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    आप की पसंद 170429
    2017-05-02 14:28:26 cri

    पंकज - नमस्कार मित्रों आपके पसंदीदा कार्यक्रम आपकी पसंद में मैं पंकज श्रीवास्तव आप सभी का स्वागत करता हूं, आज के कार्यक्रम में भी हम आपको देने जा रहे हैं कुछ रोचक आश्चर्यजनक और ज्ञानवर्धक जानकारियां, तो आज के आपकी पसंद कार्यक्रम की शुरुआत करते हैं।

    अंजली – श्रोताओं को अंजली का भी प्यार भरा नमस्कार, श्रोताओं हम आपसे हर सप्ताह मिलते हैं आपसे बातें करते हैं आपको ढेर सारी जानकारियां देते हैं साथ ही हम आपको सुनवाते हैं आपके मन पसंद फिल्मी गाने तो आज का कार्यक्रम शुरु करते हैं और सुनवाते हैं आपको ये गाना जिसके लिये हमें फरमाईश पत्र लिख भेजा है .... युनिवर्स यूथ क्लब, बाजिदपुर, चांग्वारा, दरभंगा, बिहार से शंकर प्रसाद शंभू, रंजू मुखिया, महावीर मुखिया, लाल किशोर मुखिया, अमित कुमार, अर्चना आलोक, अजित कुमार आलोक, दीपू कुमार मुखिया और इनके सभी मित्रों ने आप सभी ने सुनना चाहा है फिल्म मैं तुलसी तेरे आंगन की (1978) का गाना जिसे गाया है लता मंगेशकर और आशा भोंसले ने गीतकार हैं आनंद बख्सी, संगीत दिया है लक्ष्मीकांत प्यारेलाल ने और गीत के बोल हैं ----

    सांग नंबर 1. छाप तिलक सब छीनी रे ....

    पंकज - इस बुजुर्ग ने अकेले साफ किया बेहद गंदा तालाब

    कोलकाता

    जाधवपुर की विद्यासागर कॉलोनी में रहने वाले परिमल धर नाम के शख्स ने अकेले अपने दम पर अपने इलाके के पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए बेहतरीन काम किया है। विद्यासागर कॉलोनी के पंपहाउस के सामने एक बिघा से ज्यादा इलाके में फैले तालाब को साफ कर दिया।

    यह तालाब स्वतंत्रता से पहले से यहां मौजूद है और पिछले 20 वर्षों से लोग यहां कूड़ा फेंकते थे। लोग अपने घरों का कचरा यहां फेंकते थे और कई बार मरे हुए जानवरों को भी यहां फेंका जाता था। गंदे हो चुके इस तालाब के कारण यहां प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ गया था। यहां के लोग बदबू और मच्छरों से परेशान रहते थे। इसके बावजूद पर्यावरण की रक्षा के लिए किसी ने कुछ नहीं किया, सिवाय परिमल के।

    अंजली – तो श्रोता मित्रों आप हमें अब बड़ी संख्या में पत्र लिख रहे हैं, इसका मतलब ये है कि आप हमारे कार्यक्रम को पसंद कर रहे हैं जिसकी वजह से हमारे श्रोताओं की संख्या दिन प्रति दिन बढ़ती जा रही है। अगर आप हमें अपनी फरमाईश के साथ कोई सुझाव देना चाहें तो हम इसका स्वागत करते हैं। तो चलिये मित्रों इसी के साथ मैं उठा रही हूं कार्यक्रम का अगला पत्र जिसे हमें लिख भेजा है गुलशन रेडियो श्रोता संघ, कस्बा हाफ़िज़गंज, ज़िला बरेली, उत्तर प्रदेश से शकील अहमद इदरीसी, पप्पू भाई इदरीसी, इशरत जहां इदरीसी, जुबैद अहमद, जुनैद अहमद, अशद अहमद, आशकारा, बेबी ईशा, गुड़िया ने आप सभी ने सुनना चाहा है अब्दुल्लाह (1980) फिल्म का गाना जिसे गाया है आशा भोंसले ने गीतकार हैं आनंद बख्शी और संगीत दिया है राहुल देव बर्मन ने गीत के बोल हैं ------

    सांग नंबर 2. जश्ने बहारा महफ़िले यारा ...

    पंकज - परिमल धर ने अकेल तालाब की सफाई की। स्थानीय पार्षद देबाशीष मुखपाध्याय की मदद से तालाब से 50 डंपर कूड़ा निकाला गया और इसका पूरा खर्च परिमल ने उठाया। इतना ही नहीं, परिमल ने बांस की छड़ियों से बाउंड्री बनाई, तालाब किनारे फुटपाथ बनाया, लाइटें लगाईं। इसके अलावा उन्होंने तालाब किनारे दीवारों पर अलग-अलग देशों के इतिहास और झंडे पेंट किए।

    परिमल के इस काम के बाद इस तालाब के किनारे लोग शाम की सैर के लिए आने लगे हैं, कूड़ा और प्रदूषण अब पुरानी बात हो गए हैं। तालाब को नया जीवन मिल गया है। परिमल ने बताया कि लपहले वह बहुत गरीब थे, लेकिन अब उनके पास बहुत कुछ है। उनका यह काम पर्यावरण संरक्षण में छोटा-सा योगदान है।

    अंजली – दोस्तों कार्यक्रम में मेरे आने का मतलब है कि अब आप अपनी ही पसंद का कोई मधुर गीत सुनने वाले हैं, तो कार्यक्रम में हमारे पास अगला पत्र आया है हरिपुरा झज्जर, हरियाणा से प्रदीप वधवा, आशा वधवा, गीतेश वधवा, मोक्ष वधवा, निखिल वधवा और इनके परिजनों ने आप सभी ने सुनना चाहा है फिल्म सनम तेरी कसम (1982) का गाना जिसे गाया है राहुल देव बर्मन और एनिटी पिन्टो ने गीतकार हैं आनंद बख्शी और संगीत दिया है राहुल देव बर्मन ने और गीत के बोल हैं -----

    सांग नंबर 3 . जाना ओ मेरी जाना

    पंकज - 11 साल के लड़के ने 12वीं पास की

    हैदराबाद,

    विलक्षण प्रतिभा के धनी 11 साल के अगस्त्य जायसवाल ने 12वीं क्लास पास करके एक रेकॉर्ड बनाया है। अगस्त्य के पिता अश्विनी कुमार ने दावा किया है कि उनके बेटे ने इंटरमीटिएट सेकंड इयर की परीक्षा 63 फीसदी अंकों के साथ पास की है। उनका दावा है कि इतनी कम उम्र में 12वीं पास करने वाला उनका बेटा राज्य का पहला छात्र है।

    वह सेंट मेरी जुनियर कॉलेज, युसुफगुडा का छात्र है और इस साल मार्च में परीक्षा दी थी। परीक्षा परिणाम की घोषणा 16 अप्रैल को की गई है।

    अश्विनी कुमार ने बताया, 'अगस्त्य ने 2015 में 9 साल की उम्र में एसएससी की परीक्षा उत्तीर्ण की थी और एग्जाम देने के लिए तेलंगाना एसएससी बोर्ड से अनुमति ली थी।'

    पंकज - उन्होंने बताया कि 12वीं क्लास की परीक्षा देने के लिए इस तरह की अनुमति की जरूरत नहीं है। अन्य जानकारी के लिए बोर्ड ऑफ इंटरमीडिएट एजुकेशन एसएससी के डेटा पर भरोसा करता है।

    बोर्ड ऑफ इंटरमीडिएट एजुकेशन के एक अधिकारी ने बताया कि बारहवीं क्लास की परीक्षा देने वाले छात्रों को सिर्फ संबंधित विषय, निर्देश माध्यम और दूसरी भाषा की जानकारी देनी होती है, आयु की नहीं।

    अंजली – श्रोता मित्रों वैसे हमारे आसपास भी कई ऐसे विलक्षण बच्चे रहते हैं जो उम्र में कम होते हैं लेकिन प्रतिभा में बहुत आगे होते हैं, ये एक तरह का चमत्कार होता है कि हम कई बार चार साल के बच्चे को गणित के कठिन से कठिन सवाल को मिनटों में हल करते देखते हैं, तो किसी बच्चे की याददाश्त इतनी तेज़ होती है कि वो एक बार में ही सुने हुए कठिन और लंबे शब्दों को जस का तस याद करके सुना देते हैं। इसी तरह से कुछ बच्चे दिमाग से इतने तेज़ होते हैं कि दस वर्ष की उम्र में ही वो बारहवीं की परीक्षा भी पास कर लेते हैं। मैंने अक्सर ऐसी विलक्षण प्रतिभा के धनी बच्चों को देखा है तो चलिये इसी के साथ उठाते हैं कार्यक्रम का अगला पत्र जिसे हमें लिख भेजा है तौसीफ शौकी, छोटी, गुड्डी, सजा बानो, मोहम्मद अकबर और इनके दोस्तों ने आपने हमें पत्र लिखा है दरवेश बाग, पच्चन, बारामूला, जम्मू कश्मीर से और आप सभी ने सुनना चाहा है फिल्म झुक गया आसमान (1968) का गाना जिसे गाया है मोहम्मद रफ़ी ने गीतकार हैं हसरत जयपुरी संगीत दिया है शंकर जयकिशन ने और गीत के बोल हैं -----

    सांग नंबर 4. कहां चल दिये इधर तो आओ .....

    पंकज - 54 बच्चों का पिता है ये शख्स, कर चुका है 6 शादियां

    पाकिस्तान का रहने वाला 70 साल का अब्दुल मेंगल 54 बच्चों का बाप है और उसने 6 शादियां की है। लेकिन गरीबी के कारण इसका पूरा परिवार बदहाल की जिंदगी जीने को मजबूर है। 12 बच्चों की हो चुकी है मौत...

    - नूस्की, क्वेटा का रहने वाला अब्दुल एक ट्रक ड्राइवर है और बड़ी मुश्किल से अपने परिवार का पालन-पोषण कर पा रहा है।

    - अब्दुल ने बताया कि बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के लिए मैं काफी मेहनत करता हूं, लेकिन उम्र ज्यादा होने की वजह से मेरी यह इच्छा पूरी नहीं हो पा रही है।

    - इतना ही नहीं पैसे नहीं होने के कारण उनके 10 बच्चे स्कूल तक नहीं जा पाते हैं। वहीं, उसके कुछ बच्चे ग्रैजुएट हैं और जॉब की तलाश कर रहे हैं।

    - उसने बताया कि खराब परिस्थिति के कारण अब तक मेरे 12 बच्चों की मौत हो चुकी है। फिलहाल उसके 22 बेटे और 20 बेटियां जिंदा हैं।

    अंजली – समझ में नहीं आता जब खाने तक के पैसे नहीं हैं तब इतने बच्चे क्यों पैदा करते हैं, और वो औरतें कितनी बेवकूफ़ हैं जो पहले से शादीशुदा मर्द की बीवी बनती हैं, उस घर में जाती हैं जहां पर खाने के लाले पड़े हैं... खैर समाज के कुछ तबकों में इतनी जहालत भरी है कि जिसकी मिसाल कहीं और देखने को नहीं मिलेगी, मित्रों हमारे पास अगला पत्र आया है मल्थोने, जिला सागर, मध्यप्रदेश से धर्मेन्द्र सिंह और इनके सभी परिजनों ने आप सभी ने सुनना चाहा है फिल्म बैराग (1976) का गाना जिसे गाया है मोहम्मद रफ़ी और आशा भोंसले ने गीतकार हैं आनंद बख्शी और संगीत दिया है कल्याणजी आनंदजी ने और गीत के बोल हैं -----

    सांग नंबर 5. सारे शहर में आपसा कोई नहीं ....

    पंकज - कर चुके हैं 6 शादियां

    - अब्दुल ने बताया कि जब मैं 18 साल का था, तब मेरी पहली शादी हुई थी। इसके बाद मैंने और 5 शादी की, जिनसे कुल 54 बच्चे हुए। हालांकि, 12 बच्चों के अलावा उसकी दो पत्नियों की भी मौत हो चुकी है।

    - उसका कहना है कि मेरे पास इतने पैसे नहीं थे कि मैं बच्चों को सही से दूध भी पिला सकूं। कुछ बच्चों की भूख से भी मौत हो गई।

    - अब्दुल ने बताया कि वो सालों से ट्रक चला रहे हैं और हर महीने मुश्किल से 15 से 25 हजार रुपए तक कमा पाते हैं।

    - हालांकि, उसका बड़ा बेटा, जो 35 साल का है वो भी ट्रक चलाता है और परिवार चलाने में अपने पिता की मदद करता है।

    - इतनी बड़ी फैमिली होने के बावजूद उनके पास सिर्फ़ 7 कमरों वाला ही एक मकान है, जिसमें सारे लोग एक साथ रहते हैं।

    - उनका कहना है कि 'हमारे यहां एक वक्त के खाने में करीब 100 रोटियां, दाल और सब्जियां बनती हैं।'

    अंजली - ये अगला पत्र हमें भेजा है चंदा चौक अंधराठाढ़ी, ज़िला मधुबनी बिहार से भाई शोभीकांत झा सज्जन, मुखियाजी हेमलता सज्जन,और इनके मित्रों ने इनके साथ ही मेन रोड मधेपुर, जिला मधुबनी से ही हमें पत्र लिखा है प्रमोद कुमार सुमन, रेनू सुमन और इनके परिजनों ने आप सभी ने सुनना चाहा है संघर्ष (1999) फिल्म का गाना जिसे गाया है सोनू निगम ने संगीत दिया है जतिन ललित ने और गीत के बोल हैं -----

    सांग नंबर 6. मुझे रात दिन ....

    पंकज – तो मित्रों इसी के साथ हमें आज का कार्यक्रम समाप्त करने की आज्ञा दीजिये अगले सप्ताह आज ही के दिन और समय पर हम एक बार फिर आपके सामने लेकर आएंगे कुछ नई और रोचक जानकारियां साथ में आपको सुनवाएँगे आपकी पसंद के फिल्मी गीत तबतक के लिये नमस्कार।

    अंजली - नमस्कार।

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