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    आपका पत्र मिला 2017-06-07
    2017-06-07 14:31:02 cri

    अनिलः आपका पत्र मिला प्रोग्राम सुनने वाले सभी श्रोताओं को अनिल पांडेय का नमस्कार।

    ललिताः सभी श्रोताओं को ललिता का भी प्यार भरा नमस्कार।

    अनिलः दोस्तो, आज के प्रोग्राम में भी हम हमेशा की तरह श्रोताओं के ई-मेल और पत्र पढ़ेंगे। लीजिए पेश है श्रोताओं के पत्र। पहला पत्र हमें आया है दरभंगा बिहार से शंकर प्रसाद शंभू का। लिखते हैं कि हमारे क्लब के सभी सदस्य आपके द्वारा प्रसारित कार्यक्रम सुनते आ रहे हैं! 29 मई को पेश कार्यक्रम अतुल्य चीन में बतलाया गया कि उत्तर-पश्चिमी चीन के निंगशा हुइ स्वायत्त प्रदेश की येन ची काउंटी में स्थित मा एर गांव में पक्का रास्ता बनाया गया है और कई घरों के सामने गाड़ियां नजर आती हैं। ये रिपोर्ट बेहद पसंद आयी!

    चीन-भारत आवाज कार्यक्रम में 7 मई को चीन में रिलीज फिल्म दंगल की चर्चा और आमिर खान के बारे में चर्चा अच्छी लगी! वहीं आर्थिक जगत प्रोग्राम में पता चला कि चीनी उपक्रम द्वारा बनाए गए केन्या के सदी रेलवे पर यातायात शुरु होगी। मोमबासा नैरोबी रेलवे लाइन खुलने से इस रेलवे लाइन का संचालन केन्या और क्षेत्रीय देशों के विकास को बढ़ाने, अफ्रीका के औद्योगिकरण को बढ़ाने और अफ्रीका के भीतरी इलाके में एक पट्टी एक मार्ग के प्रवेश के लिए बड़ा महत्व रखता है! यह जानकारी भी बहुत अच्छी लगी।

    ललिताः शंभू जी ने आगे लिखा है कि कार्यक्रम नमस्कार चाइना में योगी योगा के संस्थापक एवं योग गुरु योगी मोहन से भेंटवार्ता का दूसरा भाग सुनाया गया, जिसमें योग भारत और चीन को कितना नजदीक लायेगा अच्छा लगा! चीन की टॉप 5 सुर्खियाँ और विदेशों में द्वान वू त्योहार पूर्वी एशिया के सिंगापुर में मनाने की जानकारी भी अच्छी लगी!

    चीनी कहानी में "जामुन से प्यास का अन्त", "खूंखार बाघ की पीठ पर बैठना" और "सुबह तीन शाम को चार" ये तीनों नीति कथाएं रोचक लगी!

    कार्यक्रम विश्व का आईना में पता चला कि इस साल 30 मई को चीन का परंपरागत त्योहार जो चीनी पंचांग के अनुसार हर साल के पांचवें माह की पांचवीं तारीख को परंपरागत त्वान वू त्योहार यानी ड्रैगन बोट उत्सव होता है, जो पांचवां मास उत्सव के नाम से भी जाना जाता है। त्योहार के दिन लोग जोंग ज़ नाम का पकवान खाते हैं और ड्रैगन बोट प्रतियोगिता आयोजित करते हैं। इन गतिविधियों के आयोजन से प्राचीन महान देशभक्त कवि छ्वू य्वान को याद किया जाता है। यह जानकारी भी रोचक लगी।

    धन्यवाद शंभू जी, हमें पत्र लिखने के लिए।

    अनिलः लीजिए दोस्तों अब पेश है अगला पत्र, जिसे भेजा है केसिंगा ओड़िशा से मॉनिटर सुरेश अग्रवाल ने। लिखते हैं कि 29 मई को ताज़ा अन्तराष्ट्रीय समाचारों में देश-दुनिया के हालात का ज़ायज़ा लेने के बाद हमने साप्ताहिक "अतुल्य चीन" भी ग़ौर से सुना, जिसके तहत चीन में ग़रीबी उन्मूलन हेतु राष्ट्रपति शी चिनफिंग के विशेष प्रयासों के साथ उत्तर-पश्चिमी चीन के ऐसे दो गाँव, जिनमें से एक तो ग़रीबी से छुटकारा पा चुका और दूसरा ग़रीबी से मुक्ति पाने के लिए संघर्ष कर रहा है, इनके बारे में जानकारी अच्छी लगी। कार्यक्रम में यह भी जाना कि चीन में भौगोलिक दृष्टि से आज भी ऐसे दुर्गम पहाड़ी गाँव विद्यमान हैं, जहाँ से स्कूल जाने में छात्रों को तीन घण्टे का समय लगता है। वैसे यह जान कर ख़ुशी हुई कि चीन अपने यहाँ की अस्सी करोड़ आबादी को ग़रीबी से निज़ात दिला चुका है और अब महज़ चार करोड़ लोगों को इससे छुटकारा दिलाना शेष है। एक अन्य जानकारी में बताया गया कि वर्तमान में चीन में कुल 4873 संग्रहालय हैं, जिनमें से सत्तासी प्रतिशत निःशुल्क हैं।

    वहीं कार्यक्रम "चीन-भारत आवाज़" के अन्तर्गत हूमिनजी द्वारा पंकज श्रीवास्तव से ली गयी भेंटवार्ता सुन कर अभिनेता आमिर ख़ान की पारिवारिक पृष्ठभूमि और उनके शानदार फ़िल्मी कॅरियर पर बेशक़ीमती जानकारी हासिल हुई। आमिर के अलावा पंकज द्वारा बॉलीवुड के तीनों मशहूर खानों सहित अन्य सितारों के रुतबे और अभिनेताओं को मिलने वाले मोटे पारिश्रमिक के औचित्य पर भी अपने अहम विचार रखे। उन्होंने आमिर की "दंगल" सहित तमाम चर्चित फ़िल्मों का भी ज़िक्र किया। सचमुच, भारतीय सिनेमा में पंकज की इतनी गहरी पैठ है, मुझे यह पता नहीं था।

    साप्ताहिक "आर्थिक जगत" के तहत कुछ महत्वपूर्ण आर्थिक समाचारों के बाद चीन द्वारा केन्या में चलायी जा रही महत्वपूर्ण मुम्बासा-नैरोबी रेल-लाइन परियोजना और जिसका पूरा होने पर वहां की सामाजिक-आर्थिक स्थिति पर पड़ने वाले प्रभावों पर भी सूचनाप्रद जानकारी हासिल हुई। आज के प्रसारण अंक में दी गयी तमाम जानकारी के लिये आप सभी का शुक्रिया।

    ललिताः सुरेश जी ने आगे लिखा है कि साप्ताहिक "नमस्कार चाइना" की शुरुआत में योग विशेषज्ञ से अखिल पाराशर द्वारा बातचीत की गयी। उन्होंने योग के ज़रिये चीन-भारत रिश्तों को जोड़ने सम्बन्धी जो बातें कहीं, अक्षरसः सही प्रतीत हुईं। उन्होंने इस 21 जून को विश्व योग दिवस के उपलक्ष्य में कहीं सूर्य मन्दिर में जाकर विशेष आयोजन किये जाने और पेइचिंग के लामा मन्दिर में आयुर्वेद सम्बन्धी एक महत्वपूर्ण प्राचीन पुस्तक होने का भी ज़िक्र किया। कार्यक्रम में आगे नियमित चीन की पांच शीर्ष सुर्ख़ियों की बजाय 'ड्रैगन बोट उत्सव' पर विशेष जानकारी प्रदान किया जाना अच्छा लगा। तुआनवू उत्सव से जुड़ी ईसा पूर्व 278 वर्ष पूर्व महान कवि छू य्वान की नदी में कूद कर आत्महत्या करने की कहानी आज भी मन को विचलित कर जाती है।

    कार्यक्रम "चीनी कहानी" में पेश तीन शाम के चार' शीर्षक तीनों नीति-कथाएं भी शिक्षाप्रद लगीं। धन्यवाद।

    साप्ताहिक "विश्व का आइना" के तहत चीन के हज़ारों साल पुराने त्वान वू उत्सव पर महती और विस्तृत जानकारी प्रदान की गयी, परन्तु रिसैप्शन की गड़बड़ी के चलते ज़्यादा कुछ सुनना-समझना मुमकिन नहीं हुआ। फिर भी त्यौहार मनाने की परम्परा से लेकर इस अवसर पर खाये जाने वाले पकवान, परिधान और चीन के अलावा विदेशों में भी इसके मनाये जाने की परम्परा सहित त्यौहार से जुड़े तमाम बिन्दुओं पर अत्यन्त महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की गयी, जिसके लिये हम सीआरआई के तहेदिल से शुक्रगुज़ार हैं। आशा है कि सात जून से प्रसारण की सभी आवृत्तियाँ सामान्य रूप से काम करने लगेंगी और तब प्रसारण पूर्ववत निर्बाध सुनाई पड़ेगा।

    श्रोताओं के अपने मंच साप्ताहिक "आपका पत्र मिला" के तहत हमेशा की भांति आज भी अन्य श्रोताओं के साथ मेरे पत्रों और प्रतिक्रियाओं को यथोचित स्थान दिये जाने का शुक्रिया। यह जान कर ख़ुशी हुई कि आज के अंक में कुछ नये श्रोताओं द्वारा लिखे पत्र भी पहुँचे और पत्र-लेखकों की संख्या में वृध्दि हुई। धन्यवाद्।

    अनिलः वहीं सुरेश अग्रवाल आगे लिखते हैं कि साप्ताहिक "बाल-महिला स्पेशल" के तहत अंतर्राष्ट्रीय बाल-दिवस के मौके पर चीन में आयोजित विशेष गतिविधियों पर अहम् जानकारी प्रदान की गयी। इस मौके पर रूस की राजधानी मॉस्को स्थित चीनी दूतावास में आयोजित बाल-दिवस मिलन समारोह में चीनी और रूसी बच्चों द्वारा एक-दूसरे की भाषा में गाये गये बाल-गीतों सम्बन्धी जानकारी ख़ास तौर पर रुचिकर लगी। यह जान कर चिन्ता हुई कि चीन में ऑटिज़्म पीड़ित बच्चों की संख्या वहां की कुल आबादी का लगभग एक प्रतिशत है। इसके साथ ही महिलाओं सम्बन्धी जानकारी में अफ़ग़ानिस्तान जैसे कट्टर रूढ़िवादी देश में महिलाओं का विशेष टीवी स्टेशन शुरू होना एक शुभ संकेत कहा जायेगा।

    "चीन का तिब्बत" के तहत दक्षिण-पश्चिमी चीन के सछ्वान प्रान्त की रोंगथोंग काउन्टी (नाम जैसा सुनाई पड़ा) के एक गाँव में तमाम लोगों के काशिमपैक रोग से पीड़ित होने के कारण वहां की सामाजिक-आर्थिक व्यवस्था पर पड़ने वाले प्रतिकूल प्रभाव पर जानकारी प्रदान की गयी। ज्ञात हुआ कि यह रोग स्थानीय खानपान और पेयजल संदूषण के कारण हुआ है। रोग से निज़ात दिलाने हेतु सरकार द्वारा ठोस और कारगर कदम उठाये जाने के बाद स्थिति नियंत्रण में है। कार्यक्रम में रोग नियंत्रण के अलावा रोंगथोंग काउन्टी की भौगोलिक स्थिति, जनसंख्या सहित उससे जुड़ी अन्य तमाम जानकारियां भी संक्षेप में दिया जाना सूचनाप्रद लगा।

    कार्यक्रम "दक्षिण एशिया फ़ोकस" के अन्तर्गत भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा जर्मनी, स्पेन, रूस और फ़्रांस सहित चार यूरोपीय देशों की यात्रा के उद्देश्य और उससे हासिल संभावित परिणामों पर वरिष्ठ पत्रकार बिजेन्दर सिंह के साथ परिचर्चा अहम् रही। वास्तव में, मोदी जहाँ भी जाते हैं, उस देश के साथ भारत के द्विपक्षीय सहयोग को एक नया आयाम मिलता है और विदेशी पूंजी और तकनीक की धारा भारत की ओर प्रवाहित होने लगती है। तमाम बातों पर बिजेन्दर जी का आंकलन बिलकुल सटीक बैठता है। धन्यवाद् एक अच्छी प्रस्तुति के लिये।

    ललिताः सुरेश जी ने आगे लिखा है कि साप्ताहिक "आपकी पसन्द" का भी हमने पूरा लुत्फ़ उठाया। श्रोताओं के पसन्दीदा फ़िल्म सीता और गीता, कलाकार, शक्ति, अर्जुन और ज़ख़्मी शेर के पांच फड़कते हुये गानों के साथ दी गयी तमाम जानकारी सूचनाप्रद और ज्ञानवर्द्धक लगी। कई बार हमने भी यह महसूस किया है कि जो लगता है, वैसा हो नहीं रहा और जो सोचा नहीं था, वह हो रहा है। वास्तव में, यह एक अत्यन्त गम्भीर विषय है और इसे अनुभूत तो किया जा सकता है, पर शब्दों में बयां करना बहुत मुश्किल है, क्यों कि इसे जानने-समझने का कोई पैमाना भी नहीं है, फिर भी आपने इस अनूठे विषय की चर्चा की और सरल शब्दों में समझाने की कोशिश की, इसके लिये हार्दिक साधुवाद।

    अनिलः साप्ताहिक "सन्डे की मस्ती" की शुरुआत 'छांगआन की कहानी' शीर्षक चीनी गीत से किया जाना तो अच्छा लगा, परन्तु कार्यक्रम के बीच बजाये गये अन्य दो गीत अनावश्यक और टाइम-पास करने जैसे लगे। 'विश्व की संवेदनशील कहानी' के अन्तर्गत 'अड़तालीसवां साल' शीर्षक कहानी भाव-विह्वल करने वाली थी, परन्तु अफ़सोस कि रिसैप्शसन की ख़राबी के कारण उसके भाव ठीक से समझ में नहीं आये। अज़ीबोग़रीब और चटपटी बातों के क्रम में चीन के मध्य हन्नान प्रान्त में शुरू की गयी एक ऐसी एम्बुलेंस सेवा, जिसमें अस्पताल पहुंचने से पहले मरीज़ का सीटी स्कैन और रक्त-परीक्षण करना सम्भव होगा, जानकारी भी अच्छी लगी। एक ख़तरनाक स्टंट के तहत शादी में दूल्हे द्वारा दुल्हन के कपड़ों में लगायी गयी आग का वीडियो वायरल होने का समाचार स्तब्ध करने वाला लगा। वास्तव में, ऐसा स्टंट करने वाला कोई सिरफिरा ही होगा। वहीं ऑस्ट्रेलियाई समुद्र की गहराइयों में मिली अज़ीबोग़रीब बिना सर वाली मछली के बारे में दी गयी जानकारी भी सूचनाप्रद थी। मनोरंजन खण्ड में इस शुक्रवार रिलीज़ हुई हिन्दी फ़िल्म "दोबारा: सी योर इविल" की चर्चा के साथ उसका ट्रेलर सुनवाया जाना रुचिकर लगा। आज के ज़ोक्स में मेरे जोक को स्थान दिये जाने और फिर एक उम्दा प्रस्तुति के लिये हार्दिक धन्यवाद।

    धन्यवाद सुरेश जी, हमें पत्र भेजने के लिए।

    ललिताः अब पेश है कार्यक्रम का अगला पत्र, जिसे भेजा है पश्चिम बंगाल से रविशंकर बसु ने। लिखते हैं कि 31 मई को पेश "विश्व का आईना" प्रोग्राम और उसके बाद "आपका पत्र मिला" प्रोग्राम हमने गौर से सुना।

    "विश्व का आईना" कार्यक्रम में परंपरागत त्वान वू त्योहार यानी ड्रैगन बोट उत्सव को लेकर विस्तृत चर्चा की गई, जिसे सुनकर पेइचिंग हज़ारों मील दूर बैठकर इस त्योहार का अहसास हमें भी हुआ।

    आपका पत्र मिला प्रोग्राम के अंत में मेरे पत्र को शामिल करने के लिए हार्दिक धन्यवाद।

    साप्ताहिक "बाल महिला स्पेशल" में अंतरराष्ट्रीय बाल दिवस को लेकर एक रिपोर्ट पेश की जो मुझे बहुत पसंद आयी। पहली जून अंतरराष्ट्रीय बाल दिवस था। सुना है कि अंतरराष्ट्रीय बाल दिवस पर पहली जून को समूचे चीन के बच्चों ने पूरी खुशी के साथ अपना त्यौहार मनाया। थिएटर में बाल-फ़िल्में प्रदर्शित की गयी, टेलीविजन के कार्यक्रमों में बच्चों के लिए कई प्रकार के प्रोग्राम प्रस्तुत किए गए। त्योहार के दौरान सभी पार्क बच्चों के लिए खुले रहे और रेस्तरांओं में बच्चों के लिए विशेष खाना भी परोसा गया। अंतर्राष्ट्रीय बाल दिवस के आगमन पर चीन की राजधानी पेइचिंग स्थित वूखअसोंग संस्कृति और खेल चौक पर मज़ेदार बाल खेलों का आयोजन हुआ। इसमें सैकड़ों बच्चों ने भाग लिया। सुना है कि वर्ष 2007 से चीनी बाल कला थिएटर ने जनता के लिए तरह-तरह की सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन भी किया।

    अनिलः आगे लिखते हैं कि "टी टाइम" प्रोग्राम की शुरुआत में सुना है कि केंद्र सरकार 1 रुपये का नया नोट जारी करने जा रही है। यह नया नोट गुलाबी और हरे रंग का होगा। केंद्रीय वित्‍त मंत्रालय के मुताबिक, इस नोट में अशोक पिलर होगा पर उसमें सत्‍यमेव जयते नहीं लिखा होगा। 1 रुपए के नोट में "भारत सरकार" हिंदी में लिखा होगा। वहीं दक्षिण अफ्रीकन एयरवेज द्वारा तंबाकू के पौधे से बनने वाले बायोडीजल से कमर्शियल विमान चलाने की तैयारी सबंधी जानकारी अनोखी लगी। जबकि यह सुनकर बहुत अच्छा लगा कि आमिर खान की "दंगल" फिल्म ने चीन में शानदार सफलता हासिल करते हुए देश में सबसे अधिक कमाई करने वाली गैर-हॉलीवुड फिल्म बनने का इतिहास रच दिया है। यह चीन के फिल्म इतिहास में एक अरब युआन कमाने वाली 33वीं फिल्म बन गई है। आज के प्रोग्राम में भारत में मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग संबंधित समाचार उत्साहवर्धक लगा। भारत के महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के बारे में दी गई जानकारी रोचक और सूचनाप्रद लगी। लाखों रूपये कमाने वाली अमेरिका की मॉडल अलेग्रा कोल के अनोखे फिगर के बारे में बताया गया। धन्यवाद।

    रविशंकर बसु जी हमें पत्र भेजने के लिए आपका भी बेहद शुक्रिया।

    अनिलः दोस्तो, इसी के साथ आपका पत्र मिला प्रोग्राम यही संपन्न होता है। अगर आपके पास कोई सुझाव या टिप्पणी हो तो हमें जरूर भेजें, हमें आपके खतों का इंतजार रहेगा। इसी उम्मीद के साथ कि अगले हफ्ते इसी दिन इसी वक्त आपसे फिर मुलाकात होगी। तब तक के लिए अनिल पांडेय और ललिता को दीजिए इजाजत, नमस्कार।

    ललिताः बाय-बाय।

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