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    आपका पत्र मिला 2017-07-19
    2017-07-19 14:58:29 cri

    अनिलः आपका पत्र मिला प्रोग्राम सुनने वाले सभी श्रोताओं को अनिल पांडेय का नमस्कार।

    ललिताः सभी श्रोताओं को ललिता का भी प्यार भरा नमस्कार।

    अनिलः दोस्तो, आज के प्रोग्राम में भी हम हमेशा की तरह श्रोताओं के ई-मेल और पत्र पढ़ेंगे। इसके साथ ही व्हट्सएप के जरिए हम तक जानकारी पहुंचाने वाले श्रोताओं के पत्र भी शामिल किए जाएंगे। तो लीजिए प्रोग्राम का आगाज करते हैं। पहला पत्र हमें आया है ज़िला दुर्ग छत्तीसगढ़ से आनंद मोहन का। लिखते हैं कि विश्व का आईना कार्यक्रम सुना। इसमें बताया गया कि इधर के सालों में साझा उपभोग विश्व में एक गर्म शब्द बन चुका है। साझा बाइक और साझा पावर बैंक अदि उत्पाद बाजार में उभर चुके हैं और लोगों के लिए नया जीवन शुरू हुआ है। जर्मनी में साझी कार लोगों के दैनिक जीवन में प्रवेश कर चुकी है। जानकर अच्छा लगा कि इस प्रकार के प्रयासों से पर्यावरण संरक्षण ट्रैफिक जाम जैसी समस्याओं को कम किया जा सकता है। अन्य देशों को भी ऐसे प्रयास करने चाहिए।

    वहीं आपका पत्र मिला कार्यक्रम में आपने मेरा पत्र शामिल किया। एक सवाल मन में आता है कि क्या आप श्रोताओं द्वारा डाक द्वारा भेजे गये पत्र कार्यक्रम में शामिल नहीं करते। आपने प्रसारण समय, फ्रीक्वेंसी पर जानकारी दी, इसके लिए धन्यवाद। व्हाट्सप्प के जरिये श्रोताओं की प्रतिक्रिया से सभी को लाभ हो रहा है। आपका पत्र मिला कार्यक्रम में नया निखार आ चुका है।

    आनंद मोहन जी, हमें पत्र भेजने के लिए आपका बेहद शुक्रिया। हम डाक द्वारा भेजे गए पत्रों को भी शामिल करते हैं। आजकल डाक द्वारा भेजे गए पत्रों में अधिकतर गीतों की फरमाइश की जाती है, जिसे आपकी पसंद प्रोग्राम में शामिल किया जाता है। हम उम्मीद करते हैं कि अधिक से अधिक श्रोता हमें पत्र भेजेंगे।

    ललिताः अब पेश है अगला पत्र, जिसे भेजा है दरभंगा बिहार से शंकर प्रसाद शंभू और उनके तमाम दोस्तों ने। लिखते हैं कि कार्यक्रम अतुल्य चीन में बताया गया कि फूसिंग नाम की हाई स्पीड ट्रेन पूरे बौद्धिक संपत्ता अधिकार संपन्न चीनी मानक वाली हाई स्पीड़ ट्रेन का संचालन पेइचिंग और शांगहाई के बीच शुभारंभ हुआ। यह चीनी रेल के इतिहास में एक नया मील का पत्थर है। जिसका मतलब है कि चीनी रेलवे तकनीक विश्व में अग्रसर है। यह रिपोर्ट बेहद पसंद आई!

    शंकर प्रसाद शंभू जी, हमें पत्र भेजने के लिए आपका बहुत धन्यवाद।

    अनिलः अब पेश है अगला पत्र, जिसे भेजा है सैदापुर अमेठी, उत्तर प्रदेश से अनिल द्विवेदी ने। लिखते हैं कि कार्यक्रम अतुल्य चीन में अपूर्व और जय प्रकाश से वार्ता में चीन और भारत के बीच तुलनात्मक शोध सुनने को मिला। पर्यटन, यातायात, खान पान, भाषा, फ़िल्म और संस्कृति आदि विषयों पर बेबाक और सटीक बातें सुनने को मिली। आर्थिक जगत प्रोग्राम में आर्थिक ख़बर में चीनी आर्थिक गतिविधियों के बारे में जानकारी मिली। कजाकस्तान में शिखर मंच के माध्यम से एक पट्टी एक मार्ग के विश्व स्तरीय करण और उसके विभिन्न बिंदुओं पर प्रकाश डाला गया।

    नमस्कार चाइना की शुरुआत चीनी गीत से हुई। संगीत किसी भाषा के बंधन में बाधा नहीं होता। संगीत का आनंद पूरा मिला। भेंटवार्ता में खिलाड़ियों के आवागमन में बढ़ोत्तरी हुई है, चीन के खेल मंत्री और वुसू अध्यक्ष के सहयोग और भारत यात्रा ने और भारत के वुसू खिलाड़ियों का स्तर बढ़ाया है। चांगर रचित महाकाव्य में मंगोल जाति का 2 साल आयु में असहाय हो गया नायक और तीन साल की उम्र सेना में शामिल हो गया। जबकि 7 साल की उम्र कबीले का प्रमुख बना। और बाद में उसे सुखद राज्य का राजा बनाया गया।

    ललिताः अनिल जी ने आगे लिखा है कि कार्यक्रम विश्व का आईना सुना। इसके अंतर्गत प्रस्तुत रोचक रिपोर्ट बहुत ही दिलचस्प रहे। हवा और अंतरिक्ष ऊर्जा से जीने वाले व्यक्ति के बारे में आश्चर्य जनक जानकारी मिली। 24 घण्टे खुले रहने वाला 30 वर्ग मीटर के पुस्तकालय की जानकारी रोचक लगी। वहीं 2022 में शीतकालीन ओलंपिक में आधुनिक नई विज्ञान की झलक भी देखने को मिलेगी।

    आपका पत्र मिला कार्यक्रम में विभिन्न श्रोताओं अनाम दर्शी मसीह, सुरेश अग्रवाल, सुशील कुमार वर्मा, आनंद मोहन बैन के पत्रों के साथ हमारे पत्रों को भी कार्यक्रम में स्थान दिया गया, जिसके लिए आप लोगों को बहुत बहुत धन्यवाद।

    अनिलः वहीं बाल महिला स्पेशल में बतलाया गया कि संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षा प्रशिक्षण में विदेशों से 40 महिला अधिकारी शामिल हुई थी। इस प्रकार के आयोजन में लैंगिक समानता को भी ध्यान में रखा गया है। यौन उत्पीड़ित महिला की सहायता के लिए पुरूष के बजाय महिला शांति रक्षक दल ज्यादा बेहतर और प्रभावी ढंक से काम कर सकते हैं।

    टी टाइम प्रोग्राम में बताया गया कि साफरा को 345 करोड़ सालाना वेतन मिलता है। वहीं यह भी जाना कि जमीन पर सोना बहुत लाभकारी होता है। हड्डियों में कोई दिक्कत होने पर जमीन पर लेटना आरामदायक होता है। रीढ़ और पीठ दर्द में भी इससे आराम मिलता है। जबकि मीठा खाने के बारे में अच्छी जानकारी मिली। लेकिन हम चाकलेट ज्यादा नहीं खाते, बल्कि गुलाब जामुन और रसगुल्ला पसंद करते हैं। 1139 लोगों को 119 के फ्लेवर के चॉकलेट के फायदे देखे गए। कोको से बढ़ने वाली मानसिक क्षमता आश्चर्यजनक कही जाएगी। साफ्टवेयर के क्षेत्र की खबर भी खास लगी। नेहा चौधरी से पता चला कि कैसे डिवलपर के विभिन्न स्तर हैं और उनके वेतन पर भी प्रकाश डाला गया। वहीं महेंद्र सिंह धोनी के बारे में सार्वजनिक और व्यक्तिगत जानकारी मिली। कार और बाइक प्रेम के बारे में भी पता चला।

    ललिताः अनिल लिखते हैं कि चीन का तिब्बत कार्यक्रम में पता चला कि विश्व के सबसे बड़े 36 आडियो रिकॉर्डिंग में 1090 घंटे में राजा गेसार महाकाव्य को संकलित किया गया है। इसे वर्ष 2009 में धरोहर सूची बद्ध किया गया। महाराजा गेसार महाकव्य का इतिहास 1000 वर्ष पुराना है। सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संरक्षण के लिये कलाकारों को प्रशिक्षण प्रदान दिया जाएगा।

    दक्षिण एशिया फ़ोकस में अमर नाथ यात्रियों पर हुए हमले और उसके बाद गृह मंत्रालय की गतिविधियों पर प्रकाश डाला गया। वहीं भारत के व्यापार बाजार पर बारीक और प्रत्येक सेक्टर पर सटीक जानकारी दी गई। इससे उपभोक्ता और उसकी क्रय शक्ति पर पड़ने वाले प्रभाव पर भी तार्किक टिप्पणी सुनने को मिली।

    इस बार के आपकी पसंद प्रोग्राम में सभी 7 गीत बहुत पसंद आये। कार्यक्रम का चौथा गीत बेटी की नजर से सुनकर आंखों में आंसू आ गये। कुछ देर तो कमेंट लिखना भूल गया। देश भक्ति और रोमांटिक गीत भी कार्यक्रम में चार चांद लगाने कामयाब रहे। आज के जैसा कोई कार्यक्रम नहीं हुआ होगा।

    अनिलः लीजिए दोस्तों, अब पेश है कार्यक्रम का अगला पत्र, जिसे भेजा है भिंड मध्य प्रदेश से अनामदर्शी मसीह ने। लिखते हैं कि कार्यक्रम अतुल्य चीन में हाई-स्पीड रेल इंजन के बारे में सुना। आपने चीनी रेलवे के इतिहास के बारे में बताया, यह बेहद पसंद आया।

    कार्यक्रम चीन-भारत आवाज में पत्रकार अपूर्व और जयप्रकाश के साथ चर्चा सुनी। कृपया इसी प्रकार चीन के बारे में जानकारी देते रहें। अगले क्रम में कार्यक्रम आर्थिक जगत में कुछ आर्थिक समाचार और एक पट्टी एक मार्ग पर जानकारी दी गई।

    ललिताः वहीं नमस्कार चाइना प्रोग्राम के महानायको का चीन में महाकाव्य के महानायक चांगर के बारे में जानकारी अच्छी लगी। कार्यक्रम चीनी कहानी में तीन नीति कथाएं बेहद रोचक और शिक्षाप्रद लगी। भारतीय समाज में इससे मिलती-जुलती काफी कहानियां प्रचलित हैं, लेकिन अब कहानी कहने और सुनने की आदत ख़त्म हो रही है। नयी युवा पीढ़ी मोबाइल और कंप्यूटर में व्यस्त रहते हैं। कहानियां सुनना बेहद रोचक होता है। लीला भट्ट जी को उत्तम प्रस्तुति हेतु हार्दिक धन्यवाद।

    अनिलः मसीह जी ने आगे लिखा है कि कार्यक्रम विश्व का आइना में विभिन्न प्रकार की सांझी व्यवस्थापक के बारे में बताया गया। भविष्य में सांझी व्यवस्थाओं का विस्तार होगा और जगह-जगह पर इस प्रकार की व्यवस्था देखने को मिलेगी। इसके बाद आपका विशेष कार्यक्रम आपका पत्र मिला सुना। आपने मेरे और तीन अन्य श्रोता मित्रों के पत्रों को शामिल किया। सुशील कुमार वर्मा जी को कन्फ्यूशियस छात्रवृति मिलने पर हार्दिक बधाई।

    बाल-महिला स्पेशल कार्यक्रम में सयुक्त राष्ट्र महिला शांति रक्षक सैन्य अधिकारियों को उन्नत करने के बारे में जानकारी पेश की गई। देश भक्ति स्वस्थ अभियान पर जानकारी उत्तम थी।

    जबकि कार्यक्रम टी-टाइम में सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी ओरकल की साफ़रा के बारे में बताया गया। इसके अलावा अन्य जानकारियां, श्रोताओं के पत्र और तीनों जोक्स भी बेहद अच्छे लगे।

    ललिताः वहीं कार्यक्रम चीन का तिब्बत में राजा गैसार महाकाव्य पर जानकारी सुनी। यह विश्व का सबसे बड़ा महाकाव्य है। इस पर विस्तार से बताने के लिए धन्यवाद।

    दक्षिण एशिया फोकस में अमरनाथ यात्रिओं पर हुए हमले, नेपाल में जनसंख्या और लिंगानुपात पर जानकारी सुनी, जो पसंद आयी।

    मेरा सबसे पसंदीदा कार्यक्रम आपकी पसंद में सभी गीत सुने। बेहतरीन कार्यक्रम पेश करने के लिए आपका बहुत धन्यवाद।

    अनामदर्शी मसीह जी, हमें निरंतर पत्र भेजने के लिए आपका बेहद शुक्रिया।

    अनिलः अब पेश है अगला पत्र, जिसे भेजा है केसिंगा ओड़िशा से मॉनिटर सुरेश अग्रवाल ने। लिखते हैं कि साप्ताहिक "अतुल्य चीन" के तहत पेइचिंग-शांगहाई मार्ग पर चलाई हाईस्पीड ट्रेन के साथ चीन में रेल के इतिहास पर सूक्ष्म जानकारी प्रदान की गई।

    कार्यक्रम में आगे चीन के थ्येनचिंग शहर में आयोजित ब्रिक्स स्वास्थ्य मंत्रियों के सम्मेलन के साथ-साथ चीन की पारम्परिक चिकित्सा पध्दति की दुनियाभर में बढ़ती लोकप्रियता की चर्चा में जाना कि चीनी चिकित्सा 183 देशों और क्षेत्रों तक पहुंच चुकी है और बहुत ही कारगर है।

    साप्ताहिक "आर्थिक जगत" के तहत कजाकिस्तान की राजधानी अस्ताना में हुई 'एक पट्टी एक मार्ग' पर विशेषज्ञों, विद्वानों और पत्रकारों की संयुक्त संगोष्ठी पर चर्चा अहम् लगी।

    ललिताः सुरेश जी ने आगे लिखा है कि साप्ताहिक "नमस्कार चाइना" के तहत इतना ही समझ में आया कि आप जिन महानुभाव से बातचीत कर रहे थे, उनका सम्बन्ध भारत में उसु खेल से था और वह भारत में उसु संस्था के विगत छह साल से अध्यक्ष पद पर आसीन हैं। वह उसु में भारतीय खिलाड़ियों के अच्छे प्रदर्शन की प्रशंसा करते हुये भारत में उसु की एक राष्ट्रीय अकादमी स्थापित किये जाने का ज़िक्र कर रहे थे। मुझे खेद है कि इतना समझने के बावज़ूद उनका नाम समझ में नहीं आया।

    कार्यक्रम "चीनी कहानी" में होस्ट लीला भट्ट द्वारा पेश तीनों नीति-कथाएं शिक्षाप्रद लगीं।

    "विश्व का आइना" के तहत आज दी गयी चारों जानकारियां अन्य दिनों से हट कर कुछ नया अंदाज़ लिये हुये थे, इसलिये अत्यन्त रोचक लगीं। विश्व के अनेक देशों में वस्तुओं के साझा उपभोग अथवा इस्तेमाल सम्बन्धी जानकारी बहुत ही अनुकरणीय लगी।

    साप्ताहिक "आपका पत्र मिला" के अन्तर्गत श्रोताओं के पत्र और प्रतिक्रियाओं के बीच यह जान कर सुखद अनुभूति हुई कि श्रोता बंधु सुशील कुमार वर्मा कन्फ्यूशियस छात्रवृत्ति हासिल कर अध्ययन हेतु चीन जायेंगे। उन्हें सीआरआई के माध्यम से बधाई।

    अनिलः सुरेश जी ने आगे लिखा है कि साप्ताहिक "बाल-महिला स्पेशल" के तहत पेइचिंग में आयोजित संयुक्तराष्ट्र महिला शांति रक्षक सैन्य अधिकारियों के अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण पर पेश रिपोर्ट महत्वपूर्ण लगी।

    कार्यक्रम "टी टाइम" में दी गयी तमाम जानकारी रोचक लगी। वहीं श्रोताओं की प्रतिक्रियाएं और ज़ोक्स भी मनभावन लगे। धन्यवाद् कार्यक्रम का स्तर निरन्तर उन्नत बनाये रखने के लिये।

    वहीं साप्ताहिक "चीन का तिब्बत" के तहत चीन के तिब्बती बहुल क्षेत्रों में महाकाव्य गेसार संस्कृति के संरक्षण हेतु ज़ोरों से किये जा रहे प्रयासों पर महती जानकारी हासिल हुई।

    ललिताः साप्ताहिक "आपकी पसन्द" में श्रोताओं के पसन्दीदा सदाबहार गानों के साथ दी गयी तमाम जानकारी लीक से हट कर और चौंकाने वाली थी।

    16 जुलाई को रेड़ियो से दूर समाचारों के मोर्चे पर डटा होने के कारण आज सीआरआई हिन्दी का ताज़ा प्रसारण सुनना सम्भव नहीं हुआ, परन्तु शुक्र है कि अपना एंड्रॉयड फ़ोन साथ में होने के फलस्वरूप सीआरआई हिन्दी की वेबसाइट पर सीधी पहुँच बनी रही। वेबसाइट पर अच्छी रिपोर्टिंग के लिये धन्यवाद्।

    सुरेश अग्रवाल जी, हमें निरंतर टिप्पणी भेजने के लिए आपका बेहद शुक्रिया। आपकी प्रतिक्रिया हमारे लिए बहुत अहम है। धन्यवाद।

    अनिलः दोस्तों अब पेश है व्हट्सएप के जरिए हम तक जानकारी पहुंचाने वाले श्रोताओं के पत्र। सबसे पहले पत्र भेजा है कोआथ बिहार से सैयद अली सईद ने। वाकई में आजकल समाज में फैली नफरत के बारे में यह एक अच्छा संदेश है।

    मुस्लिम धर्म से नफ़रत,

    ये राम नहीं कहता।

    भारत के मन्दिर तोड़ो,

    ये कुरान नहीं कहता।

    रोटी का कोई "धर्म" नहीं होता,

    पानी की कोई "जात" नहीं होती।

    जहाँ "इंसानियत" जिन्दा है वहाँ,

    "मजहब" की बात नहीं होती।

    किसी को लगता हिन्दू खतरे में है,

    किसी को लगता मुसलमान खतरे में है,

    धर्म का चश्मा उतार कर देखो यारो...

    पता चलेगा हमारा हिन्दुस्तान खतरे में है!!

    सईद जी, आपका बेहत शुक्रिया कि आपने यह महत्वपूर्ण संदेश हम तक पहुंचाया, जो कि सभी लोगों को जोड़ने का काम कर सकता है।

    ललिताः अगला पत्र भेजा है, जिसमें छपरा बिहार से मार्क्स एंड माओ श्रोता क्लब के अजय कुमार सिंह ने एक कविता भेजी है, जिसका शीर्षक है साहस।

    इस धरती पर चमन बन सकता हूं,

    वीराने में फूल खिला सकता हूं,

    एक बंजर जमीन का टुकड़ा देकर देखो,

    उसमें भी उपवन उपजा सकता हूं।

    साहस है हिम्मत है, हौसला मुझमें काफी है,

    कुछ कर दिखलाने का, जज्बा मुझमें बाकी है।

    मैंने हिम्मत कभी न हारी, आंधी एवं तूफानों में,

    मेरी ताकत हमेशा बढ़ी है, मुश्किल से टकराने में।

    संगी साधी सभी हमारी, राह रोकने वाले हैं,

    सिर! पेकफन बाँध चले, हम हिम्मत के मतवाले हैं।

    क्या तुम साथ हमारा दोगे, एक पेड़ लगाने में।

    वन उपवन उपजाने में? धरती पर चमन बनाने में?

    धरती पर उपवन होगा, नहीं कही प्रदूषण होगा,

    बच्चें खेलेंगे भर किलकारी, नई सुबह है आने वाली।

    अजय कुमार सिंह जी, हमें कविता भेजने के लिए आपका बहुत धन्यवाद।

    अनिलः अगला पत्र भेजने वाले हैं जिला रेडियो श्रोता संघ, शिवाजी चौक कटनी, मध्यप्रदेश से रविकान्त नामदेव। लिखते हैं सावन के पवित्र महीने के आगमन पर सीआरआई और पूरे परिवार को हार्दिक शुभकामनाएं। भगवान् भोले नाथ आपकी जिंदगी खुशियों से भर दें।

    नामदेव जी, आपको भी शुभकामनाएं।

    अनिलः दोस्तो, इसी के साथ आपका पत्र मिला प्रोग्राम यही संपन्न होता है। अगर आपके पास कोई सुझाव या टिप्पणी हो तो हमें जरूर भेजें, हमें आपके खतों का इंतजार रहेगा। इसी उम्मीद के साथ कि अगले हफ्ते इसी दिन इसी वक्त आपसे फिर मुलाकात होगी। तब तक के लिए अनिल पांडेय और ललिता को दीजिए इजाजत, नमस्कार।

    ललिताः बाय-बाय।

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