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    आप की पसंद 170715
    2017-07-31 10:38:08 cri

    15 जुलाई आपकी पसंद

    पंकज - नमस्कार मित्रों आपके पसंदीदा कार्यक्रम आपकी पसंद में मैं पंकज श्रीवास्तव आप सभी का स्वागत करता हूं, आज के कार्यक्रम में भी हम आपको देने जा रहे हैं कुछ रोचक आश्चर्यजनक और ज्ञानवर्धक जानकारियां, तो आज के आपकी पसंद कार्यक्रम की शुरुआत करते हैं।

    अंजली – श्रोताओं को अंजली का भी प्यार भरा नमस्कार, श्रोताओं हम आपसे हर सप्ताह मिलते हैं आपसे बातें करते हैं आपको ढेर सारी जानकारियां देते हैं साथ ही हम आपको सुनवाते हैं आपके मन पसंद फिल्मी गाने तो आज का कार्यक्रम शुरु करते हैं और सुनवाते हैं आपको ये गाना जिसके लिये हमें फरमाईशी पत्र लिख भेजा है युनिवर्स यूथ क्लब, बाजिदपुर, चंग्वारा, दरभंगा, बिहार से शंकर प्रसाद शंभू, रंजू मुखिया, अमित कुमार, अजित कुमार आलोक, अर्चना आलोक, दीपू कुमार मुखिया, महावीर मुखिया, लाल किशोर मुखिया, कल्पना आलोक, अपर्णा आलोक, शिव शंकर मंडर, राज आलम, विश्वनाथ मुखिया, अनिल कुमार गुप्ता और नरेश कुमार गुप्ता ने और आप सभी ने सुनना चाहा है फिल्म पूरब और पश्चिम (1970) फिल्म का गाना जिसे गाया है महेन्द्र कपूर ने संगीत दिया है कल्याणजी आनंदजी ने और गीत के बोल हैं -----

    सांग नंबर 1. भारत का रहने वाला हूं ....

    पंकज - पूरे शहर में रहता है सिर्फ 1 व्यक्ति, ऐसी हैं दुनिया की 7 सबसे सुनसान सिटी

    क्या आप किसी शहर में अकेले रहने की कल्पना कर सकते हैं? शायद इस बारे में सोचा भी नहीं जा सकता। भला पूरी तरह वीरान पड़े शहर में कोई कैसे रह पाएगा। लेकिन नहीं, दुनिया में कुछ शहर ऐसे भी हैं जहां की पॉपुलेशन सिर्फ 1 है। वहां अकेला व्यक्ति रह रहा है। हम आपको बता रहे हैं 7 ऐसे ही शहरों के बारे में। जानिए कि क्यों वह शहर वीरान हो गया और आखिर किस वजह से अकेले व्यक्ति ने वहां रहने का निर्णय लिया।

    सबसे पहले जापान का तोमिओका...

    - 2010 तक इस जापानी शहर की आबादी करीब 15 हजार थी। फिर 2011 में सुनामी आई और फुकुशिमा दाइची न्यूक्लियर प्लान्ट से रिसाव होने लगा। इसके चलते रेडिएशन फैला, जिसकी जद में तोमिओका भी था।

    - रेडिएशन के डर से सारे लोग यहां से भाग गए। सिर्फ 58 साल के नाओतो मत्सुमुरा रह गए। उन्होंने जाने से इनकार कर दिया, क्योंकि वे शहर में छूट गए जानवरों के लिए खाने का इंतजाम करना चाहते थे।

    अंजली – श्रोता मित्रों आजकल हमारे कार्यक्रम में आपके आने वाले पत्रों की संख्या बढ़ गई है जिससे हमें ये आभास हो रहा है कि आपकी पसंद आप सभी की पहली पसंद बन गया है। हमें ऐसे ही अपना प्यार देते रहिये जिससे हमारा उत्साह बढ़े और हम आपके इस चहेते कार्यक्रम को और बेहतर बना सकें। हमारे पास अगला पत्र आया है बुद्ध रेडियो श्रोता संघ, भिंड, मध्यप्रदेश से जिसे हमें लिख भेजा है अनामदर्शी मसीह और इनके ढेर सारे मित्रों ने इनके साथ ही हमें पत्र लिखा है धीरेन बसाक, अनीता बसाक, नंदिता बसाक, दिशा बसाक और भजन बसाक ने आपने हमें पत्र लिखा है ग्राम फुलिया चतकाताला, पोस्ट नूतन चतकाताला, ज़िला नदिया, पश्चिम बंगाल से आप सभी ने सुनना चाहा है, फिल्म अंधा कानून (1983) का गाना जिसे गाया है किशोर कुमार ने गीतकार हैं आनंद बख्शी और संगीत दिया है लक्ष्मीकांत प्यारेलाल ने और गीत के बोल हैं -----

    सांग नंबर 2. रोते रोते हंसना सीखो .....

    पंकज - मोनावी, नेब्रास्का (अमेरिका)

    - एक नेटिव अमेरिकन लैंग्वेज में मोनावी का मतलब फ्लॉवर होता है। 1902 में यहां बनने वाली शुरुआती बिल्डिंग एक पोस्ट ऑफिस की थी। पोस्ट ऑफिस 1967 में बंद हो गया था।

    - लोग बेहतर जॉब और स्थायित्व की तलाश में यह जगह छोड़कर जाते रहे। यहां एक कपल रह गया था। लेकिन 2004 में पति की मौत हो जाने के बाद पत्नी ही यहां की एकमात्र निवासी बची। वह यहां की मेयर भी है।

    विला इपेक्युएन, अर्जेंटीना

    - अर्जेंटीना के ब्यूनस आयर्स प्रांत में यह शहर 1920 के दौर में बसा था। यह राजधानी ब्यनस आयर्स जाने वालों के लिए रेस्ट का ठिकाना हुआ करता था। यह एक टूरिस्ट अट्रैक्शन भी था।

    अंजली – मित्रों अब मैं आप सभी को सुनवाने जा रही हूं कार्यक्रम का अगला गाना जिसके लिये हमें फरमाईशी पत्र लिख भेजा है, चंदा चौक अंधराठाढ़ी, ज़िला मधुबनी, बिहार से भाई शोभीकांत झा सज्जन, मुखियाजी हेमलता सज्जन और इनके परिजनों ने इनके साथ ही हमें पत्र लिख भेजा है मेन रोड मधेपुरा, ज़िला मधुबनी, बिहार से प्रमोद कुमार सुमन, रेनू सुमन और इनके मित्रों ने, आप सभी ने सुनना चाहा है जॉनी मेरा नाम (1970) फिल्म का गाना जिसे गाया है लता मंगेशकर ने गीतकार हैं इंदेवर और संगीत दिया है कल्याणजी आनंदजी ने और गीत के बोल हैं ----

    सांग नंबर 3. बाबुल प्यारे ....

    पंकज - फिर 1985 में आई भीषण बाढ़ में यह पूरी तरह तबाह हो गया। सारे लोग शहर छोड़कर चले गए और यह वीरान हो गया।

    - इसके बाद 2009 में पाब्लो नोवाक नाम का एक शख्स यहां रहने के लिए लौटा। उसका जन्म 1930 में इसी शहर में हुआ था।

    - वह यहां अपने घर को फिर से आबाद करने लौटा था। उसकी स्टोरी पर 2013 में पाब्लोज विला नामक डॉक्युमेंट्री भी बनाई गई थी।

    बोनांजा, कोलोराडो (अमेरिका)

    - यहां चांदी की खदानें पाई गई थीं। उनके चलते 1880 में यह शहर आबाद हुआ था।

    - उस दौर में यहां डेढ़ हजार लोग रहते थे। फिर धीरे-धीरे चांदी का उत्खनन कम होता गया और लोग शहर छोड़कर जाते रहे।

    अंजली – हमारे अगले श्रोता हैं ग्राम महेशपुर खेम, ज़िला मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश से तौफ़ीक अहमद सिद्दीकी, अतीक अहमद सिद्दीकी, मोहम्मद दानिश सिद्दीकी और इनके ढेर सारे मित्र, आप सभी ने सुनना चाहा है फिल्म पाताल भैरवी (1985) का गाना जिसे गाया है किशोर कुमार और लता मंगेशकर ने गीतकार हैं इंदेवर और संगीत दिया है बप्पी लाहिरी ने और गीत के बोल हैं -----

    सांग नंबर - 4. मेहमान नज़र की बन जा .....

    पंकज - सन् 2010 में यहां महज 16 लोग थे। फिर बुजुर्गों की मौत और युवाओं के चले जाने के कारण समय-समय पर इसकी आबादी 1 होती रही।

    - कभी-कभार कुछ लोग यहां वापस आ जाते हैं, जिससे अाबादी भी बढ़ जाती है।

    ब्यूफोर्ड, व्योमिंग (अमेरिका)

    -2013 में सरकार ने यह शहर एक वियतनामी को बेच दिया था, जिसके बाद इसका नाम बदलकर फिलडेली टाउन ब्यूफोर्ड कर दिया गया था।

    -1886 में इस शहर को रेलवे लाइन बिछाने वाने मजदूरों के आराम स्थल के रूप में बसाया गया था। उस समय यहां 2000 के करीब लोग रहते थे।

    - फिर धीरे-धीरे लोग शहर छोड़कर जाने लगे। फिलहाल इस शहर का ओनर खुद यहां नहीं रहता।

    - यहां के एकमात्र निवासी हैं डॉन सैमंस। वे 1980 में यहां आकर बसे थे। 1995 में उनकी पत्नी की मृत्यु हो गई और 2007 में उनका बेटा दूसरे शहर चला गया। इस तरह डॉन इस शहर में अकेले रह गए।

    अंजली – दोस्तों अगर आपको हमारे कार्यक्रम में कोई परिवर्तन करवाना हो या फिर इसे आप अपने हिसाब से बनवाना चाहते हों तो फिर आप हमें अपनी योजना के अनुसार पत्र लिखें, साथ में अपना फोन नंबर भी लिखें जिससे हम आपको फोन कर आपसे विस्तार से इस बारे में जानकारी ले सकें। तो इसी के साथ मैं उठा रही हूं कार्यक्रम का अगला पत्र जिसे हमें लिख भेजा है हमारे पुराने और नियमित श्रोता प्रदीप वधवा, आशा वधवा, गीतेश वधवा, मोक्ष वधवा, निखिल वधवा और यश वधवा ने हरिपुरा झज्जर हरियाणा से आप सभी ने सुनना चाहा है आरती (1962) फिल्म का गाना जिसे गाया है मोहम्मद रफ़ी और लता मंगेशकर ने गीतकार हैं मजरूह सुल्तानपुरी और संगीत दिया है रौशन ने गीत के बोल हैं -----

    सांग नंबर - 5. आपने याद दिलाया ....

    पंकज - कास, न्यूजीलैंड

    -1910 में इस शहर की स्थापना के समय लगभग 800 लोग रहते थे। फिलहाल यहां 5 घर बचे हैं, लेकिन रहने वाला सिर्फ एक व्यक्ति है।

    - कास के एकमात्र निवासी का नाम है बैरी ड्रमांड। वे किवी-रेलवे के कर्मचारी हैं। उनके जिम्मे में रेलवे के कास सेक्शन की देखरेख की जिम्मेदारी है, जो वे पिछले 30 साल से निभा रहे हैं।

    - बैरी कहते हैं कि वे कास कभी नहीं छोड़ेंगे। अगल-बगल के कस्बों के लोग जब वहां से गुजरते हैं, तो उनकी तरफ देखकर हाथ हिला देते हैं।

    लॉस्ट स्प्रिंग्स, व्योमिंग (अमेरिका)

    - इस कस्बे का बोर्ड कहता है कि यहां की आबादी 1 है। लेकिन यह सन् 2000 की बात है।

    - समय-समय पर इसकी आबादी बदलती रहती है। कभी यहां चार तो कभी पांच लोग रहते हैं।

    - यहां की मेयर लेडा प्राइस यहां लगातार रहने वाली एकमात्र व्यक्ति हैं। उनका कहना है कि अभी यहां चार लोग रह रहे हैं।

    - इस माइनिंग टाउन में एक जमाने में 200 लोग रहा करते थे। नक्शे में इस जगह पर एक झरना दिखाया गया था, लेकिन वास्तव में यहां कोई झरना नहीं है। इसलिए इसका नाम लॉस्ट स्प्रिंग्स है।

    अंजली – और इसी के साथ मैं उठा रही हूं कार्यक्रम के अगले श्रोता का पत्र जिसे हमें लिख भेजा है पूज्य महात्मा गांधी रेडियो श्रोता संघ, पिपरही, ज़िला शिवहर, बिहार से मुकुंद तिवारी और इनके साथियों ने आप सभी ने सुनना चाहा है विधाता (1982) फिल्म का गाना जिसे गाया है सुरेश वाडकर और अनवर ने गीतकार हैं आनंद बख्शी और संगीत दिया है कल्याणजी आनंदजी ने और गीत के बोल हैं ------

    सांग नंबर - 6. हाथों की चंद लकीरों का ....

    पंकज – तो मित्रों इसी के साथ हमें आज का कार्यक्रम समाप्त करने की आज्ञा दीजिये अगले सप्ताह आज ही के दिन और समय पर हम एक बार फिर आपके सामने लेकर आएंगे कुछ नई और रोचक जानकारियां साथ में आपको सुनवाएँगे आपकी पसंद के फिल्मी गीत तबतक के लिये नमस्कार।

    अंजली - नमस्कार।

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