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पंकज - नमस्कार मित्रों आपके पसंदीदा कार्यक्रम आपकी पसंद में मैं पंकज श्रीवास्तव आप सभी का स्वागत करता हूं, आज के कार्यक्रम में भी हम आपको देने जा रहे हैं कुछ रोचक आश्चर्यजनक और ज्ञानवर्धक जानकारियां, तो आज के आपकी पसंद कार्यक्रम की शुरुआत करते हैं।
अंजली – श्रोताओं को अंजली का भी प्यार भरा नमस्कार, श्रोताओं हम आपसे हर सप्ताह मिलते हैं आपसे बातें करते हैं आपको ढेर सारी जानकारियां देते हैं साथ ही हम आपको सुनवाते हैं आपके मन पसंद फिल्मी गाने तो आज का कार्यक्रम शुरु करते हैं और सुनवाते हैं आपको ये गाना जिसके लिये हमें फरमाईशी पत्र लिख भेजा है शनिवार पेठ, बीड शहर से पोपट कुलथे, हनुमंत कुलथे, समर्थ कुलथे, पी बी कुलथे और पूरा कुलथे परिवार इनके साथ ही हमें पत्र लिखा है नारेगांव औरंगाबाद से दीपक आडाणे, शाम आडाणे और इनके मित्रों ने आप सभी ने सुनना चाहा है काला सोना (1975) फिल्म का गाना जिसे गाया है आशा भोंसले ने गीतकार मजरूह सुल्तानपुरी, संगीत दिया है राहुलदेव बर्मन ने और गीत के बोल हैं .-------
सांग नंबर 1. इक बार जाने जाना इकरार करते जाना .....
पंकज - डाक टिकट से आएगी कॉफी की खुशबू, छपे 2 लाख टिकट
लखनऊ
डाक टिकटों का संग्रह करने वाले लोगों के लिए डाक विभाग ने एक अनूठा डाक टिकट जारी किया है। लोग अब कॉफी बीन्स प्रिंट वाले डाक टिकट खरीद सकेंगे, जिससे कॉफी की खुशबू आएगी। यह पहला मौका है जब विभाग ने किसी पेय पदार्थ पर ऐसा डाक टिकट जारी किया है, जिससे खुशबू भी आएगी। इससे पहले विभाग गुलाब, जूही और चंदन पर ऐसे डाक टिकट जारी कर चुका है। डाक टिकटों का संग्रह करने के शौकीन लोग इन टिकटों को 100 रुपये में देश के 69 ब्यूरो से खरीद सकेंगे। इनमें इलाहाबाद और लखनऊ के ब्यूरो भी शामिल हैं।2 लाख टिकट ही छापे गए हैं
23 अप्रैल 2017 को बेंगलुरु में कॉफी पर नया डाक टिकट जारी किया गया है। काफी का बड़ा उत्पादक होने के कारण कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में केन्द्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री निर्मला सीतारमण और संचार मंत्री मनोज सिन्हा ने इस टिकट को जारी किया था। अब यह टिकट इलाहाबाद समेत अन्य फिलाटलिक ब्यूरो में पहुंच गया है। 100 रुपये की कीमत वाले ऐसे बस 2 लाख टिकट छापे गए हैं।ऐसे खरीद सकते हैं।
अंजली – मित्रों कार्यक्रम में हमारे अगले श्रोता हैं युनिवर्स यूथ क्लब बाजिदपुर, चंग्वारा, दरभंगा, बिहार से शंकर प्रसाद शंभू, रंजू मुखिया, अमित कुमार, अर्चना आलोक, अजित कुमार आलोक, अल्पना आलोक, कल्पना आलोक, अपर्णा आलोक, दीपू कुमार मुखिया, महावीर मुखिया, लाल किशोर मुखिया ने आप सभी ने सुनना चाहा है माया मेमसाब (1993) फिल्म का गाना जिसे गाया है लता मंगेशकर ने गीतकार हैं गुलज़ार और संगीत दिया है हृदयनाथ मंगेशकर ने, गीत के बोल हैं -----
सांग नंबर 2. खुद से बातें ....
पंकज - डाक विभाग दो तरह के टिकट छापता है। इनमें एक का कमर्शल यूज होता है और इन्हें बार-बार छापा जाता है। जबकि दूसरे टिकट किसी खास मौके या वस्तु को यादगार बनाने के लिए छापे जाते हैं। ऐसे टिकट सिर्फ एक बार ही निर्धारित संख्या में छपते हैं। इन टिकटों को डाक विभाग के फिलाटलिक ब्यूरो से संग्रह के शौकीन लोग खरीदते हैं। इसकी ऑनलाइन, ब्यूरो से सीधे या फिलाटलिक अकाउंट के जरिए खरीदारी की जाती है। इलाहाबाद फिलाटलिक ब्यूरो के प्रभारी राजेश वर्मा ने बताया कि, उनके पास देश के अलग-अलग हिस्सों से इस टिकट की उपलब्धता को लेकर पूछताछ की जा रही है।
पंकज - इस गांव में खुद का स्टेडियम और मिनरल वाटर प्लांट, आते हैं बॉलीवुड सेलेब्स
सूरत. गुजरात में सूरत के आसपास 30 किलोमीटर एरिया में बसे ऐना, इसरोली, पिसाद, वणेसा और बाबैन कहने को गांव हैं, लेकिन विकास और सुविधाओं के मामले में बड़े शहरों की पॉश कॉलोनियों से भी बेहतर। अमेरिका के मोटेल बिजनेस में 40 फीसदी हिस्सेदारी यहीं से निकले करीब तीन हजार NRI की है। उन्हीं की बदौलत ये गांव इतने डेवलप हो गए। NRI हर साल गांव के विकास के लिए 10 करोड़ रुपए खर्च कर रहे हैं। हर गांव में मिनरल वाटर प्लांट हैं, और तो और क्रिकेट खेलने के लिए नेशनल लेवल के स्टेडियम तक बना दिए हैं; जिनमें आधुनिक पिच, हाईमास्ट लाइट और वो सारी सुविधाएं हैं, जो आमतौर पर क्रिकेट क्लब भी मुहैया नहीं करा पाते।
हर साल आते हैं कई बॉलीवुड कलाकार...
- दो हजार की आबादी वाले इसरोली गांव में 200 एनआरआई हैं।
- इनमें से एक ईश्वरभाई बताते हैं कि अमेरिका की 80 फीसदी मोटेल इंडस्ट्री पर गुजराती पटेलों का कब्जा है। इनमें से भी 40 फीसदी दक्षिण गुजरात से हैं। अमरीका में 17 हजार गुजराती मोटेल्स या होटल्स के मालिक हैं।
- मूलभूत सुविधाओं को विकसित होने के बाद अब इन गांवों में एम्स जैसे आधुनिक अस्पताल बनवाने की योजना है, ताकि लोगों को इलाज के लिए गांव से बाहर न जाना पड़े।
अंजली - मित्रों अभी कार्यक्रम में समय हो चला है एक संगीत ब्रेक लेने का हमें अगला पत्र लिख भेजा है हमारे पुराने और चिर परिचित श्रोता, मंदार श्रोता संघ, बांका, बिहार से कुमोद नारायण सिंह, बाबू, गीतांजली, सनातन, अभय प्रताप गोलू, कृष भूटानी और इनके सभी साथियों ने आप सभी ने सुनना चाहा है सच्चाई (1969) फिल्म का गाना जिसे गाया है मोहम्मद रफ़ी और मन्ना डे ने गीतकार हैं राजेन्द्र कृष्ण और संगीत दिया है शंकर जयकिशन ने और गीत के बोल हैं ------
सांग नंबर. 3 ऐ दोस्त मेरे मैंने दुनिया देखी है .....
पंकज - पूरे क्षेत्र को वाईफाई कनेक्टिविटी भी जल्द दी जाएगी। इसके अलावा यातायात, ट्रांसपोर्ट और शिक्षा को लेकर भी एनआरआई कई प्लान बना रहे हैं।
- ऐना के भरत भाई ठाकुर बताते हैं कि सन 1983 में गांव के लोगों ने ऐना नेशनल एसोसिएशन नाम से फंड बनाया। इसी फंड से टाइल्स की सड़कें बनीं।
- वर्ष 1996 में मिनरल वाटर प्लांट और सन 1998 में इंटरनेशनल लेवल का किक्रेट स्टेडियम बनाया गया। बाद में अंडर ग्राउंड केबल, मंदिर, पक्की सड़कें बनाईं।
80 के दशक में बनीं सड़कें
- गांव में होने वाले नवरात्र, होली, दिवाली को लाइव देख सकें, इसके लिए पूरे गांव में सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए।
- नवरात्र में हर साल हम कई बॉलीवुड कलाकारों को गेस्ट के रूम में आमंत्रित करते हैं। कैमरों से इन कार्यक्रमों को अमरीका में लाइव देखते हैं।
पूरे गांव में सुरक्षा के लिए लगाए CCTV कैमरे
अंजली - मित्रों कार्यक्रम में अगला पत्र हमें लिख भेजा है परमवीर हाउस आदर्शन नगर, बठिंडा, पंजाब से अशोक ग्रोवर, परवीन ग्रोवर, नीती ग्रोवर, पवनीत ग्रोवर, विक्रमजीत और इनके साथियों ने आप सभी ने सुनना चाहा है फिल्म धर्माधिकारी (1986) का गाना जिसे गाया है आशा भोंसले और शब्बीर कुमार ने गीतकार हैं इंदेवर और संगीत दिया है बप्पी लाहिरी ने, और गीत के बोल हैं -----
सांग नंबर 4. एक तो कम ज़िन्दगानी ......
पंकज - वहीं, CCTV कैमरों से हजारों किमी दूर अमेरिका या कनाडा में बैठे एनआरआई हर पल अपनी मिट्टी से जुड़े रहते हैं।
- ऐना गांव के अरविंद भाई बताते हैं कि उनका अमेरिका के बोस्टन में मोटेल बिजनस है। हर साल 2 महीने के लिए गांव आते हैं।
- 1970 में गांव के छगनभाई वणेसा, धीरुभाई गुलाब भाई ने अमेरिका में खुद का मोटेल शुरू किया। फिर धीरे-धीरे रिश्तेदार और गांव के लोग वहां मोटेल बिजनस से जुड़ गए और आज कई लोग साथ हैं।
पंकज - आपकी हड्डियों को कमजोर बना रहे हैं ये 8 फूड, इनसे बचकर रहें
अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑप हेल्थ की स्टडी के मुताबिक आजकल कम उम्र में ही ऑस्टियोपोरोसिस जैसी हड्डियां कमजोर होने की प्रॉब्लम होने लगी है। ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल, मुम्बई की चीफ डाइटीशियन रशिका अशरफ अली का कहना है कि यंग एज में हड्डियां कमजोर होने के पीछे अनहेल्दी लाइफस्टाइल और खान-पान सबसे अहम कारण है। कोला में मोजूद शुगर, कैफ़ीन और फ़ॉसफोरिक एसिड हड्डियों कमज़ोर बनाते हैं। अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लिनिकल न्यूट्रिशन में हुए एक शोध में ये जानकारी दुनिया के सामने आई है।
कॉफ़ी में मौजूद कैफ़ीन आपकी हड्डियों के कैल्सियम को नुकसान पहुंचाता है, दिन में दो तीन कप से ज्यादा कॉफ़ी न पियें। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन से इस बारे में पता चला।
अंजली – हमारे पास अगल पत्र आया है विश्व रेडियो श्रोता संघ, चौक रोड कोआथ, रोहतास, बिहार से सुनील केशरी, डीडी साहिबा, संजय केशरी और प्रियंका केशरी का आप सभी ने सुनना चाहा है justice chaudhary (1982) फिल्म का गाना जिसे गाया है आशा भोंसले और किशोर कुमार ने फिल्म में संगीत दिया है बप्पी लाहिरी ने और गीत के बोल हैं -----
सांग नंबर 5. तूने मुझे छुआ .....
पंकज - चॉकलेट में मौजूद ऑक्सलेट हड्डियों में कैल्सियम को सोखने की क्षमता को रोकते हैं जिससे हड्डियां कमज़ोर होती हैं। मायो क्लिनिक की शोध में इस बात का खुलासा हुआ है।
प्रॉसेस्ड फूड में मौजूद नमक और प्रिज़र्वेटिव्स हड्डियों में कैस्लियम को नुकसान पहुंचाते हैं।
जंक फूड में मौजूद नमक, शुगर और सैचुरेटेड फैट हड्डियों में कैल्सियम सोखने की प्रक्रिया को रोकता है जिससे हड्डियां कमज़ोर होती हैं। अमेरिका की मिशिगन यूनिवर्सिटी के शोध में ये पता चला है।
केक और पेस्ट्रीज़ में रिफाइंड शुगर और मैदा होता है जो हड्डियां कमज़ोर करता है। नेशनल ऑस्टियोपोरोसिस फाउंडेशन, अमेरिका के शोध में इस बात का पता चला है।
अचार और सॉस में नमक और प्रिज़र्वेटिव होता है जो हड्डियों से कैस्लियम को सोखकर यूरिन के रास्ते बाहर निकाल देता है और हड्डियां कमज़ोर बनाता है। ये बात हार्वर्ड युनिवर्सिटी के शोध में सामने आई है।
अल्कोहल लिवर को कमज़ोर करके कैल्सियम और विटामिन डी को हडिड्यों द्वारा सोखने की क्षमता को घटाता है जिससे हड्डियां कमज़ोर होती हैं, यूनिवर्सिटी ऑफ़ फ़िलाडेल्फ़िया की शोध में इस बात का पता चला है।
अंजली – हमारे अगले श्रोता हैं नारनौल हरियाणा से उमेश कुमार शर्मा, प्रेमतला शर्मा, सुजाता, हिमांशु, नवनीत और इनके सारे मित्र, आप सभी ने सुनना चाहा है फिल्म ये रात फिर ना आएगी (1965) का गाना जिसे गाया है आशा भोंसले ने गीतकार हैं एस एच बिहारी संगीत दिया है ओ पी नैय्यर ने और गीत के बोल हैं ------
सांग नंबर 6. यही वो जगह है यही वो फ़िज़ाएं .....
पंकज – तो मित्रों इसी के साथ हमें आज का कार्यक्रम समाप्त करने की आज्ञा दीजिये अगले सप्ताह आज ही के दिन और समय पर हम एक बार फिर आपके सामने लेकर आएंगे कुछ नई और रोचक जानकारियां साथ में आपको सुनवाएँगे आपकी पसंद के फिल्मी गीत तबतक के लिये नमस्कार।
अंजली - नमस्कार।
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