सिहनौक बंदरगाह का विशेष आर्थिक क्षेत्र वर्ष 2008 स्थापित हुआ, जिसका क्षेत्रफल 11.13 वर्ग किलोमीटर है। चीन के च्यांग सू प्रांत का होंग त्यो समूह इस में नेतृत्व भूमिका निभाता है। चीन और कंबोडिया के उप्रकम सिहनौक प्रांत में समान रूप से इस का विकास कर रहे हैं। यह एक राष्ट्रीय विदेशी आर्थिक और व्यापारिक सहयोग क्षेत्र है। अब तक कुल 109 उपक्रमों ने इस विशेष आर्थिक क्षेत्र में प्रवेश किया, जिनमें 94 चीनी कंपनियां हैं। अब यह कंबोडिया में प्रवेश करने के लिए चीनी उपक्रमों का एक महत्वपूर्ण मंच बन गया है।
कंबोडिया का युवा वन थाओ इस विशेष आर्थिक क्षेत्र के एक चीनी प्लास्टिक पैकेजिंग कंपनी के एक कर्मचारी हैं। वर्ष 2010 कंबोडिया की स्थानीय सरकार ने चीनी भाषा सीखने के लिए उन्हें होंग त्यो समूह के अधीन होंग त्यो विश्वविद्यालय में भेजा गया। दो वर्ष बाद उन्होंने सिहनौक बंदरगाह के विशेष आर्थिक क्षेत्र में काम शुरू किया। अब कंबोडिया के लोगों की नज़र में वन थाओ विदेशी कंपनी में काम करने वाले एक युवा हैं। रोज़ वह अपने निजी कार से कंपनी में काम करते हैं। आम तौर पर कंबोडिया के लोगों का वेतन हर महीने 180 अमेरिकी डॉलर के बराबर है। लेकिन वन थाओ का वेतन उन लोगों से कई गुना अधिक है। वन थाओ ने इस विशेष आर्थिक क्षेत्र के प्रति आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि सिहनौक बंदरगाह के विशेष आर्थिक क्षेत्र का विकास बहुत आशाजनक है और मुझे एक बहुत अच्छा रोजगार मंच प्रदान करता है। यहां हम अपनी अपनी विशेषताओं के अनुसार काम करते हैं। पहले मेरे घर में कुछ कठिनाईयाँ थी। लेकिन चीनी भाषा सीखने के बाद मुझे एक बहुत अच्छा काम मिला। इस दौरान मेरे घर में जीवन में बड़ा बदलाव आया है। अब मैंने अपने लिये एक कार भी खरीदी है।