आजकल सोशल मीडिया दिन ब दिन लोकप्रिय होने लगा है। ज़्यादा से ज़्यादा लोग सोशल मीडिया पर लाइव वेबकास्ट देखते हैं। लेकिन इन वीडियो में कुछ हिंसा संबंधी विषय भी शामिल हैं। इसका निपटारा करने के लिए अमेरिकी सोशल मीडिया फेसबुक के सीईओ मार्क ज़ुकेरबर्ग ने हाल में घोषणा की कि वे लाइव वेबकास्ट की सामग्री की जाँच करने के लिए 3000 लोगों को भर्ती करेंगे।
ज़ुकरबर्ग ने फेसबुक पर यह लिखा कि भरती किये जाने वाले ये लोग मौजूदा 4500 लोगों के साथ एक दल गठित किया जाएगा। वे विश्व के दायेरे में हर हफ्ते फेसबुक के यूजर्स द्वारा अपलोड किये गये लाखों विषयों की निगरानी करेंगे और अपराध संबंधी वीडियो या लेखों को हटाऐंगे।
इस साल के 16 अप्रैल को अमेरिका के क्लीवलैंड के एक व्यक्ति ने फेसबुक पर एक बुजुर्ग को मारने की प्रक्रिया का लाइव वेबकास्ट किया। एक हफ्ते बाद थाईलैंड के एक व्यक्ति ने 11 साल की उम्र की बेटी को मारने के बाद आत्महत्या की। इन्हें फेसबुक पर लाइव किया गया था और 24 घंटे बाद ही हटाया गया था।
हालांकि अन्य सोशल वेबसाइटों पर हिंसक अपराध या आत्महत्या संबंधी विषय भी शामिल हैं, फिर भी करीब 2 अरब यूजर्स वाले फेसबुक के विश्व में असर लोकमतों का ध्यान खींचता है।
ज़ुकरबर्ग ने फेसबुक में लिखा कि फेसबुक के जांचकर्ता हर हफ्ते लाखों विषयों की जांच करते हैं। पिछले हफ्ते उन्होंने पता चला कि लाइव वेबकास्ट में कोई व्यक्ति आत्महत्या करने की कोशिश कर रहा था, तो तुरंत पुलिस को सूचना दी गयी। पुलिस ने समय पर उस व्यक्ति को ऐसा करने से रोका।
ज़ुकरबर्ग के अनुसार फेसबुक पुलिस व कम्युनिटी संगठन के साथ सहयोग करने के अलावा तकनीकी स्तर पर भी गारंटी देगा। उदाहरण के लिए फेसबुक यूसर्ज को यह सुविधा देगा ताकि वे समय पर फेसबुक को अपराध संबंधी वीडियो या मैसेज बताएं और कानूनी संस्थाओं को रिपोर्ट दे सकें।
गौरतलब है कि इस साल के मार्च में फेसबुक ने आत्महत्या रोकने का साधन प्रस्तुत किया। फिर अप्रैल में उसने अश्लील विषयों का निपटारा करने वाली नयी तकनीक जारी की।