लेई चाय चीन के हू नान, च्यांग शी व फू च्यान प्रांतों के कुछ क्षेत्रों में प्राचीन काल से चली आयी परंपरागत चायपान प्रथा है। यह प्रथा स्थानीय दैनिक पेयजल के रूप में रिश्तेदारों व मित्रों के साथ मेहमाननवाजी में अपनायी गयी एक अहम रस्म है।
चीन में चाय संस्कृति मुख्यतः आम जनता में प्रचलित रहती है। लेई चायपान प्रथा ठेठ प्रकार की लोक रीति-रिवाज है, जो उत्साह से भरा, सरल, सादा और स्पष्ट रूप में है और प्रबल जीवन शक्ति के साथ पीढी दर पीढी आगे विकसित चली आयी है। वह समाज के ऊपरी वर्गों में प्रचलित चाय संस्कृति की तरह सुशिक्षित और परिष्कृत नहीं है, लेकिन उस में खुशहाल जीवन के प्रति चीनी जनता की अभिलाषा और सुन्दरता की खोज के लिए सरगर्मी और श्रमिकों की श्रेष्ठ मनोभावना प्रतिबिंबित होती है। इस प्रथा से लोगों को चाय के सुगंध के साथ मानव जाति की सुशीलता और लोगों के बीच मैत्री की भावना भी महसूस हो सकती है।