उत्तर पश्चिमी चीन स्थित छींगहाई प्रांत की 58 लाख जनसंख्या में 48 प्रतिशत अल्पसंख्यक जातियां हैं । अब प्रांत में लगभग तीन हजार स्कूल स्थापित हैं जिनमें 11.4 लाख छात्र सीख रहे हैं । उन में 53 प्रतिशत छात्र अल्पसंख्यक जातीय ही हैं । छींगहाई प्रांत में जातीय शिक्षा को हमेशा महत्व दिया जाता है और तिब्बती जैसे अल्पसंख्यक जातीयों के शिक्षा कार्यों का समर्थन करने के लिए सरकार ने पर्याप्त पूंजी लगाने समेत अनेक कदम उठाया है ।
छींगहाई प्रांत के शिक्षा विभाग के उप प्रधान यांग फ़ायू ने कहा, "छींगहाई प्रांत में बुनियादी शिक्षा और जातीय शिक्षा को हमेशा महत्व दिया जा रहा है । हमारे पाँच तिब्बती स्वायत्त स्टेट तथा एक मंगोलियाई स्वायत्त स्टेट हैं । इसलिए छींगहाई प्रांत में बुनियादी खासकर तिब्बती जातीय शिक्षा के विकास को सबसे अधिक महत्व दिया जाता है ।"
सन 1992 में छींगहाई प्रांत में अल्पसंख्यक जातीय क्षेत्रों के स्कूलों में बच्चों की भर्ती दर 64.67 प्रतिशत तक रही थी । चरवाह क्षेत्रों में बच्चों की स्कूलों में भर्ती दर 47.3 प्रतिशत रही थी । पर वर्ष 2016 में प्राइमरी और मिडिल स्कूलों में बच्चों की भर्ती दर 93.69 प्रतिशत तक जा पहुंची है और हाई स्कूल में यह मात्रा 81.98 प्रतिशत तक रही है । अधिकांश बच्चों के स्कूलों में शिक्षा लेने के अधिकारों की गारंटी की गयी है । छींगहाई प्रांत के शिक्षा विभाग के जातीय शिक्षा दफ्तर के प्रधान त्स्वे यैनह्वेई ने कहा कि अब उन के सामने सबसे महत्वपूर्ण काम छात्रों की भर्ती दर को बनाये रखना ही है ।
"वर्तमान में हमारे छींगहाई प्रांत में अनिवार्य शिक्षा के विकास में सबसे महत्वपूर्ण काम है बुनियादी शिक्षा का प्रसार करना । यानी हमें अनिवार्य शिक्षा के प्रसार को मजबूत करना ही चाहिये । इस के साथ-साथ शिक्षा के गुण की उन्नति पर भी विशेष ध्यान लगाना चाहिये । क्योंकि हमारे अध्यापकों की कार्य क्षमता और स्तर काफी संतोषजनक नहीं है । इसलिए शिक्षा कार्यों की गुणवत्ता को भी उन्नत किया जाएगा ।"
तिब्बती क्षेत्रों में शिक्षा कार्यों की गारंटी करवाने और तिब्बती छात्रों के लिए बेहत्तर शर्तें तैयार करने के लिए छींगहाई प्रांत सरकार ने वर्ष 2016 से ही अपने छह स्टेटों में 15 साल निःशुल्क शिक्षा शुरू किया । इस के अतिरिक्त छींगहाई प्रांत की राजधानी शीनींग शहर समेत कुछ शहरों में तिब्बती छात्रों के लिए विशेष क्लास भी खोले गये हैं ।
यांग फ़ायू ने कहा, "गत वर्ष प्रांतीय सरकार के समर्थन में हम ने सैनच्यांगयुवान जातीय मिडिल स्कूल स्थापित किया जो मुख्य तौर पर गोलोक और यूशू क्षेत्रों के तिब्बती छात्रों की भर्ती करवाता है । स्कूल राजधानी शीनींग शहर में ही स्थित है और वह एक बोर्डिंग स्कूल है । प्रांतीय सरकार ने गोलोक और यूशू के शिक्षा विकास के लिए राजधानी शीनींग में विशेष तौर पर दो सौ मू भूमि आवंटित की । यूशू भूकंप होने के बाद हम ने बचाव कार्यों के साथ-साथ इस स्टेट के लिए स्कूल का निर्माण भी किया है ।"
इधर के वर्षों में केंद्र सरकार और प्रांतीय सरकार ने छींगहाई प्रांत के तिब्बती जातीय क्षेत्रों के शिक्षा विकास को अत्यंत महत्व दिया है । अब छींगहाई प्रांत में लोगों का कहना है कि पहले तिब्बती क्षेत्रों में सबसे सुन्दर मकान मंदिर में था, पर आज सबसे सुन्दर मकान स्कूल में ही है । सभी स्कूलों में नयी नयी इमारतों का निर्माण किया गया है । इस के साथ द्विभाषी अध्यापकों का जोरों पर प्रशिक्षण किया जा रहा है । गत वर्ष से प्रांतीय सरकार ने अपने प्रांतीय कालेज़ों में द्विभाषी अध्यापकों का निःशुल्क प्रशिक्षण शुरू किया है । इससे पहले प्रांत में प्रशिक्षित 2100 अध्यापकों को सब तिब्बती क्षेत्रों में भेजा गया है ।
सैनच्यांगयुवान जातीय मिडिल स्कूल का गणित शिक्षक मा लूंग छींगहाई अध्यापक विश्वविद्यालय से स्नातक हुआ । विश्वविद्यालय में उन्हों ने यूशू और ज़ाडो आदि क्षेत्रों में शिक्षा का समर्थन करने वाले कार्यों में भाग लिया था । उन्हें मालूम है कि चरवाहे क्षेत्रों में रहने वाले छात्रों के लिए भाषा समस्या आदि कारण से गणित सीखना मुश्किल है । उन्हों ने कहा,"जब मैं इस स्कूल में सिखाने गया था तब मेरे दिल में परेशानी लगी । क्योंकि मुझे इस स्कूल और वहां के छात्रों की काफी जानकारी नहीं थी । लेकिन तीन महीनों के बाद मुझे जातीय शिक्षा का काम करने में काफी विश्वास जन्म हुआ । इस स्कूल में गणित सिखाने से मेरे जीवन में अमिट छाप छोड़ी है । पहले मैं शीनींग शहर से भी बाहर नहीं गया था, अब मैं प्रांत में सबसे सुनसान जगह आ गया और यहां के अनुभव से मुझे खुद भी गौरव लगता है ।"
इधर के वर्षों में पूर्वी चीन के विकसित प्रांत और शहर जैसे पेइचिंग, शांघाई, च्यांगसू और शानतुंग आदि ने भी छींगहाई प्रांत के छह स्टेटों की सहायता शुरू की है । गत वर्ष छींगहाई प्रांत के तीन हजार छात्रों को भीतरी इलाकों में सिखाने भेजा गया है और वहां के अध्ययन से इन छात्रों के विजन और विचारों को भी खुला कर दिया गया है ।
युवा पीढ़ी देश के भविष्य और विश्वास के साथ जुड़ता है । विश्वास है कि छींगहाई प्रांत सरकार के द्वारा शिक्षा विकास के संदर्भ में की गयी कोशिशों से जातीय शिक्षा के विकास को बढ़ावा दिया जाएगा ।