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टी टाइम 170824
2017-08-19 19:21:27 cri

अनिलः लीजिए दोस्तो, प्रोगाम का आगाज़ करते हैं। सबसे पहले यह जानकारी।

भारतीय मूल के पूर्व गोल्डमैन सैक्स के निदेशक रजत गुप्ता दो साल की सजा पूरी करने के बाद अपनी खोई हुई प्रतिष्ठा को वापस पाने और अपने भविष्य को दोबारा से बनाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।

अंदरूनी व्यापार के मामले में सजा पा चुके गुप्ता को अपने कई पूर्व सहयोगियों से दोबारा जुड़ने में चुनौतियां का सामना करना पड़ रहा है। अमेरिकी मीडिया के अनुसार, गुप्ता को जहां अमेरिका में अपने कई पूर्व सहयोगियों और ग्राहकों से दोबारा जुड़ने में संघर्ष करना पड़ रहा है।

वहीं भारतीय व्यावसायिक समुदाय के साथ उनके संबंधों और अमेरिका में प्रवासी अधिकारियों के साथ उनके रिश्तों ने अधिक साथ दिया है। गुप्ता दिग्गज कंपनी मैकिं जी एंड कंपनी के पूर्व वैश्विक सलाहकार प्रमुख रह चुके हैं।

मेसाचुसेट्स के डिवन्स के फेडरल प्रिजन मेडिकल सेंटर से रिहा होने के बाद 86 वर्षीय गुप्ता अब फिर से अपने सम्मान को वापस पाने की कोशिशों में लगे हुए हैं।

आइए जानते हैं उनके बारे में कुछ जानकारी

अमेरिका की एक अदालत ने इनसाइडर ट्रेडिंग मामले में धोखाधड़ी और षडयंत्र रचने के मुकदमे में गोल्डमैन सैक्स के पूर्व निदेशक भारतीय मूल के रजत गुप्ता को चार आरोपों में मुजरिम करार दिया है। अदालत ने गुप्ता को दो साल कारावास की सजा सुनाई है। अमेरिकी कोर्ट में चले मुकदमे में दोषी पाए जाने के बाद गुप्ता ने अपने परिजनों और साथियों से माफी मांगी है।

रजत गुप्ता

--भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक

--गोल्डमैन सैक्स के पूर्व डायरेक्टर

जन्म : 2 दिसंबर, 1948 को कोलकाता के माणकतल्ला में

पिता : अश्वनी कुमार गुप्ता स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और पत्रकार थे

माता : प्राण कुमारी गुप्ता एक स्कूल में पढ़ाती थीं

रजत 16 वर्ष के थे तब उनके पिता का और फिर 18 वर्ष के उम्र में उनके माता का अचानक देहांत हो गया था।

पत्नी : अनिता मट्टू

शिक्षा : 1966 में आईआईटी की प्रवेश परीक्षा में 15वां स्थान, आईआईटी दिल्ली से मेकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक, अमरीका के हार्वर्ड स्कूल में एमबीए

नीलमः अमेरिकी व्यवसायिक जगत में गुप्ता कई प्रमुख पदों पर रह चुके हैं।

--1973 में कंसल्टैंसी फर्म मैकिंजी के न्यूयॉर्क दफ्तर में पहली बार नौकरी शुरू की और 20 साल के भीतर ही इस कंपनी के सर्वोच्च पद पर पहुंच गए।

--इस कंपनी के सीईओ बनने वाले भारतीय मूल के पहले व्यक्ति थे। इसके अलावा गोल्डमैन सॉक्श और प्रॉक्टर ऐंड गैंबल के बोर्ड की सदस्य, इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस के सहसंस्थापक, बिल ऐंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के कार्यकारी नेतृत्व के सलाहकार का पद प्रमुख हैं।

--वह अमेरिकन एयरलाइंस की मुख्य कंपनी एएमआर कॉर्पोरेशन के निदेशक भी रहे हैं।

गुप्ता ग्लोबल निवेश बैंक गोल्डमैन सॉक्श और अमेरिकी एफएमसीजी कंपनी प्राक्टर एंड गेंबल के पूर्व डायरेक्टर रह चुके हैं। इस दौरान अपने पद का गलत इस्तेमाल करते हुए उन्होंने दोनों कंपनियों की गोपनीय जानकारी गैलियन हेज फंड को मुहैया कराई। इससे फंड के संस्थापक राजा राजरत्नम ने 1.8 करोड़ डॉलर से ज्यादा गैरकानूनी मुनाफा कमाया।

--अमेरिकी सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज कमीशन (एसईसी) ने रजत पर यह आरोप लगाया था। गुप्ता राजरत्नम के दोस्त और कारोबारी सहयोगी हैं।

--भेदिया कारोबार के इस हाइप्रोफाइल मामले में श्रीलंकाई मूल के हेज फंड कारोबारी राजा राजरत्नम को अदालत पहले ही 11 साल की सजा सुना चुकी है।

26 अक्तूबर, 2011 : अमेरिकी खुफिया विभाग ने रजत गुप्ता को गिरफ्तार किया

15 जून, 2012 : न्यूयॉर्क की एक अदालत ने गुप्ता को छह में से चार अपराधों के लिए दोषी पाया

25 अक्तूबर, 2012 : अदालत ने इस मामले में रजत गुप्ता को दो साल कैद की सजा व 50 लाख डॉलर का जुर्माना सुनाया

अनिलः अब समय हो गया है तकनीक संबंधी ख़बर का

नोकिया का अबतक का सबसे दमदार एंड्रॉयड स्मार्टफोन नोकिया 8 लॉन्च हो गया। एचएमडी ग्लोबल ने इस फोन को लंदन में एक इवेंट में लॉन्च किया। फोन की लॉन्चिंग कंपनी की वेबसाइट या यूट्यूब चैनल से हुई। लॉन्चिंग से पहले फोन के स्पेसिफिकेशन को लेकर कई लीक सामने आई हैं। अभी तक आई लीक रिपोर्ट के मुताबिक इस फोन में डुअल रियर कैमरा सेटअप और क्वॉलकॉम का लेटेस्ट प्रोसेसर स्नैपड्रैगन 835 हो सकता है। इसके अलावा फोन में Carl Zeiss lens भी दिया जा सकता है। बता दें कि हाल ही में नोकिया और जेइस की पार्टनरशिप हुई है।

फोन के स्पेसिफिकेशन की बात करें तो इसमें एंड्रॉयड 7.1.1 नूगट, 5.7 इंच की 2K डिस्प्ले, डुअल रियर कैमरा, 4GB रैम और 64GB स्टोरेज होगी। फोन की कीमत 589 यूरो यानी करीब 43,660 रुपये हो सकती है।

नीलमः उधर सुपरस्टार रजनीकांत पूरे दक्षिण एशिया में सबसे ज्यादा फीस लेने वाले कलाकार हैं। पर उनकी पत्नी लता रजनीकांत का स्कूल आश्चर्यजनक वजह से बंद हो गया है। वो उसका किराया नहीं भर पाई हैं। यही नहीं, उनके स्कूल में कई महीनों से स्टाफ को सैलरी तक नहीं दी जा रही थी, जिससे परेशान होकर पिछले साल दिसंबर में ही स्कूल के सभी ड्राइवरों ने हड़ताल तक कर दी थी। उनका कहना था कि उन्हें 6 माह से सैलरी तक नहीं मिली है।

सुपरस्टार रजनीकांत के फैंस के लिए ये खबर किसी झटके से कम नहीं है। वो दक्षिण एशिया में सबसे ज्यादा फीस लेने वाले कलाकार हैं। पर उनकी वाइफ का स्कूल बंद होने से बड़ा झटका लगा है। उनके द्वारा चलाया जाने वाला स्कूल 'द आश्रम' चेन्नई के मशहूर स्कूलों में से है। पर अब महान मालिक ने किराया न देने की सूरत में स्कूल पर ताला लगा दिया है।

लता रजनीकांत के इस स्कूल में 12वीं तक की पढ़ाई होती है। ये स्कूल रेस कोर्स के पास है। जो लता द्वारा चलाए जाने वाले द आश्रम ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस का हिस्सा है। ये किराए की प्रॉपर्टी पर चला रहा था और लगातार किराया न दे पाने की स्थिति में प्रॉपर्टी मालिक ने स्कूल के मेन गेट पर ताला जड़ दिया।

इस स्कूल में 300 बच्चे पढ़ते हैं, जिन्हें वेलाचेरी स्कूल में शिफ्ट कर दिया गया। बताया जा रहा है कि प्रॉपर्टी के मालिक ने इस जगह को खाली कराने के लिए 2011 में कोर्ट केस कर दिया था। पर अब किराया न देने पर स्कूल के गेट पर ही ताला जड़ दिया।..

अनिलः अब ख़बर क्रिकेट की।

युवराज सिंह और सुरेश रैना को श्रीलंका के खिलाफ आगामी वन-डे सीरीज के लिए टीम इंडिया में शामिल नहीं करने की असली वजह सामने आई है। दो धाकड़ बल्लेबाजों को टीम इंडिया में फिटनेस की समस्या के कारण शामिल नहीं किया गया है। इन दोनों का राष्ट्रीय क्रिकेट एकेडमी (एनसीए) में 'यो-यो' दमखम टेस्ट में पास नहीं होना टीम से बाहर होने की प्रमुख वजह रही।

टीम इंडिया के क्रिकेटरों को कई तरह के फिटनेस टेस्ट से गुजरना होता है, जिसमें 'यो-यो' दमखम टेस्ट सबसे महत्वपूर्ण है। पहले की तुलना में अब यह टेस्ट कठिन होता है। इसमें 'बीप' से पता चल जाता है कि खिलाड़ी ने टेस्ट पास किया है या नहीं। पता हो कि मौजूदा टीम इंडिया को विश्व की सबसे फिट टीम माना जाता है और ऐसे में युवराज व रैना को भी अपनी बेस्ट फिटनेस साबित करना जरुरी थी, जिसमें वो कामयाब नहीं हुए।

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के एक अधिकारी ने नाम सामने नहीं लाने की शर्त पर बताया कि मौजूदा थिंक टैंक, कोच रवि शास्त्री, कप्तान विराट कोहलीऔर सेलेक्टर्स कमेटी

के अध्यक्ष एमएसके प्रसाद ने स्पष्ट किया है कि फिटनेस के स्तर पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा। ऐसी जानकारी मिली है कि युवराज और रैना 'यो-यो' स्कोर में तय स्कोर को पार नहीं कर सके। मौजूदा टीम के लिए 'यो-यो' स्कोर 19.5 या उससे अधिक ही स्वीकार्य किया गया है। भारत के सबसे फिट क्रिकेटर कप्तान विराट कोहली इस परीक्षण में लगभग 21 का स्कोर बनाते हैं। वहीं युवराज और रैना ने इस परीक्षण में 19.5 से काफी कम स्कोर बनाया। जानकारी मिली है कि युवराज केवल 16 का स्कोर ही बना पाए, जो कि उनके टीम से बाहर होने का मुख्य कारण रहा।

नीलमः उधर अब बात ब्लू व्हेल की करते हैं।

खूनी खेल के नाम से मशहूर ब्लू व्हेल चैलेंज गेम पर भारत सरकार ने बैन लगा दिया है। भारत सरकार ने गूगल, फेसबुक, इंस्टाग्राम जैसे सोशल साइट्स से Blue Whale Challenge के लिंक्स को हटाने को निर्देश दिया है।. वहीं अब यह गेम A Silent House, A Sea of Whales, Wake Me Up at 2.40am जैसे नामों से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। गौरतलब है कि 11 अगस्त को सरकार ने इस खतरनाक ऑनलाइन गेम के लिंक्स को सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से रिमूव करने को कहा था। सबसे पहले आपको बता दें कि यह एक ऑनलाइन सुसाइड गेम है जिसमें प्लेयर्स को 50 दिनों में 50 टास्क दिए जाते हैं। गेम में नस काटने और हाथ पर धारदार ब्लेड से ब्लू व्हेल का स्केच बनाने को कहा जाता है। गेम के आखिरी यानी 50 टास्क में प्लेयर्स को सुसाइड करने को कहा जाता है और ऐसा नहीं करने पर उसके पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी जाती है।

इस गेम के जरिए सबसे ज्यादा बच्चों को शिकार बनाया जा रहा है। इस गेम को बनाने वाले Phillip Budeikin को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। फिलिप ने पुलिस को बताया कि उसने यह गेम उन लोगों के लिए बनाया जो लोग जीना नहीं चाहते।

इस गेम से सबसे ज्यादा रूस में करीब 150 बच्चों की मौत हुई है। अब यह गेम भारत में आ चुका है। हाल ही में मुंबई में एक बच्चे ने छत से कूदकर जान दे दी है। इसके बाद सरकार ने सरकार गेम को लेकर सख्त हो गई है।

अनिलः अब हेल्थ टिप्स।

प्राचीन समय के लोग प्रकृति की ताकत के बारे में जानते थे। प्राकृतिक नुस्खों के प्रयोग की पंरपरा हमें उन्हीं से मिली है लेकिन वक्त बीतने के साथ लोगों की इसमें रूचि कम हो गई है।

आज भी कई लोग ऐसे हैं जो त्वचा संबधित समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए घरेलू नुस्खों का प्रयोग करते हैं। ऑलिव ऑयल और नारियल तेल से त्वचा को अनेक लाभ होते हैं। लेकिन प्रकृति की कुछ ऐसी चीज़ें हैं जो अन्य किसी भी चीज़ से ज्यादा प्रभावशाली है। तमानु ऑयल इन्हीं में से एक है।

आधुनिक जीवन में इतिहास के इस ऑयल का बहुत प्रयोग है। सैलोफिल्यू्मिनोफिलू नामक पेड के बीज से निकलता है तमानु ऑयल। दक्षिण-पूर्व एशिया के लोग त्वचा की देखभाल के लिए इसी ऑयल का प्रयोग करते हैं। त्वचा की हर परेशानी को दूर करेगा – तमानु ऑयल तमानु ऑयल के निम्नलिखित लाभ हैं : - इससे त्वचा की जलन शांत होती है। - इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स की प्रचुर मात्रा होती है और ये त्वचा की कोशिकाओं को स्वस्थ रखने में मदद करता है। - कील-मुहांसो के दाग-धब्बों को हटाने में तमानु ऑयल बेहद कारगर है। - इसमें उपयुक्त मात्रा में फैटी एसिड्स होते हैं जो त्वचा को नमी प्रदान करते हैं। - इससे स्ट्रे्च मार्क्स के निशानों से भी मुक्ति मिलती है। - किसी भी अन्य‍ चीज़ की तुलना में तमानु ऑयल किसी भी तरह के घाव को जल्दी ठीक करता है। - बढ़ती उम्र के निशानों को भी इस तेल से कम किया जा सकता है। तमानु ऑयल को इसके प्राकृतिक सामग्री जैसे तीन यौगिक मौजूद होते हैं। ये तीन यौगिक हैं – कैलोफिलिक एसिड, फोसफोलिपिड्स और एंटीबायोटिक में लैक्टोन। इसमें शक्ति शाली एंटी-इंफ्लामेट्री एजेंट कॉमरिंस भी होता है। ये एजेंट त्वचा का ट्यूमर बनने से भी रोकता है।

अगर आप धूप में ज्यादा रहते हैं और इस वजह से आपकी त्वचा टैन और खराब हो गई है तो आपकी त्वचा को बड़ी तेजी से तमानु ऑयल ठीक कर सकता है। ये जली हुई त्वचा को आराम देकर स्किन की टैनिंग को तेजी खत्म करता है। प्रभावित हिस्से पर तमानु ऑयल लगाएं। कुछ ही दिनों में फर्क आपको खुद नज़र आएगा।

पूरे दिन में आपकी त्वचा पर धूल-मिट्टी के कण चिपक जाते हैं। तमानु ऑयल आपको इस समस्या से छुटकारा दिला सकता है। ये त्वचा को मुलायम बनाकर उस पर पड़ी बारीक रेखाओं को मिटाता है। रात के समय चेहरे पर तमानु आयॅल लगाएं। सुबह तक आपकी त्वचा चमक उठेगी।

तमानु ऑयल में समुद्री नमक मिलाकर उससे बॉडी पर स्क्रब करें। ये स्क्रब आपकी त्वचा को एक्सफोलिएट कर उसे नमी प्रदान करता है। इससे आपकी त्वचा बच्चों की तरह मुलायम हो जाएगी।

नीलमः अब रिश्तों के बारे में बात करते हैं। कहते है एक अच्‍छे और हेल्‍दी रिलेशनशिप की नींव होती है अंडरस्‍टैंडिंग और मैच्‍योरिटी होती है। लेकिन क्‍या हो जब एक रिलेशनशिप में ये दोनों ही न हो तो, जी हां अक्‍सर देखा गया है कि अगर किसी कपल में उम्र का फासला कुछ ज्‍यादा होता है तो वहां कुछ जगह दिक्‍कते होती है।

खासकर अगर शादीशुदा कपल में उम्र के फासले की वजह से कई बार आपसी सोच नहीं मिलती है। जिस वजह से उनमें मनमुटाव की स्थिति होने लगती है। शादी के लिए आदर्श जोड़े में भी पुरूष महिलाओं से आमतौर पर एकाध साल बड़ी उम्र के ही होते हैं। लेकिन आज के दौर में छोटी उम्र का पुरूष और बड़ी उम्र की महिला के बीच भी आसानी से संबंध बन जाते हैं।

पति-पत्नी की उम्र के अंतर का संबंधों पर प्रभाव निश्चय ही पड़ता है। दरअसल, अकसर यह कहा जाता है कि महिला अपनी उम्र से पहले ही मैच्योर हो जाती है जबकि पुरूष अपनी उम्र के बाद ही मैच्योर होता है। आइए जानें उम्र के अंतर का संबंधों पर प्रभाव।

आमतौर पर यदि बड़ी उम्र की महिला और छोटी उम्र के पुरूष की उम्र में सिर्फ कुछ सालों का अंतर है तो बहुत ज्यादा फर्क नहीं पड़ता लेकिन जब यही फर्क 10-12 साल तक का हो जाता है तो काफी फर्क पड़ता है। हालांकि यह सर्वमान्य है कि प्यार की कोई सीमा नहीं होती, न ही कोई बंधन। अगर दो लोग आपस में समझदारी से एक-दूसरे के साथ जीवन-निर्वाह करने को तैयार है तो किसी को कोई समस्या नहीं होनी चाहिए लेकिन दोनों लोगों का खुश होना भी जरूरी है।

बड़ी उम्र की महिला और छोटी उम्र के पुरूष या फिर बड़ी उम्र का पुरूष और छोटी उम्र की महिला फिर चाहे उम्र कोई भी हो लेकिन दोनों को मैच्योरिटी लेवल मिलना चाहिए जिससे दोनों आपस में सामंजस्य स्थापित कर पाएं।

दरअसल,पति-पत्नी की उम्र के अंतर का संबंधो पर प्रभाव पड़ना लाजमी है। यदि बड़ी उम्र की महिला है तो निश्चित रूप से वह छोटी उम्र के पुरूष से अधिक अनुभवी होगी जिससे अधिक उम्र की महिला में सेक्‍स समस्‍याएं हो सकती हैं या फिर अधिक उम्र की महिलाओं की चाहत, सोच-विचार और इच्छाएं आपस में मिलने में मुश्किल हो सकते हैं।

अनिलः आज के प्रोग्राम में जानकारी देने का सिलसिला यहीं संपन्न होता है। अब

श्रोताओं की टिप्पणी। यह पत्र हमें भेजा है, केसिंगा उड़ीसा से सुरेश अग्रवाल ने।

लिखते हैं कि

कार्यक्रम "टी टाइम" के तहत भारत में स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को ही क्यों मनाया जाता है, इस पर आप द्वारा दी गयी जानकारी अत्यन्त महत्वपूर्ण लगी।

तकनीक सम्बन्धी जानकारी में यह जान कर ख़ुशी हुई कि प्रमुख प्रौद्योगिकी कम्पनी गूगल द्वारा अपने वायस सर्च फ़ीचर में बांग्ला, मलयालम व तमिल सहित आठ और भारतीय भाषाओं को शामिल किया गया है। इन भाषाओं में अब सिर्फ़ शब्द बोलकर ही ऑनलाइन सामग्री सर्च की जा सकेगी। ज्ञात हुआ कि अब तक गूगल की यह सेवा अंग्रेजी व हिंदी में ही उपलब्ध थी। कम्पनी ने आज से इसमें गुजराती, कन्नड़, मराठी, तेलुगू व उर्दू सहित आठ और भाषाओं को शामिल कर लिया है।

यह जान कर अच्छा लगा कि होटलों में ठहरने वाले मेहमानों द्वारा इस्तेमाल के बाद बचे साबुन, शैम्पू आदि चीज़ों को बर्बादी से बचाने के लिए 'क्लीन द वर्ल्ड ' नामक संस्था 'ग्लोबल सोप प्रोजक्ट' के साथ मिलकर एक ऐसी मुहिम चला रही है जिसके तहत आधे प्रयोग किए गए साबुन को नया साबुन बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इन साबुनों को विकासशील देशों के लिए बनाया जाता है और इससे चीज़ें न केवल बर्बाद होने से बच जाती हैं, अपितु किसी के काम भी आ जाती हैं।

यह जान कर हैरानी हुई कि सलमान के कॅरियर को ऊँचाई प्रदान करने वाली फ़िल्म 'तेरे नाम' के लिये वह पहली पसन्द नहीं थे, बल्कि इसमें संजय कपूर रोल निभाने वाले थे, बाद में उन्हें रिप्लेस कर दिया गया।

मौसम की मार से शुष्‍क और बेजान त्‍वचा में चमक लाने का घरेलू नुस्खा यानी कि स्क्रबिंग के लिये इस्तेमाल किया जाने वाला ओटमील इसके लिये कितना कारगर साबित हो सकता है, यह पहली बार जाना।

नीलमः वहीं थोड़े-थोड़े अन्तराल पर चाय-कॉफी पीना सेहत के लिए नुकसानदेह तथा एक एनर्जी बूस्टर के तौर पर केला तथा मुट्ठीभर नट्स कितना फ़ायदेमंद हो सकते हैं, जानकारी भी उपादेय लगी।

आपने पूरी दुनिया में नाश्ते में अंडे खाना लोगों की सबसे ज्यादा पसंद करार दिया और उसकी तमाम विशेषताओं का उल्लेख करते हुये कहा कि -इस फल को सुपरफ़ूड की श्रेणी में रखा जाता है। माफ़ कीजियेगा, अण्डे को फल की श्रेणी में रखे जाने की आपकी बात से मैं सहमत नहीं हूँ।

आपने चॉकलेट की खूबियों के साथ लंच और डिनर में रोजाना हरी सब्जियों को शामिल किये जाने से शरीर और स्वास्थ्य को होने वाले फ़ायदे का भी ज़िक्र किया, जो कि बिलकुल सही जान पड़ा। कार्यक्रम में पेश श्रोताओं की प्रतिक्रिया तथा ज़ोक्स भी रुचिकर लगे। धन्यवाद् एक अच्छी प्रस्तुति के लिये।

श्रोताओं की टिप्पणी यही तक...आपका बहुत बहुत धन्यवाद।

अनिलः

जोक्स...

जोक्स्..पहला जोक

Teacher: Complete the sentence.

"Early to bed and early to rise..."

Student: ".... This Man has neither WiFi nor Wife!!!

दूसरा जोक

ऐसा लगता है जैसे चूहे भी इंजीनियरिंग सीखकर आते हैं...

इन्हें पता होता है कि कौन सा तार काटने से मशीन नहीं चलेगी क्योंकि ये हमेशा उसी तार को काटते हैं जिससे मशीन न चले.

तीसरा जोक

पिकूं डॉक्टर के पास गया...

पिंकू: डॉक्टर साहब एक समस्या है.

डॉक्टर: क्या परेशानी है?

पिंकू: जब मैं किसी से बात करता हूं तो वो इंसान मुझे दिखता नहीं.

डॉक्टर: ऐसा कब होता है?

पिंकू: फोन पर बात करते वक्त.

डॉक्टर: भाग जा यहां से, वरना तू इस धरती पर नहीं दिखेगा.

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