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    आपका पत्र मिला 2017-06-28
    2017-06-29 09:20:12 cri

    अनिलः आपका पत्र मिला प्रोग्राम सुनने वाले सभी श्रोताओं को अनिल पांडेय का नमस्कार।

    ललिताः सभी श्रोताओं को ललिता का भी प्यार भरा नमस्कार।

    अनिलः दोस्तो, आज के प्रोग्राम में भी हम हमेशा की तरह श्रोताओं के ई-मेल और पत्र पढ़ेंगे। इसके साथ ही व्हट्सएप के जरिए हम तक जानकारी पहुंचाने वाले श्रोताओं के पत्र भी शामिल किए जाएंगे। तो लीजिए प्रोग्राम का आगाज करते हैं। पहला पत्र हमें आया है, बकानी खुर्द झालावाड़ राजस्थान से राजेश कुमार मेहरा का। लिखते हैं कि आज दिनांक 21 जून को टी टाइम प्रोग्राम सुना। कार्यक्रम की शुरुआत में इन्दौर (म.प्र.) में लगाये गये ट्रैफिक रोबोट सिस्टम की जानकारी बहुत रोचक लगी। यह जानकर आश्चर्य हुआ कि यह सिस्टम 500 किलोग्राम लोहे से बना है और टाइमर व कैमरों से लैस इसकी भुजायें यातायात खुलने के हिसाब से व्यवस्थित हो जाती है।

    अगली जानकारी में चीन के शान्दोग प्रांत के शहर छिंगदाओ में नई नीति के तहत अब लोगों के द्वारा एक ही कुत्ते को पाल सकने और 400 युआन में पंजीकरण और इलेक्ट्रोनिक चिप कुत्ते की गर्दन में फिट करने की बात भी सूचनाप्रद लगी।

    वहीं अगली खबर में घर के अन्दर कपड़े सुखाने से नमी बढने से स्पोर्स बढ़ने के कारण एलर्जी और अस्थमा का खतरा होने सम्बन्धी जानकारी स्वास्थवर्धक कही जाएगी।

    जबकि दूसरी जानकारी में अमेरिका के नार्थ केलिफोर्निया के दो जुड़वां बच्चियां जो कि सिर से जुङी हुई थी, उनकी आपरेशन कर अलग करने की बात भी चौकाने वाली थी।

    वहीं अभिनेता शाहरुख खान द्वारा साउथ अफ्रीकन लीग टीम खरीदने और क्रिकेटर अनिल कुम्बले द्वारा भारतीय क्रिकेट टीम कोच से इस्तीफा देने की जानकारी भी सूचनाप्रद रही। बेहतर प्रस्तुति के लिए धन्यवाद।

    राजेश कुमार मेहरा जी, हमें पत्र भेजने के लिए आपका भी शुक्रिया।

    ललिताः अगला पत्र हमें आया है सैदापुर अमेठी, यूपी से अनिल द्विवेदी का। उन्होंने व्हट्सएप के जरिए यह पत्र भेजा है। पता चला है कि अनिल जी 7 जून को मोटर सायकिल से दुर्घटना ग्रस्त हो गए। शरीर में कई जगहों पर चोट व खरोच लगी हैं। अनिल जी का आपरेशन 15 जून को हुआ। अब उनका स्वास्थ्य बहाल हो गया है और हमें पत्र लिखने लगे हैं।

    उन्होंने लिखा है कि कार्यक्रम टी टाइम में सुना कि इंदौर में 500 किलोग्राम के ट्रैफिक रोबोट पुलिस पर नई जानकारी देने के लिए शुक्रिया। चीन के शेडोंग प्रांत के छिगछो शहर में एक व्यक्ति एक कुत्ता ही पाल सकता है। इसकी जरूरत इसलिये पड़ी है कि वहां कुत्ते पालने का प्रचलन तेजी से बढ़ा है। श्रोताओं के पत्रों में भाई सुरेश जी का पत्र सुनकर अच्छा लगा।

    अनिल जी आगे लिखते हैं कि 24 जून को प्रसारित आपकी पसंद प्रोग्राम भी सदा की भांति दिल को मोह लिया। हरियाणा के प्रवीण वाधवा परिवार के पसंद के गीत सदैव अलग व मेरी पसंद के होते हैं। अरसे बाद पूरे कार्यक्रम सुनने के बाद लगा कि वाकई यह पहले से कई गुना ज्यादा आकर्षक कार्यक्रम बन गया है। जानकारियों के क्रम में आठवें अजूबे के पता चलने और उसके इतिहास से अब तक जो सम्पूर्ण जानकारी देने के लिए आप लोगों को कोटिशः धन्यवाद। उम्मीद करता है कि अगले कार्यक्रम में भी ऐसी जानकारी मिलेगी।

    अनिलः उन्होंने आगे लिखा है कि संडे की मस्ती कार्यक्रम में सचमुच ये है बहादुर महिला (चीनी गीत से कार्यक्रम की शुरुआत) की गयी।

    वहीं ब्रिक्स खेल समारोह में भारत और ब्राजील के बीच खेल के अलावा ब्राजील के कोच और खिलाड़ियों के भारत के प्रति व्यवहार ने हमें काफी प्रभावित किया।

    विश्व की संवेदनशील कहानी के तहत विलियम्स का आश्चर्य जनक 'क्या देखा होगा भविष्य'। वास्तव में विलियम्स ने एक भयावह भविष्य देखा होगा। जहां शुद्ध खाना और पानी दुर्लभ रहा होगा। जबकि प्रेरक कहानी, पिंकी और राजू की कहानी अच्छी लगी।

    पत्थर और टॉफी के माध्यम से प्रस्तुत कहानी बहुत पसंद आई। वास्तव में जब हम कुछ गलत करने जा रहे होते हैं तभी हमारा मन इसे रोकता है। उधर ट्यूबलाइट फ़िल्म के बारे जानकारी और प्रोमो से तो पूरी फिल्म ही समझ में आ गयी।

    अनिल द्विवेदी जी, हमें टिप्पणी भेजने के लिए आपका शुक्रिया। आशा है कि आपके स्वास्थ्य में लगातार सुधार हो रहा है और आप जल्द से जल्द हमारे साथ जुड़ पाएंगे।

    ललिताः अगला पत्र हमें आया है दरभंगा बिहार से शंकर प्रसाद शंभू का। लिखते हैं कि हमारे क्लब के सभी सदस्य आपके द्वारा प्रसारित कार्यक्रम सुनते आ रहे हैं! 17 जून को देश विदेश के समाचार सुनने के बाद कार्यक्रम "आपकी पसंद" में प्रस्तुत भारत में खाये जाने वाले सबसे अच्छे खाने में अमूमन 67 फीसदी तक स्टार्च, 15 से 20 फीसदी प्रोटीन और 8 से 12 फीसदी के करीब वसा होता है, लेकिन ज्यादातर भारतीय 80 फीसदी स्टार्च, 7 से 8 फीसदी प्रोटीन खाते हैं और खाने में वसा की मात्रा बढ़कर 6 से 15 फीसदी हो जाती है। प्रोफेसर ने बताया कि हम न केवल ज्यादा वसा खा रहे हैं, बल्कि सस्ता भी खा रहे हैं। ये पॉम ऑयल हो सकता है या ज्यादा प्रोसेस्ड किया गया तेल। हमें इसे बदलने की जरूरत है। हमें खान-पान के पुराने तौर-तरीकों की तरफ लौटने की जरूरत है। रिपोर्ट अच्छी लगी! हिंदी फ़िल्म गीतों का भी हमने मजा लिया।

    अनिलः शंभू जी ने आगे लिखा है कि कार्यक्रम सण्डे की मस्ती के अजीबोगरीब बातों के सेगमेंट में सुना कि चीन में रहने वाले २२ साल के शख्स के पेट में पिछले कुछ महीनों से दर्द था हद तो तब हो गई जब इस लड़के का पेट औसत आकार से कई गुना ज्यादा बढ़ गया। पेट से आप्रेशन के दौरान इतनी भयंकर चीज निकली कि उसे देखकर डॉक्टर्स की हालत खराब हो गई। शख्स के पेट से करीब 30 इंच की आंत को बाहर निकाला गया है।

    इसके साथ ही सुना कि दुनिया में तरह-तरह के कॉफी कैफे खुले हैं जो अपनी अजीबोगरीब नियमों को लेकर चर्चा में रहते हैं। ऐसा ही एक नया कैफे इन दिनों अमेरिका के सैन फ्रांसिस्‍को में खुलने जा रहा है। जहां आपको चूहे के साथ बैठकर कॉफी पीनी पड़ेगी। इस कैफे का नाम 'द ब्‍लैक रैट' कैफे रखा गया है। यहां आप एक ही टेबल पर बैठकर चूहे के साथ कॉफी का मजा ले सकते हैं। कॉफी पीने के साथ-साथ आप उन चूहों के साथ दोस्ती भी कर सकते हैं और तो और अगर आपको कोई चूहा पसंद आ गया तो आप उन्हें गोद भी ले सकते हैं। एक बेहतरीन प्रोग्राम पेश करने के लिए आपका धन्यवाद।

    शंभू जी, हमें पत्र भेजने के लिए आपका शुक्रिया।

    ललिताः अब पेश है अगला पत्र, जिसे भेजा है केसिंगा ऑडिशा से मॉनिटर सुरेश अग्रवाल ने। लिखते हैं कि 19 जून को ताज़ा अन्तर्राष्ट्रीय समाचारों के बाद हमने साप्ताहिक "अतुल्य चीन" भी ध्यानपूर्वक सुना, जिसके तहत आज अखिल पाराशर की हुपये प्रान्त की यात्रा के दूसरे भाग के अनुभव सुने। बातचीत से सांचो के मार्शल आर्ट के साथ शाओलिन और सांचो आर्ट का बुनियादी अन्तर भी समझ में आया। यह भी जाना कि चीन में मार्शल आर्ट के कुल 169 रूप विद्यमान हैं और मार्शल आर्ट सीखने के लिये अनुशासन कितना ज़रूरी है। उनकी वेटलैण्ड अथवा आर्द्र-भूमि नांताकांग की यात्रा का वर्णन अत्यन्त मनोहारी था। लांगफांग रोबॉटिक सेन्टर और वहां के स्मार्टहोम का आइडिया तो मानों हमें वहां खींच कर ही ले गया। कभी मौक़ा मिला तो वहां जाने से चुकूंगा नहीं। कार्यक्रम के अन्त में बजाया गया पारम्परिक चीनी संगीत भी मनमोहक लगा।

    कार्यक्रम "चीन-भारत आवाज़" के अन्तर्गत युवा विनिमय कार्यक्रम के तहत खेलमंत्री विजय गोयल के नेतृत्व में चीन गये दो सौ युवा प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों के स्वागत में गत 10 जून को पेइचिंग स्थित भारतीय दूतावास में आयोजित विशेष समारोह के दौरान अखिल पाराशर द्वारा विजय गोयल से लिया गया साक्षात्कार और साथ ही अन्य पत्रकारों द्वारा उनसे पूछे गए प्रश्नों पर दिया गया उनका उत्तर सुन कर भारत में खेलों की स्थिति सुधारने सरकार द्वारा उठाये जा रहे कदमों पर महती जानकारी हासिल करने का मौक़ा मिला।

    साप्ताहिक "आर्थिक जगत" के अन्तर्गत चीन सरकार द्वारा 1 जुलाई से कारोबारों पर कर-भार में दी जाने वाली असाधारण छूट; आर्थिक सहयोग और विकास संगठन की रिपोर्ट में विभिन्न देशों की विकास दर का लेखा-जोखा और माइक्रोसॉफ्ट प्रमुख बिल गेट्स की चीन यात्रा के दौरान चीन की चहुंमुखी प्रगति पर उनकी व्याख्या आदि तमाम जानकारी सूचनाप्रद लगी।

    अनिलः सुरेश जी ने आगे लिखा है कि साप्ताहिक "नमस्कार चाइना" की शुरुआत में एक बढ़िया सा चीनी गीत सुनवाने की घोषणा तो की गयी, परन्तु गीत सुनवाये बिना ही विशेष सेगमेण्ट की ओर आगे बढ़ गये। आज के विशेष सेगमेण्ट में ऐसे दो कारोबारियों से बातचीत सुनवाई गयी, जिनका सम्बन्ध नेपाल और भारत से है और जो वर्षों से व्यापार के सिलसिले में चीन के यीबू और क्वान्चो आदि जगहों पर जाते-आते रहते हैं। यूँ तो पुराना और नियमित श्रोता होने के नाते मैं यीबू और क्वांगचो आदि के बारे में पहले भी कई बार सुन चुका हूँ, परन्तु आज जो एक नयी बात सुनने को मिली, वह यह थी कि यीबू के सुच्यान मार्केट में कुछ व्यापारी ऐसे हैं, जो माल दिखाते तो कुछ और हैं, और भेजते कुछ और हैं। यह बात सुन कर कहा जा सकता है कि मनुष्य की फ़ितरत कमोबेश हर जगह एक जैसी ही होती है। कार्यक्रम में आगे 'महानायकों का चीन' स्तम्भ के अन्तर्गत चीन के तिब्बत क्षेत्र में हज़ार वर्षों से प्रचलित राज़ा गेसार की कहानी और विश्व के इस सर्ववृहद् महाकाव्य पर फिर से विस्तृत जानकारी हासिल करने का मौक़ा मिला। राज़ा गेसार के बारे में दी गई यह जानकारी नवीनतम लगी कि गत 24 मई को इसके 36 ऑडियो रिकॉर्ड्स ज़ारी किये गये हैं।

    ललिताः कार्यक्रम "चीनी कहानी" के अन्तर्गत होस्ट लीला भट्ट द्वारा पेश 'आँखों देखा है सच', 'जंगली बत्तख का दुःखद अन्त' और 'आग बुझाने के लिये लकड़ी लाना' शीर्षक तीनों नीति-कथाएं हर बार की तरह शिक्षाप्रद लगीं। धन्यवाद्।

    धन्यवाद सुरेश जी, हमें पत्र भेजने के लिए। "नमस्कार चाइना" कार्यक्रम में चीनी गीत पेश न होने की गलती पर हमें बहुत खेद है। हमने इस कार्यक्रम के जिम्मेदार सहकर्मियों को बताया है। आपको बहुत धन्यवाद।

    अनिलः इसके साथ ही सुरेश जी आगे लिखते हैं कि साप्ताहिक "विश्व का आइना" की शुरुआत साल 2016 में चीन के 36 हज़ार परिवारों में प्रति व्यक्ति परिवार औसत संपत्ति सम्बन्धी सर्वे रिपोर्ट के आंकड़ों से की गयी, जो कि प्रति परिवार 1 लाख 69 हज़ार युआन बतलायी गयी। तत्पश्चात इस साल के सितम्बर में ब्रिक्स देशों के नेताओं की नौवीं भेंटवार्ता दक्षिण चीन के फ़ूच्येन प्रांत के श्यामन शहर में आयोजित होने तथा इससे पूर्व वर्ष 2011 में ब्रिक्स देशों के नेताओं की बैठक चीन के सानया शहर में होने की बात याद दिलाने संबधी जानकारी महत्वपूर्ण लगी। यह बात अहम् है कि इस तरह की भेंटवार्ता फिर से एक बार चीन में होने जा रही है और श्यामन शहर अभी से विदेशी मित्रों के स्वागत की तैयारी में जुट गया है।

    कार्यक्रम में आगे इधर के सालों में अंतर्राष्ट्रीय उच्च शिक्षण संस्थानों में भारतीय विश्वविद्यालयों के ऊँचे होते स्तर पर दी गयी जानकारी भी उत्साहवर्धक लगी। हालांकि गत 15 मार्च को ज़ारी एशियाई विश्वविद्यालयों की सूची में भारतीय विश्वविद्यालयों को 27वीं पायदान पर रखा गया है। वहीं कज़ाकस्तानी मीडिया के हवाले से दी गयी यह रिपोर्ट आश्चर्यजनक लगी कि हाल में कज़ाकस्तान में एक नये पिरामिड के अवशेष का पता चला चला है, जो कि मिस्र के पिरामिड से भी 1000 साल पुराना है। धन्यवाद् इस तमाम जानकारी के लिये।

    श्रोताओं के अपने मंच साप्ताहिक "आपका पत्र मिला" के अन्तर्गत सीआरआई के दैनंदिन प्रसारणों पर प्रेषित मेरी तमाम टिप्पणियों और प्रतिक्रियाओं को समुचित स्थान दिये जाने के लिए आपका शुक्रिया। इसके अलावा पाठकों द्वारा व्हट्सएप्प के ज़रिये प्रेषित संदेशों में छपरा बिहार के अजय कुमार सिंह की कविता और जमशेदपुर से एस.बी.शर्मा द्वारा तिल पर भेजी जानकारी भी महत्वपूर्ण लगी। धन्यवाद्।

    ललिताः वहीं साप्ताहिक "बाल-महिला स्पेशल" के तहत ज़ावेद अनीस के लेख पर आधारित एक रिपोर्ट पेश की गयी। रिपोर्ट में भारत में वर्ष 1961 से लेकर 2011 तक की जनगणना सम्बन्धी वह आंकड़े पेश किये गये, जिनमें भारत में कन्याओं का लिंगानुपात चिंताजनक तौर पर घट रहा है। यह जान कर तो और भी दुःख हुआ कि इस मामले में उत्तरी राज्यों हरियाणा, पंजाब और जम्मू-कश्मीर की स्थिति देश के अन्य राज्यों के मुक़ाबले अधिक बदतर है। भ्रूण-हत्या रोकने हेतु देश में कठोर क़ानून मौज़ूद होने के बावज़ूद यह समस्या निरन्तर बढ़ती जा रही है, जिससे सामाजिक संतुलन बिगड़ता जा रहा है। आवश्यकता है जनचेतना की।

    अनिलः साप्ताहिक "चीन का तिब्बत" जिसके तहत तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के पूर्वी भाग में स्थित मांगकाम काउन्टी की विशेष संस्कृति और सुन्दर प्राकृतिक छटा के साथ-साथ वहां की प्रसिध्द अंगूरी मदिरा पर दी गयी जानकारी चित्ताकर्षक लगी। यह बात अनूठी लगी कि आम तौर पर तिब्बत में अंगूर का रोपण न होने के बावज़ूद मांगकाम काउन्टी में वाइन का उत्पादन ख़ूब होता है।

    कार्यक्रम "दक्षिण एशिया फ़ोकस" के अन्तर्गत आज भी दक्षिण एशियायी देशों की ख़बरों का ख़ाका पेश किया गया। AIIB की तीसरी बैठक की मेज़बानी भारत द्वारा किये जाने; श्रीलंका द्वारा सिल्क रोड़ और समुद्री रेशम मार्ग का समर्थन; चीनी सहायक विदेश मन्त्री द्वारा नेपाल के सामाजिक-आर्थिक विकास में सहयोग पर दिया गया वक्तव्य; श्रीलंका में डेंगू से 64 हज़ार पीड़ित दो सौ मरे; बांग्लादेश में चीन के सहयोग से महत्वपूर्ण रेललाइन; चीन द्वारा चीन-पाक आर्थिक गलियारा सुरक्षित करने का आश्वासन और अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में भारत सहित विश्व के विभिन्न देशों में आयोजित योगाभ्यास कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी दी गई, जिसके लिये तहेदिल से शुक्रिया।

    साप्ताहिक "आपकी पसन्द" में श्रोताओं के पसन्दीदा फ़िल्म –ससुराल, छाया, दीवार, महबूबा, यश और कॉलगर्ल के छह सदाबाहर गानों के साथ दी गयी जानकारी दिलचस्प लगी। प्रस्तुति इतनी जीवन्त थी कि एक ज्वालामुखी विस्फोट में ढ़क गयी दो हज़ार एकड़ में फैली रोटोमेहाना झील और उसके पास बनी गुलाबी सफ़ेद रंग की प्राकृतिक सीढ़ियों का दृश्य आँखों के सामने तैरने लगा। धन्यवाद् रोचक प्रस्तुति के लिये।

    सुरेश जी हमें पत्र भेजने के लिए आपका बेहद शुक्रिया।

    ललिताः दोस्तो, अब पेश हैं, व्हट्सएप के जरिए भेजी गयी कुछ जानकारियां। सबसे पहले व्हट्सएप्प के जरिए कोआथ बिहार से सैयद अली सईद ने एक प्रेरक कहानी भेजी है।

    टीसी ने बर्थ के नीचे छिपी लगभग तेरह - चौदह साल की लडकी से पूछा - टिकेट कहाँ है?

    काँपती हुई हाथ जोड़े लडकी बोली - टिकेट नहीं है साहब।

    तो गाड़ी से उतरो - टीसी ने कहा।

    इसका टिकट मैं दे रहीं हूँ - पीछे से ऊषा भट्टाचार्य की आवाज आई जो पेशे से प्रोफेसर थी।

    "तुम्हें कहाँ जाना है ?" लड़की से पूछा।

    पता नहीं मैम !

    तब मेरे साथ चल बैंगलोर तक !

    तुम्हारा नाम क्या है ?

    चित्रा !

    अनिलः बैंगलोर पहुँच कर ऊषाजी ने चित्रा को अपनी एक पहचान के स्वंयसेवी संस्थान को सौंप दिया और अच्छे स्कूल में एडमीशन करवा दिया। जल्द ही ऊषा जी का ट्रांसफर दिल्ली होने की वजह से चित्रा से कभी-कभार फोन पर बात हो जाया करती थी। करीब बीस साल बाद ऊषा जी को एक लेक्चर के लिए सेन फ्रांसिस्को (अमरीका) बुलाया गया। लेक्चर के बाद जब वह होटल का बिल देने रिसेप्सन पर गई तो पता चला पीछे खड़े एक खूबसूरत दंपत्ति ने बिल भर दिया था।

    उषा जी ने पूछा - तुमने मेरा बिल क्यों भरा ?

    चित्रा ने कहा – मैम, यह बम्बई से बैंगलोर तक के रेल टिकट के सामने कुछ नहीं है।

    अरे चित्रा ! ! ? ? ? . . . .

    (चित्रा कोई और नहीं इंफोसिस फाउंडेशन की चेयरमैन सुधा मूर्ति थी और इंफोसिस के संस्थापक श्री नारायण मूर्ति जी की पत्नी थी)

    यह उन्ही की लिखी पुस्तक "द डे आई स्टॉप्ड ड्रिंकिंग" से लिया गया कुछ अंश है।

    देखा आपने ! आपके द्वारा की गई सहायता किसी की जिन्दगी बदल सकती है। आप सदा प्रसन्न रहें, निरोग रहें।

    वाकई में सैयद अली सईद ने बहुत अच्छी कहानी भेजी है। इसके लिए हम आपका शुक्रिया अदा करना चाहेंगे।

    ललिताः वहीं जमशेदपुर झारखंड से एस.बी.शर्मा ने हेल्थ संबंधी जानकारी भेजी है। जो कि चूने के बारे में है।

    * चूना एक टुकडा छोटे से मिट्टी के बर्तन में डालकर पानी से भर दें, चूना गल कर नीचे और पानी ऊपर होगा ! वही एक चम्मच पानी किसी भी खाने की वस्तु के साथ लेना है ! 50 के उम्र के बाद कोई कैल्शियम की दवा शरीर में जल्दी नही घुलती, चूना तुरन्त घुल व पच जाता है।

    * किसी को पीलिया हो जाये जॉन्डिस उसकी सबसे अच्छी दवा है चूना; गेहूँ के दाने के बराबर चूना गन्ने के रस में मिला कर पिलाने से बहुत जल्दी पीलिया ठीक कर देता है।

    * ये चूना ही नपुंसकता की सबसे अच्छी दवा है -- अगर किसी के शुक्राणु नहीं बनता, उसको अगर गन्ने के रस के साथ चूना पिलाया जाये तो साल डेढ़ साल में भरपूर शुक्राणु बनने लगेंगे; और जिन माताओं के शरीर में अन्डे नहीं बनते उनकी बहुत अच्छी दवा है ये चूना।

    * विद्यार्थियों के लिए चूना बहुत अच्छा है जो लम्बाई बढाता है। गेहूँ के दाने के बराबर चूना रोज दहीं में मिला के खाना चाहिए, दही नहीं तो दाल में मिला के खाओ, दाल नहीं है तो पानी में मिला के पियो। इससे लम्बाई बढने के साथ स्मरण शक्ति भी बहुत अच्छा होता है।

    शर्मा जी आपका भी धन्यवाद।

    अनिलः दोस्तो, इसी के साथ आपका पत्र मिला प्रोग्राम यही संपन्न होता है। अगर आपके पास कोई सुझाव या टिप्पणी हो तो हमें जरूर भेजें, हमें आपके खतों का इंतजार रहेगा। इसी उम्मीद के साथ कि अगले हफ्ते इसी दिन इसी वक्त आपसे फिर मुलाकात होगी। तब तक के लिए अनिल पांडेय और ललिता को दीजिए इजाजत, नमस्कार।

    ललिताः बाय-बाय।

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