के पास जाकर कहा:"तुम बकरियों में से जो सबसे मोटी है और जिसका मांस सबसे अच्छा है, मुझे वही बकरी चाहिए।"
उस व्यक्ति की यह बात सुनकर बकरियां जंगल की तरफ दौड़ गयी। इस तरह पांच साल बीत गए, फिर भी उक्त व्यक्ति को अपने काम में सफलता हाथ नहीं लगी।
लोमड़ी से उसका चमड़ा और बकरी से उसका मांस मांगने में सफलता पाने की संभावना नहीं है। क्योंकि इस प्रकार की मांग उन्हें नुकसान पहुंचाती है।